पांडू पिंडारा में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 25वीं बैठक का आयोजित
जींद
कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा प्रांगण में शुक्रवार को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 25वीं बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में विस्तार शिक्षा निदेशक, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय डॉ. आरएस हुड्डा ने भाग लिया। मुख्यातिथि ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों की पैदावार व आमदनी बढ़ाने के लिए केन्द्र व राज्य सरकारें अथक प्रयास कर रही हैं। सरकार व कृषि वैज्ञानिकों की सलाह से किसान अपनी आमदनी में अच्छा खासा इजाफा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को आर्गेनिक व कैमिकल रहित खेती की तरफ ध्यान देना चाहिए। किसान फसलों पर होने वाले कुछ खर्चों को अपने स्तर पर कम करे तथा फसल विविधिकरण को अपनाएं। उन्होंने फसलों के साथ-साथ पशुपालन, मत्स्य, मधुमक्खी पालन, बागवानी, उन्नत तकनीको, गन्ने में सब्जियों की काश्त, जैविक खेती, फूलों की खेती को भी अपनी खेती में शामिल करने का आह्वान किया। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डा. यशपाल मलिक ने फार्म की समस्याओं व पिछली बैठक में दिए गए लक्ष्यों व प्रगति पर जानकारी दी। डा. मलिक ने जींद जिले में लाभकारी कारकों जीरो टीलेज, हैप्पी सीडर, ग्रीन मैन्योर, मधुमक्खी पालन, जैविक खेती, हरी खाद पर जोर दिया। डा. रामदयाल पंवार ने बताया कि आगाम 18 व 19 सितंबर को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कृषि की उन्नत किस्मों, नए कृषि यंत्रों, स्टालों, प्रदर्शनियों, किसान-वैज्ञानिक प्रश्नोत्तरी, भ्रमण, विभिन्न एजेंसियों के प्रतिनिधियों के माध्यम से नई-नई जानकारी दी जाएगी। इस बैठक में जिला मत्स्य अधिकारी डा. युद्धवीर सांगवान, गन्ना विकास अधिकारी सुरेश गुप्ता, भूमि संरक्षण अधिकारी संतकुमार, भूजल विभाग से तेजभान, उप कृषि निदेशक कार्यालय से नरेंद्र, उप निदेशक बागवानी से डा. अजय, महिला बाल विकास अधिकारी कार्यालय से सुशीला ने अपने बहुमूल्य सुझाव देते हुए अपने विभागों की योजनाओं बारे जानकारी दी। बैठक में प्रगतिशील किसान बिमला देवी पिंडारा, बलवान राजपुरा, अनिल सिंधु, जगबीर ढिगाना, बलबीर निडाना, संदीप ईगराह, सूरजमल संगतपुरा, सुभाष निर्जन, ईश्वर ढाठरथ आदि भी मौजूद रहे।
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