जींद
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निजी सचिव राजेश गोयल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार स्वामी विवेकानंद की अंतोद्य की विचारधारा पर काम कर रही है। इसकी बदौलत भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का डंका चारों ओर बज रहा है। दुनिया मानती है कि अगर आतंकवाद और सभ्यताओं के टकराव से निजात पानी है तो भारतीय संस्कारों को हर हाल में अपनाना ही होगा। राजेश गोयल ने रविवार को स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन की ओर से जींद के राजकीय महिला महाविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत आज हर क्षेत्र में लोगों की आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप आगे बढ़ रहा है। आज कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसके विकास के लिए भारत को दुनिया के किसी भी देश की ओर सहायता भरी निगाहों से देखना पड़े। बेशक 18वीं, 19वीं शताब्दी दुनिया के अन्य देशों की रही हो, लेकिन 21वीं शताब्दी भारत वर्ष के नाम रहेगी। वह दिन दूर नहीं, जब हम सुपर पावर बनकर एक बार फिर से विश्वगुरू बन जाएंगे। भारत पहले भी सोने की चिडिय़ां हुआ करता था और आगे भी सोने की चिडिय़ां के रूप में ही पहचाना जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने एक बार कहा था कि आने वाले 50 वर्षों में भारत देश आजाद हो जाएगा। रूस में श्रमिक क्रांति होगी और 21वीं सदी में भारत एक बार फिर से विश्व गुरु बनेगा। उनकी पहले वाली दो भविष्यवाणियां स्टीक निकल चुकी हैं और तीसरी भविष्यवाणी भी सच होने जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत देश की जीडीपी ग्रोथ दुनिया में सर्वाधिक है। अगर भारतीयों के विश्व विकास में सहयोग पर नजर डाली जाए तो यह भी दुनिया में सबसे अधिक है। दुनिया के 35 प्रतिशत डाक्टर भारतवंशी है। दवाइयों के क्षेत्र में हमारी भागीदारी 35 प्रतिशत है। आईटी क्षेत्र में हमारे वैज्ञानिक 67 प्रतिशत हैं और नासा में भी हमारे देश के वैज्ञानिकों की संख्या 35 प्रतिशत है। उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटाइजेशन के क्षेत्र में भी विश्व भर में भारत चौथे स्थान पर पहुंच गया है। देश में 50 करोड़ इंटरनेट यूजर हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के विकास में हर देश का अपना एक अलग महत्व है। इस क्षेत्र में भारत का रोल अति महत्वपूर्ण है। भारत की धरती ऋषि मुनियों, तपस्वियों की तपो भूमि रही है। यहां के वासियों से दुनिया को बहुत अधिक उम्मीदें हैं।
देश सेवा की सोच से बड़ा कोई विचार नहीं होता : राजीव रंजन
हिसार मंडल के आयुक्त राजीव रंजन ने कहा कि देश सेवा की सोच से बड़ा कोई विचार नहीं होता। स्वामी विवेकानंद एक ऐसे ही युग पुरूष थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश सेवा को अर्पित कर दिया। हर व्यक्ति को स्वामी विवेकानंद की विचारधारा को अपनाकर देश निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए।
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सूफी गायब हंसराज हंस के गीतों पर झूमे दर्शक
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध सूफी गायक हंसराज हंस ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरूष धरती पर कभी-कभार जन्म लेते हैं। वह एक ऐसी शख्सियत थे, जो दिमाग में विश्व कल्याण के लिए दीया जलाकर आए थे और उन्होंने अपने दिमाग रूपी दीये से जग में अनेक दीपक जलाए। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि विश्व को बनाने वाले भगवान से प्यार करें, दुनिया की अन्य चीजों से अपने आप प्यार हो जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने अपने गीतों से लोगों का मनोरंजन किया वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई भी दी। उनके द्वारा गाए गए ए जो सीली-सीली ओंदी ए हवा तथा दिल टोटे-टोटे हो गया गीतों पर दर्शक जमकर झूमे।
इन लोगों ने की शिरकत
कार्यक्रम में अंबाला के विधायक असीम गोयल, बीजेपी के प्रदेश सचिव जवाहर सैनी, मार्केट कमेटी के चेयरमैन जोगेंद्र बूरा, वाइस चेयरमैन मनीष गोयल, स्वामी राघवानंद, डॉ. एके चावला, मुकेश सिंगला, विष्णु शर्मा आदि खास तौर पर मौजूद थे।
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