Sunday, 24 September 2017

मां के जयकारों के बीच 11०० कन्याओं का हुआ पूजन

बेटियों की महत्ता का नेता, शिक्षाविद्, अधिकारियों ने किया जमकर गुणगान
कल्याणकारी योजनाओं के आ रहे है सार्थक परिणाम : सांसद कौशिक
बेटियों के उत्थान के लिए शिक्षा जरूरी : डीसी अमित
मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए सांसद ने की पांच लाख देेने की घोषणा 

जींद 

नवरात्रों की बेला में महाभारतकालीन जयंती देवी मंदिर के दरबार में शनिवार को बेटियों के हित में आवाज उठाने के साथ-साथ उनके गुणों को पूजा गया। मां के दरबार में 11०० कन्याओं का पूजन करने के लिए नेता, शिक्षाविद् और अधिकारी पहुंचे। नवरात्रों के तीसरे दिन मां के गुंजायमान जयकारों के बीच कन्याओं का पूजन करते हुए उनकी महत्ता का अतिथियों ने जमकर बखान किया। कन्या पूजन के साथ-साथ स्वयं शक्ति संबोधन में कल्पना चावला, साक्षी सहित उन महिला शक्तियों की मिसाल पेश की, जिनकी प्रतिभा का ना केवल देश में अपितु विदेशों में भी डंका बज रहा है। मां के दरबार में हुए इस भव्य धार्मिक समागम में बतौर मुख्यातिथि सोनीपत सांसद रमेश कौशिक, विशिष्ट अतिथि सीआरएसयू के वीसी प्रो. आरबी सौलंकी और अध्यक्षता के तौर पर डीसी अमित खत्री ने शिरकत की। इसके अलावा एसडीएम अश्विनी मलिक सम्मानित अतिथि के तौर पर पहुंचे। अतिथियों का मंदिर के पुजारी पंडित सुभाष चंद्र और नवीन शास्त्री ने मंत्रोच्चारण के साथ स्वागत करते हुए नगर शांति की अर्चना करवाई। वृंदावन से आई श्याम प्रिय सखी ने मां के गीत से सभी श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया। 

सरकार बेटियों के हित में चला रही कल्याणकारी योजनाएं : सांसद कौशिक
मुख्यातिथि सांसद रमेश कौशिक ने इस मौके पर कहा कि मोदी सरकार बेटियों के हित में जो कल्याणकारी योजनाएं चला रहे है, उसके परिणाम सामने आ रहे हैं। नवरात्रों के पावन दिनों में कन्याओं के पूजन और उनके गुणगान से जींद के सिद्धपीठ मंदिर में जो आवाज उठी है, उसका संदेश दूर-दूर तक जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों की सोच अब बदलने लगी है। पहले जहां बेटियों को लोग बेटों से कम आंकते थे, आज के दौर में बेटियों के गुणों को पहचान कर उनको पूजा जाने लगा है। बेटियों के लिए पढऩा-लिखना जरूरी है ताकि वह खुद सक्षम बन सकें। मंदिर के श्रद्धालुओं की मांग पर सांसद रमेश कौशिक ने अपने सांसद निधिकोष से पांच लाख रुपये देने की घोषणा की। 
कन्या की महत्ता को समझने लगे हैं लोग : डीसी अमित 

डीसी अमित खत्री ने कहा कि मां के दरबार में नवरात्रों के दिनों में कन्याओं के पूजन का बड़ा महत्व है। उन्होंने कहा कि जींद जिले के लोग इस बात के लिए सराहनीय है कि उन्होंने दकियानूसी बातों को छोड़ कर बेटियों के गुणों की पहचान करनी शुरू कर दी है। इसी के नतीजन जींद जिले का लिंगानुपात पटरी पर लौट आया है। यह जिले के लोगों की बदली हुई सोच है। उन्होंने कहा कि इतिहास को खंगाले और वर्तमान को पहचाने तो यह बात निकल कर सामने आती है कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। डीसी ने कहा कि अभिभावक अपनी बेटियों को जरूर शिक्षा की तालिम दें ताकि वे अच्छा-खासा पढ़-लिखकर परिवार के साथ-साथ अपने जिले तथा राज्य का नाम रोशन कर सकें। इस मौके पर अतिथियों ने अपने हाथों से कन्याओं को दक्षिणा भी दी। 

हरियाणा संस्कारवान, इसलिए पूजा जा रहा बेटियों को 

सीआरएसयू के वीसी प्रो. आरबी सौलंकी ने कहा कि हरियाणा संस्कारवान है। इस धरा से कल्पना चावला और साक्षी जैसी सरीखी बेटियों ने देश का गौरव बढ़ाने का काम किया। यहां की माटी में जो संस्कार है, उसी के नतीजन बेटियों को पूजा तथा गुणों को समझा जाता है। बेटियों का जो मान-सम्मान बढ़ रहा है, उसमें ऐसे धार्मिक आयोजन ही अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुरूक्षेत्र के नजदीक पडऩे के कारण जींद की विशेष पहचान है। यहां के जयंती देवी मंदिर और तीर्थ पांडू पिंडारा का जिक्र दिल्ली के गलियारों में बखूबी से सुनने को मिलता है। विशिष्ट अतिथि वीसी प्रो. आरबी सौलंकी ने कहा कि कन्याओं की महत्ता को समझा जा रहा है। इसलिए आज चहुंओर बेटियों के हित में आवाज बुलंद हो रही है। मंदिर के पुजारी और श्रद्धालुओं ने अतिथियों को मां जयंता देवी की प्रतिमा के रूप में स्मृति चिन्ह भी भेंट किये। इस अवसर पर लगे विशाल भंडारे में 11०० कन्याओं समेत हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। 

कन्या पूजन से वातावरण से नकारात्मक ऊर्जा होती है दूर : शास्त्री

सिद्धपीठ मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने कहा कि शक्ति स्वरूपा कन्याओं के पूजन से वातावरण में जो सुख और शांति का माहौल बनता है, उसके कारण नाकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। उन्होंने कहा कि मां के दरबार में नवरात्रों में प्रत्येक दिन सायं हवन यज्ञ भी आयोजित होते है। यहां सप्तमी पर मेला लगने के दौरान लाखों श्रद्धालु मां के दरबार में पहुंचते है। शास्त्री ने बताया कि इस नवमी पर एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंदिर में पार्किंग के निर्माण तथा मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए सांसद रमेश कौशिक ने अपने निधि कोष से पांच लाख देने की जो घोषणा की है, उससे निश्चित तौर पर उन श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी, जो लंबे अर्से से इन सुविधाओं की दरकार महसूस कर रहे थे। 

ये रहे मौजूद 
इस मौके पर भाजपा के प्रदेश सचिव जवाहर सैनी, जिला प्रधान अमरपाल राणा, जिला महिला प्रधान पुष्पा तायल, भाजपा युवा नेता समरवीर कौशिक, डीएसपी सिटी कप्तान सिंह, पंडित धन्नाराम कौशिक, रामप्रकाश काहनोरिया, महेश सिंगला, सुनील शांडिल्य, महावीर जैन, मास्टर सोमबीर सिंह मलिक, डा. दिनेश शर्मा, सुशील सिंगला, अजय भोला, राम सुनेजा, हरिराम दीक्षित, रामफूल शर्मा, फूलकुमार, पूर्व बीईओ बनारसी दास, राजेश कौशिक सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने मां का गुणगान किया। 



No comments:

Post a Comment

खुद को पर्यावरण के लिए महिला वकील ने कर दिया समर्पित

अब तक लगवा चुकी 177 त्रिवेणी जींद। महिला एडवोकेट संतोष यादव ने खुद को पर्यावरण की हिफाजत के लिए समर्पित कर दिया है। वह जींद समेत अब तक...