Wednesday, 6 September 2017

गुरु की पूजा कर मनाया शिक्षक दिवस





शिक्षकों को लगाए तिलक, स्कूलों में हुए रंगारंग कार्यक्रम 

बच्चों को बताई गुरु की महत्ता जींद
जिलाभर के स्कूलों में मंगलवार को अध्यापक दिवस धूमधाम से मनाया गया। मगंलवार को गांधीनगर स्कीम नंबर पांच में स्थित बेबी लैंड प्ले स्कूल में शिक्षक दिवस मनाया गया। सभी बच्चों ने स्कूल की पिं्रसिपल सीमा भोला को उपहार भेंट किए। उन्होंने कहा कि यह दिवस गुरु-शिष्य के रिश्तों को और भी अच्छा बनाने का महान अवसर होता है जो बहुत ही खुशी के साथ स्कूलों, कॉलेजों,  यूनिवर्सिटी और अन्य शिक्षा संस्थानों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन विद्यार्थी अपने शिक्षकों की लम्बी उम्र की कामना करते हैं। उन्होंने बताया कि बताया की हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति राधा कृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर पूरे भारत में पांच सितंबर को शिक्षक दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हमें अपने माता-पिता व गुरुजनों का आदर करना चाहिए ताकि हम जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ सकें। इस मौके पर बच्चों ने टीचर-टीचर प्यारे-प्यारे, सारे जग के टीचर न्यारे, वो हमको हैं पाठ पढ़ाते, अच्छे-बुरे का ज्ञान कराते, पढ़ लिखकर हम बनें महान, ऊंची होगी हमारी शान कविता सुना कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। सीमा भोला ने बताया की हमें अपने जीवन में शिक्षकों के मूल्यों को समझना और महसूस करना चाहिए और दिल से सम्मान के साथ शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष मानना चाहिए। शिक्षक हमारे माता-पिता से भी बढ़ कर हैं जो हमें हमेशा सफलता की राह दिखाते हैं। वे तभी खुश होंगे और स्वयं को सफल मानेंगे जब उनके छात्र आगे बढ़ेंगे और सफलता प्राप्त करके उनका नाम पूरे विश्व भर में फैला देंगे। हमें अपने शिक्षकों से मिले सभी अच्छे सुविचारों का पालन करना चाहिए यही उनके लिए सबसे सम्मान की बात है।
बच्चों को बताया अध्यापक दिवस के बारे में
भारत विद्या मंदिर मिडल स्कूल में शिक्षक दिवस पर सभी विद्यार्थी स्कूल यूनिफार्म की अपेक्षा अध्यापक व अध्यापिका की वेशभूषा में आए। आज विद्यार्थियों ने अपनी से छोटी कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ाया। शिक्षक के रूप में विद्यार्थियों के चेहरे पर तेज व प्रसन्नता झलक रही थी। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने शिक्षक दिवस पर भाषण भी दिए। स्कूल के मुख्याध्यापक विनोद हसीजा ने विद्यार्थियों को बताया कि बचपन से किताबे पढऩे के शौकीन राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडू के तिरूतनी गांव में तीन सितम्बर, 1888 को हुआ था। डा. राधाकृष्णन 1962 से 1967 तक भारत के राष्ट्रपति रहे और कार्यकाल पूरा होने के बाद मद्रास चले गए। डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का कहना था कि जीवन का सबसे बड़ा उपहार एक उच्च जीवन का सपना है।
डीएन मॉडल स्कूल में मनाया गया शिक्षक दिवस
डीएन मॉडल स्कूल में भारत के दूसरे राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी छात्रों और अध्यापकों में उत्साह देखते ही बन रहा था। कक्षा नर्सरी से लेकर 11वीं कक्षा तक के बच्चों ने अपने विचार, नृत्य, रंगोली, चित्रकारी इत्यादि से सभी अध्यापक-अध्यापिकाओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक वीरेंद्र ढिल्लो ने सभी बच्चों तथा अध्यापकों को गुरु की महत्ता बताते हुए कहा कि संसार में एक गुरु ही ऐसा व्यक्ति हो जो गोविंद से भी भारी है। इसलिए संसार में गुरु की महिमा न्यारी है। गुरु शब्द का अर्थ है अंधकार को दूर करने वाला परंतु आज छात्रों की प्रवृति शिक्षक को कमतर आंकना है, आज का दिन इस संतुलन को पुन: स्थापित करने में सहायक होता है। विद्यालय प्रबंधक वीरेंद्र ढिल्लो ने सभी बच्चों, अध्यापकों व अभिभावकों को गुरु पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाइयां दी।
महर्षि विद्या मंदिर में मनाया गया शिक्षक दिवस
महर्षि विद्या मन्दिर स्कूल में शिक्षक दिवस मनाया गया। इस दिवस पर तीसरी कक्षा के छात्र सक्षम, भव्य ने टीचर होती एक परी नामक कविता प्रस्तुत कर अपने भाव प्रकट किए। सातवीं कक्षा की छात्रा खुशी व महिमा ने शिक्षक देते हमें ज्ञान और गुुरुकी महिमा कोई न जाने कविता द्वारा अपने भाव प्रकट किए। प्राचार्या अनीता शर्मा ने अध्यापकों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए उन्हें अपने कार्य के लिए निष्ठा रखने के लिए प्रेरित किया। क्योंकि अध्यापक कभी साधारण नहीं होता है। वह तो अनजान नन्हे बीजों को एक पहचान देकर जीवन की बुलंदियों को छूने के लिए तैयार करते हैं। समाज का निर्माण भी शिक्षक की विद्वता व चरित्र से होता है वास्तव में ऐसे शिक्षकों को प्रणाम।
वुडस्टॉक पब्लिक स्कूल में मनाया गया अध्यापक दिवस
वुडस्टॉक पब्लिक स्कूल में अध्यापक दिवस के उपलक्ष में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें भारत विकास परिषद की ओर से अहम भूमिका निभाई गई। इसमें रमेश सिंगला और बालमुकंद ने अध्यापक दिवस का महत्व बता कर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया और छात्रों द्वारा फूलों से गुरुओं का सम्मान करवाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रुप में सेवानिवृत वाइस चांसलर अश्विन कुमार चावला और उषा चावला ने शिरकत की। स्कूल निदेशक प्रदीप सहरावत, चेयरमैन डा. डीपी जैन ने अध्यापकों की महत्ता पर विचार व्यक्त किए।
महाराजा अग्रसैन स्कूल में छात्राएं बनी अध्यापिकाएं
स्थानीय महाराजा अग्रसैन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक दिवस पर प्रार्थना सभा में बच्चों ने डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चरित्र एवं जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला एवं गुरू की महिमा पर आधारित सुन्दर-सुन्दर कविताएं व भाषण द्वारा अभिव्यक्ति दी। अपनी अध्यापिकाओं को सम्मानित कर अपनी श्रद्धा उनके प्रति व्यक्त की। इस अवसर पर प्रिंसीपल रीटा अरोड़ा ने कहा कि शिक्षक ही वो महान हस्ती है जो अपनी कल्पना एवं योग्यता से अपने शिष्यों के सूने जीवन में रंग भर कर उनको राष्ट्र का एक सुयोग्य नागरिक बनाता है। इस तरीके से शिक्षक की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका होती है। राष्ट्र के निर्माता हैं शिक्षक, इस विश्व के विधाता हैं शिक्षक। शिक्षकों को दोंगे जितना सम्मान, समझो भगवान को मिला है मान।
कलीराम डीएवी के बच्चों ने शिक्षक पूजन किया
कलीराम डीएवी पब्लिक स्कूल सफीदों में बच्चों ने शिक्षक पूजन कर शिक्षक दिवस मनाया। सर्वप्रथम हैड ब्वाय प्रिंस राणा, हैड गर्ल आयूषी राणा, छात्र परिषद के छात्रों व सभी कक्षाओं के मॉनीटर ने अपने शिक्षकों को तिलक लगा कर नारियल भेंट किया व चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया तथा गुरुजनों का सम्मान करने व उनके दिखाए मार्ग पर चलने का प्रण लिया। प्राचार्या रश्मि विद्यार्थी ने शिक्षकों को अपना फर्ज निभाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सच्चा शिक्षक वही है जो बच्चे की कमजोरी दूर कर, उसकी गलतियों को माफ  कर उसे शिखर तक ले जाता है और  ज्ञान ज्योति जला कर विद्यार्थी के जीवन को प्रकाशमान बनाता है। शिक्षक भविष्य का निर्माता है, वह जीवन की चुनौतियों से लडऩा सिखाता है। उत्तम शिक्षक से बच्चे का सर्वांगीण विकास होता है, उसका जीवन निखरता है।
गुरुवंदन-छात्र अभिनंदन भव्य कार्यक्रम कंडेला में
राजकीय वरिष्ट माध्यमिक विद्यालय कंडेला में गुरुवंदन-छात्र अभिनंदन भव्य कार्यक्रम भारत विकास परिष्द की भुतेश्वर शाखा के द्वारा धूमधाम से मनाया गया। इसमें राष्ट्रीय मंत्री महिला व बाल विकास अविनाश शर्मा, भारत विकास परिष्द के अध्यक्ष जितेंद्र नाथ शर्मा, आरसी शर्मा, योगेश गुप्ता, परमजीत सेठी, अशोक ग्रोवर व विद्यालय के प्राचार्य रामनिवास शर्मा व विद्यालय का पूरा स्टाफ  उपस्थित रहा। योगेश गुप्ता ने राष्ट्रीय चरित्र निर्माण के लिए विशेष आह्वान किया। अच्छे चरित्रवान विद्यार्थी ही आगे देश का मार्गदर्शन करेंगें। अविनाश शर्मा ने बच्चों को कहा कि वे मानसिक शारीरिक और सामाजिक दृष्टि ने सदृढ़ बनें ताकि उच्च कोटि के समाज का निर्माण हो। प्राचार्य रामनिवास शर्मा ने बच्चों को डा. राधा कृष्ण व डा. कलाम के दिखाए गए मार्गों पर चलने का आह्वान किया।
अध्यापकों को सम्मानित किया
दा एपैक्स हाई स्कूल में टीचर्स डे की शुरूआत सरस्वती माता की पूजा के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की गई। दसवीं कक्षा की स्वाति और महक ने टीचर्स के महत्व के बारे में विस्तार से अपने विचार प्रस्तुत किए। नर्सरी कक्षा के एक छोटे से विद्यार्थी पारस ने टीचर्स की महत्ता पर एक श्लोक प्रस्तुत किया। मुख्याध्यापिका नीलम आहुजा द्वारा आज इसी श्रंृखला में विद्यालय की अध्यापिका शालू, मीनू, ममता, शिम्पी, निधि, माला, रितु एवं अध्यापक कुलदीप, रमेश व राकेश को विद्यालय मेंं उनके द्वारा किए गए अच्छे कार्यो के लिए सम्मानित किया गया। टीचर्स डे के अवसर पर विद्यालय में बच्चों के अन्दर छुपी हुई प्रतिभा निखारने, प्रेरणा देने के लिए कविता, निबंध लेखन, क्वीज कम्पीटीशन आदि कईं प्रतियोगिताएं भी आयेाजित की गई।
सुप्रीम स्कूल में भी अध्यापकों को सम्मानित किया
सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अध्यापक दिवस पर कलम सदन द्वारा प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय के प्रबंधक निदेशक रामनिवास दूहन व प्रधानाचार्य जगजीत सिंह मालिक उप प्रधानाचार्य शशि सिवाच ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया और बच्चों को पूर्व राष्ट्रपति डा. राधा कृष्णन के आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित किया। रामनिवास दूहन ने बताया की गुरु ही सबसे श्रेष्ट होता है। गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं है। गुरु पर पूर्ण विश्वास रखकर उनका सम्मान करना चाहिए।
होली हार्ट स्कूल में अध्यापक दिवस पर हुआ कार्यक्रम
होली हार्ट सीनियर सैकेंडरी स्कूल में अध्यापक दिवस पर छात्रों ने अपने अध्यापकों को नमन करके उनका आर्शीवाद लिया। विद्यालय के प्रबंधक दिलावर, विवेक, रामचंद्र व अन्य अध्यापक गणों ने बच्चों को अध्यापक की महत्ता के बारे में संदेश दिया ताकि बच्चे जीवन संस्कार ग्रहण करके अपने जीवन को सफल बनाएं।
इण्डस स्कूल में अध्यापक दिवस धूमधाम से मनाया
इण्डस पब्लिक स्कूल जींद के प्रांगण में अध्यापक दिवस का आयोजन हुआ। इस अवसर पर इंडस संस्था के संस्थापक सुभाष श्योराण विशेष रूप से उपस्थित रहे। अध्यापक दिवस पर चारों सदनों के अध्यापकों के बीच उपप्राचार्य प्रवीन कुमार द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। इस प्रतियोगिता में अरावली सदन प्रथम, विंध्या सदन एवं शिवालिक सदन द्वितीय स्थान पर रहे। अध्यापक दिवस के इस शुभ अवसर पर भाषण, कविता पाठ और अन्य मनोरजंक कार्यक्रमों के साथ-साथ डॉ0 राधाकृश्णनन के जीवन से संबंधित प्रेरक फिल्म भी दिखाई गई। इस विशिष्ठ अवसर पर संस्था के निदेषक  सुभाष श्योराण ने अध्यापक दिवस पर अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि आज का युग आधुनिक होने के साथ-साथ भाग-दौड़ का युग भी बनता जा रहा हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों के द्वारा हमारे अंदर भी एक नई ऊर्जा का संचार होता है। उन्होंने कहा कि हमें डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के सिद्धांतों पर चलकर अपने जीवन को को सार्थक बनाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सब अध्यापकों का कर्तव्य है कि हम बच्चों के अन्दर छिपी हुई प्रतिभा को निकाल कर उन्हें आगे बढऩे के लिए प्रेरित करें। स्कूल प्राचार्या अरूणा शर्मा ने भी अध्यापक दिवस पर अध्यापकों को तथा विजेता सदन को बधाई दी और अध्यापक दिवस पर अध्यापक के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उपप्राचार्य प्रवीन कुमार, मुख्याध्यापिका गुरमीत कौर, समूह कोरडिनेटर दिव्या विषेश रूप से उपस्थित थे। प्रवीन परूथी अभिभावक मार्गदर्शक ने अनेक प्रेरणादायी विचारों के माध्यम से बच्चों के अंदर आत्मविश्वास जागृत करने के लिए अध्यापकों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यदि हम बच्चों को कलात्मकता के माध्यम से समझाने का प्रयास करे तो बच्चे जल्दी समझने में सक्षम होगें और दिन-प्रतिदिन उनके अन्दर बहुमुखी प्रतिभा का विकास होगा।
गुरुकुल विद्यापीठ में शिक्षक दिवस पर स्वच्छता अभियान चलाया
गोहाना रोड स्थित गुरुकुल विद्यापीठ में शिक्षक दिवस को स्वच्छता अभियान चलाकर मनाया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। स्वच्छता अभियान प्राचार्य राकेश वत्स की अध्यक्षता में चलाया गया। स्वच्छता अभियान के विद्यापीठ के प्रांगण में शिक्षक दिवस चारों सदनों के सहयोग से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने शिक्षकों से संबंधित अनेक कविता एवं स्लोगन सुनाई। इसके पश्चात सभी अध्यापकों ने अपना आशीर्वाद विद्यार्थियों को दिया। गुरुकुल विद्यापीठ से पास पूर्व विद्यार्थियों ने गुरुकुल में आकर पूरे स्टाफ एवं प्राचार्य को उपहार दिए। प्राचार्य राकेश वत्स ने बताया कि गुरुकुल का अर्थ है गुरु का कुल अर्थात् गुरु का परिवार। गुरुकुल विद्यापीठ एक परिवार है, जहां विद्यार्थी एवं अध्यापक एक परिवार की तरह रहते हैं। 

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