Monday, 4 September 2017

...अब भी सड़कों पर घूम रही है मौत

आवारा पशुओं की वजह से एक पखवाड़े में हुए सड़क हादसों में गई आठ की जानप्रशासन ने हांसी ब्रांच नहर के निकट बनाई है नंदीशाला 

जींद
जिला प्रशासन ने दावा किया था कि १५ अगस्त से पहले-पहले सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़ कर जींद के बीड़ बड़ा वन के निकट बनाई जा रही नंदीशाला में भेज दिया जाएगा। फौरी तौर पर जींद-हांसी ब्रांच नहर के निकट उद्यान विभाग की जमीन पर अस्थायी नंदीशाला का निर्माण भी किया गया लेकिन एक पखवाड़े में जिला में सड़कों पर मौत के तौर पर घूम रहे पशुओं ने एक व्यक्ति की और जान ले ली। जिससे अब जींद के लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है।
गौरतलब है कि तीन-चार माह पहले जिलेभर में सैंकडों पशु सड़कों पर खुले में घूम रहे थे और हादसों का सबब बन रहे थे। जिला प्रशासन ने जींद के लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कार्य योजना तैयार की और बीड़ बड़ा वन के निकट स्थायी नंदीशाला बनाए जाने की योजना तैयार की गई। इसके साथ ही नगर परिषद द्वारा भी मुहिम चला कर पशुओं को पकड़ कर जींद-हांसी ब्रांच नहर के निकट अस्थायी नंदीशाला में छोड़ दिया गया। जिला प्रशासन का दावा था कि १५ अगस्त से पहले-पहले शहर की सड़कों पर मौत के रूप में घूम रहे इन पशुओं
इस स्थायी नंदीशाला में छोड़ दिया जाएगा लेकिन एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी ये पशु अब भी लोगों के लिए मौत का काल बने हुए हैं। इसी के चलते बीती रात गांव मिर्चपुर निवासी सुमित भी इनका शिकार हो गया। सुमित गांव के ही ऋषिलाल के साथ बीती रात बाइक पर सवार होकर शहर से गांव जा रहा था। बड़ा बीड़ वन में सड़क पर खड़े सांड से बाइक जा टकराई। जिसमें सुमित की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि ऋषिलाल घायल हो गए थे। पिछले एक पखवाड़ा में आठवां हादसा है जिसमे मौत का कारण सड़क पर खड़ा सांड बना है। मृतक के साथ ऋषिलाल ने बताया कि अंधेरा होने के कारण सड़क पर खड़ा काले रंग की सांड दिखाई नहीं दिया और बाइक सीधे उससे टकरा गई और सुमित की मौत हो गई।
शहर की मुख्य सड़कों पर बैठे रहते हैं पशु
शहर के पटियाला चौंक क्षेत्र, जींद-गोहना, जींद-सफीदों, जींद-भिवानी मार्ग पर रात के समय 25 से 30 पशु सड़क के बीचोंबीच बैठे रहते हैं। इसके साथ ही कालोनियों में तो दिन और रात पशु घूमते देखे जा सकते हैं। ऐसे में लोगों ने अब जींद के डीसी अमित खत्री से गुहार लगाई है कि सड़क पर मौत के रूप में घूम रहे पशुओं से दिलाई जाए निजात
जींद निवासी हितेश, सुनील, विजेंद्र, संदीप, जीवन, पवन, रोहन, निशांत आदि ने कहा कि आए दिन सुनने को मिलता है कि सड़कों पर घूम रहे पशुओं ने हमला कर लोगों को घायल किया या फिर सड़क हादसों का सबब बना। जिला प्रशासन को चाहिए कि वो इन घटनाओं को गंभीरता से ले ताकि शहर में आवारा पशुओं की वजह से होने वाले सड़क हादसों पर रोक लगाई जा सके।

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