अस्थाई नंदीशाला में पहुंचाया गया पशुओं को
एडीसी, एसडीएम, डीएसपी ने किया नेतृत्व
35० पशुओं को पहुंचाया गया अस्थायी नंदीशाला में
जींदजीद शहर में बुधवार रात को सफीदों रोड तथा नरवाना रोड से लगभग 35० आवारा पशुओं को एक विशेष मुहिम चला कर जयंती देवी मंदिर के पास बनी अस्थायी नंदीशाला में पहुंचाया गया। इस अभियान में लगभग 15० लोगों के दल ने आवारा पशुओं को आश्रय दिलवाने के लिए पसीना बहाया। इस दल का नेतृत्व स्वयं एडीसी धीरेंद्र गडगटा ने किया।
रात दस बजे शुरू हुआ अभियान
रात करीब दस बजे शुरू हुए इस अभियान को व्यवस्थित तरीके से चलाने के लिए नंदीशाला स्थल पर कार्य योजना बनी। अभियान में शामिल लगभग 15० लोगों ने अपने हाथों में लाठी ली और सफीदों रोड से इसकी शुरूआत की गई। मुख्य सड़क पर आस पड़ोस के क्षेत्र से नंदियों को इक्कठा किया गया। इसके बाद इस मुहिम में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को सड़क पर पडऩे वाली गलियों पर पाबंद किया गया ताकि नंदी गलियों में भागकर झुंड से बिछुड़ न जाए। सुरक्षा के हिसाब से सभी प्रतिभागियों को लाठियां दी गई थी।
सफीदों रोड से २०० पशुओं को पकड़ा
सफीदों रोड से करीब 2०० आवारा पशुओं को नंदीशाला में छोड़ा गया। इसके बाद नरवाना रोड पर सभी कार्यकर्ता एकजुट हुए और इस दौर में करीब 15० पशुओं को पटियाला चौंक होते हुए नंदीशाला में लाया गया।
एडीसी धीरेन्द्र खडगटा ने अपनी गाड़ी को छोड़ कर मोटरसाइकिल पर सवार होकर इस दल का नेतृत्व किया। उनके साथ जींद के एसडीएम अश्वनी मलिक व डीएसपी कप्तान सिंह भी रहे।
अधिकारियों ने स्वयं पशुओं को हांकने का काम किया
बाइक पर डीएसपी कप्तान सिंह ने एडीसी के साथ सवार होकर पशुओं को हांकने के लिए लाठी ली और इस प्रकार पूरे दल का हौंसला बढ़ाया। एसडीएम अश्वनी मलिक भी खुद हाथों में लाठी उठाये पशुओं को एकत्र करने में तथा उन्हे हांकने में मदद करते नजर आये। एडीसी ने कहा कि शहर से आवारा पशुओं को नंदीशाला में पहुंचाने का काम चुनौती भरा है। नंदी कार्यकर्ताओं को चोट भी पहुंचा सकते है, फिर भी कार्यकर्ता इस मुहिम में जी जान से जुटे हैं। निश्चित रूप से चंद दिनों में जींद शहर के सभी आवारा पशुओं को नंदीशालाओं में आश्रय उपलब्ध करवा दिया जाएगा। आय दिन आवारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से छुटकारा मिल जाएगा और गौवंश को भी आश्रय मिल जाएगा।
नौ सितम्बर की रात को फिर चलाया जाएगा अभियान
एडीसी धीरेंद्र ने बताया कि शहर के कोने-कोने से आवारा पशुओं को एकत्र कर उन्हें नंदीशाला में पहुंचाने के लिए नौ सितम्बर की रात को ही मुहिम चलाई जाएगी। जीन्द शहर के भिवानी रोड, गोहाना रोड, हांसी रोड, पटियाला चौंक, रोहतक रोड से पशुओं को ईक्कठा कर नंदीशाला में पहुंचाया जाएगा। चूंकि यह काम खतरे से भरा भी है, इसलिए जनसाधारण का भी इस काम में सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नंदी शहर की तंग गलियों व भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में भी पहुंच जाते हैं। उन्होंने जन साधारण से अपील की है कि वे नौ सितम्बर को आवारा पशुओं को शहर की मुख्य सड़कों पर पहुंचाना सुनिश्चित ताकि उन्हें इक_ा करके नंदीशाला में ले जाया जा सके।
पशुपालन विभाग के कर्मी भी डटे रहे
सघन पशुधन विकास परियोजना के उप निदेशक डा. रणबीर सिंह मलिक भी अपनी पूरी टीम के साथ इस अभियान को सफल बनाने में लगे रहे और अस्थायी नंदीशाला में पशुओं के लिए बेहतर व्यवस्था को लेकर अन्य लोगों के साथ विचार विमर्श कर उन्हें मूल रूप देने में लगे रहे।
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