जींद
दिन चाहे कोई भी हो, यदि बच्चों को किसी अच्छी बातों के लिए प्रेरित किया जाए तो सोने पर सुहागा माना जाता है। ऐसा ही इस बार शिक्षा विभाग करने जा रहा है और मौका होगा शिक्षक दिवस का। हर साल पांच सितंबर को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार शिक्षा विभाग इस दिन को स्वच्छ भारत अभियान के तहत मनाने जा रहा है। इस दिन पहली से बारहवीं तक बच्चों की पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। पेंटिंग प्रतियोगिता का विषय मेरे सपनों का स्वच्छ भारत रहेगा। जिला परियोजना संयोजक अजीत श्योराण ने बताया कि इसी प्रकार से छठीं से बारहवीं कक्षा के बच्चों के लिए निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। विद्यालय स्तर पर होने वाली इस प्रतियोगिता का मूल्यांकन स्कूल स्तरीय कमेटी करेगी और विद्यालय की प्रत्येक वर्ग की तीन श्रेष्ठ प्रविष्ठियों को जिला स्तरीय मूल्यांकन के लिए अगले दिन जिला स्तरीय मूल्यांकन कमेटी के लिए जिला परियोजना संयोजक के पास जमा कराया जाएगा। इसके बाद जिला स्तर पर आंकन कर उसमें से प्रत्येक श्रेणी की तीन श्रेष्ठ प्रविष्टियों को राज्य स्तरीय कमेटी को सील बंद कर भेजा जाएगा। इस पर राज्य स्तरीय कमेटी सभी जिलों से प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन करेगी और प्रत्येक श्रेणी की तीन प्रविष्ठियों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के लिए प्रधान सचिव के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उन्हें फाइनल कर अनुमोदन कराकर दो अक्टूबर तक भारत सरकार के पास भेजा जाएगा।
दिन चाहे कोई भी हो, यदि बच्चों को किसी अच्छी बातों के लिए प्रेरित किया जाए तो सोने पर सुहागा माना जाता है। ऐसा ही इस बार शिक्षा विभाग करने जा रहा है और मौका होगा शिक्षक दिवस का। हर साल पांच सितंबर को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार शिक्षा विभाग इस दिन को स्वच्छ भारत अभियान के तहत मनाने जा रहा है। इस दिन पहली से बारहवीं तक बच्चों की पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। पेंटिंग प्रतियोगिता का विषय मेरे सपनों का स्वच्छ भारत रहेगा। जिला परियोजना संयोजक अजीत श्योराण ने बताया कि इसी प्रकार से छठीं से बारहवीं कक्षा के बच्चों के लिए निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। विद्यालय स्तर पर होने वाली इस प्रतियोगिता का मूल्यांकन स्कूल स्तरीय कमेटी करेगी और विद्यालय की प्रत्येक वर्ग की तीन श्रेष्ठ प्रविष्ठियों को जिला स्तरीय मूल्यांकन के लिए अगले दिन जिला स्तरीय मूल्यांकन कमेटी के लिए जिला परियोजना संयोजक के पास जमा कराया जाएगा। इसके बाद जिला स्तर पर आंकन कर उसमें से प्रत्येक श्रेणी की तीन श्रेष्ठ प्रविष्टियों को राज्य स्तरीय कमेटी को सील बंद कर भेजा जाएगा। इस पर राज्य स्तरीय कमेटी सभी जिलों से प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन करेगी और प्रत्येक श्रेणी की तीन प्रविष्ठियों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के लिए प्रधान सचिव के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उन्हें फाइनल कर अनुमोदन कराकर दो अक्टूबर तक भारत सरकार के पास भेजा जाएगा।
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