एडीसी तथा नगराधीश के नेतृत्व में चला स्वच्छता अभियान
अभियान के बाद साफ नजर आए सरकारी कार्यालय
सरकारी कर्मियों, अधिकारियों व सामाजिक संगठनों ने चलाया अभियान
जींद
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत एडीसी धीरेंद्र खडगटा के नेतृत्व में रविवार को सरकारी कार्यालय परिसरों, पार्को व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाया गया। एडीसी ने डीआरडीए के पार्क में अपने हाथों में झाड़ू उठाकर सफाई का अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता रखने बारे प्रेरित किया। वहां चलाए गए स्वच्छता अभियान के दौरान एडीसी पूरे तीन घंटे मौजूद रहे। यह अभियान प्रात आठ बजे शुरू हुआ, जो दोपहर 12 बजे तक लगातार जारी रहा। डीआरडीए के पार्क में सफाई अभियान के दौरान एडीसी ने खुद अपने हाथों से कूड़ा-कर्कट इकट्ठा कर निर्धारित स्थलों पर डाला। कूड़ा-कर्कट को शहर से बाहर उचित स्थल पर डालने के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई थी। वहां सफाई कर रहे कर्मियों ने इकट्ठे किए गए कूड़ा-कर्कट को वाहनों में भरा और शहर से बाहर ले जाकर इसको उचित जगह पर डालना सुनिश्चित किया। हर वाहन के साथ एक अधिकारी की डियूटी लगाई गई थी। अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी निर्धारित डयूटियों से हटकर सफाई अभियान में गहन रूचि ली। डीआरडीए परिसर की साफ-सफाई करने के बाद अधिकारी एवं कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों में पहुंचे और वहां पहुंचकर कार्यालय परिसरों की साफ-सफाई की। कई विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कार्यालय में अकारण पड़े कागज रिकार्ड को कार्यालय से बाहर भी किया।
नगराधीश ने भी चलाया अभियान
नगराधीश मनीष कुमार फौगाट ने लघु सचिवालय परिसर में स्वच्छता अभियान का नेतृत्व अभियान किया। उन्होंने यहां सड़कों से लेकर कार्यालय परिसरों तक की साफ-सफाई व्यवस्था का जायजा लेते हुए सड़कों एवं कार्यालयों से कूड़ा-कर्कट हाथों से उठाकर उसे डस्टबीनों में डाला। इस दौरान उनके साथ कई विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी साथ रहे। लघु सचिवालय से बाहर दो घंटे स्वच्छता अभियान चलाने के बाद कर्मियों ने अपने-अपने कार्यालयों की ओर रूख करते हुए वहां सफाई अभियान चलाया।
स्वच्छता अभियान के बाद जगमगा उठे कार्यालय
प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में चार घंटे चले इस स्वच्छता अभियान के बाद कार्यालयों की फिजा बदली नजर आई। सभी कार्यालय परिसरों से कूड़ा कर्कट गायब मिला। कहीं भी एक तिनका कूड़ा का दिखाई नहीं दे रहा था। कार्यालय मोती की तरह चमकते नजर आए। एडीसी तथा नगराधीश ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा शिद्दत से की गई कार्यालयों की सफाई देखने के बाद कहा कि अब कार्यालयों में बैठकर काम करने में अलग ही आनन्द की अनुभूति होगी। स्वच्छता के बिना जीवन आधा अधूरा ही रहता है, इसलिए जो सफाई व्यवस्था कार्यालयों में आज की गई है, उसे इसी प्रकार से बरकरार रखते हुए नियमित रूप से कार्यालयों की साफ-सफाई करवाना सुनिश्चित करें। दोनों अधिकारियों ने कहा कि इस अभियान के दौरान जिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अच्छा कार्य किया है उन्हें आगामी दो अक्तूबर को आयोजित होने वाले जिला स्तरीय सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
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