डीआरडीए में पौष्टिक व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई
विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया
जींदमहिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे पूरक पोषाहार सप्ताह के तहत मंगलवार को स्थानीय डीआरडीए के सभागार में जिला स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में विभाग की सुपरवाइजरों द्वारा पौष्टिक व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय दहिया ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी वंदना गुप्ता ने की। मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी शुभी केसरवानी ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर महिला एंव बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी किरण परूथी भी उपस्थित रही। सेमीनार में आंगनवाड़ी सुपरवाइजरों द्वारा एक से बढ़कर एक स्वादिष्ठ व्यंजनों को प्रदर्शनी में रखा। मुख्यअतिथि व अन्य विशिष्ठ अतिथियों ने व्यंजनों को चखा और उनके स्वाद को लाजवाब बताया। सभी व्यंजन घर की रसोई से कम कीमत की खाद्य वस्तुओं से तैयार कर लाया गया था। प्रदर्शनी में 21 प्रकार के व्यंजनों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शित किए गए व्यंजनों में भरवा परोंठा, हरा साग, बाजरे की खिचड़ी, चिल्ली चटनी, पौष्टिक मटर,पौष्टिक परांठा, पौष्टिक लड्डू, बेसन का चिल्ला, पौष्टिक सुहाली, बाजरे के पौष्टिक लड्डू, घीया-लौकी के लड्डू, पौष्टिक पंजीरी, कचौरी और मूंगफली की चटनी, बेसन से बना चिल्ला समेत अनेक पौष्टिक व्यंजन शामिल थे। सबसे स्वादिष्ठ व्यंजन बनाने वाली आंगनवाड़ी सुपरवाइजरों को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित भी किया गया। डा. संजय दहिया ने कहा कि इन स्वादिष्ठ पौष्टिक व्यंजनों में से सबसे बढिय़ा व्यंजन का चयन करना काफी मुश्किल कार्य था। फिर भी रैसीपी एवं पौष्टिकता को आधार मानकर कुछ व्यंजनों का चयन किया गया है।
रैसिपी प्रतियोगिता की यह सुपरवाइजर रही विजेता
जींद की आंगनवाड़ी सुपरवाइजर दर्शना द्वारा बनाया गया चिल्ला (पूड़ा) प्रथम स्थान पर रहा। जुलाना की आंगनवाड़ी सुपरवाइजर राजकलां द्वारा बनाया गया हरा साग दूसरे स्थान पर रहा। नरवाना की आंगनवाड़ी सुपरवाइजर कमलेश गर्ग द्वारा बनाए गए घीया-लौकी के लड्डू तीसरे स्थान पर रहे। सुपरवाइजर रेखा द्वारा बनाया गया चिल्ला भी स्वाद में लाजवाब रहा। इसके लिए उन्हें सांत्वना पुरस्कार दिया गया। विजेता प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
नारा लेखन प्रतियोगिता के प्रतिभागी भी हुए सम्मानित
सेमिनार में पौष्टिक आहार की महत्ता बताने को लेकर नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ। इस प्रतियोगिता में सुपरवाइजर संतोष यादव प्रथम स्थान, सीमा द्वितीय स्थान तथा सरिता तीसरे स्थान पर रही। मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी शुभी केसरवानी ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं समय-समय पर आयोजित की जानी चाहिए। इन प्रतियोगिताओं के द्वारा महिलाएं पौष्टिक व्यंजन बनाना सीखती है और बच्चों को घर में ही कम कीमत पर पौष्टिक भोजन तैयार कर उपलब्ध करवा सकती है। ऐसा होने से एक तो घर का रसोई बजट कम होगा और बच्चों को पोष्टिक भोजन भी उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे घरों में ही इस तरह के व्यंजन तैयार करें और प्रयास करें कि बच्चें बाजार की चीजों की बजाए इनका अधिकाधिक सेवन करें।
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