Thursday, 21 September 2017

रक्तदान करने से स्वास्थ्य पर नहीं पड़ता प्रतिकूल प्रभाव : डा. भोला

रक्तदान शिविर में 71 युवाओं ने किया रक्तदान 

सारिका ने तीसरी बार किया रक्तदान 
जींद 
गांधी नगर स्थित आईएएमएस स्टडी प्वायंट पर वीरवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्यअतिथि के तौर पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डिप्टी सीएमओ डा. राजेश भोला ने विशिष्ठ अतिथि के तौर पर शिरकत की जबकि फरीदाबाद से समाजसेवी सत्यवान समरीवाल, निदेशक सारिका समरिवाल व मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज समरिवाल, रेडक्रॉस जींद से ईश्वर सांगवान मौजूद रहे। शिविर में 71 युवाओं ने रक्तदान किया। शिविर की सबसे खास बात यह रही कि इसमें सारिका और कविता दो बहनों ने एक साथ रक्तदान किया। सारिका का बुधवार को जन्मदिन भी था और उन्होंने रक्तदान कर युवाओं को प्रेरित किया। शिविर में युवाओं को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएमओ डा. राजेश भोला ने कहा कि रक्तदान करने से स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन माह बाद रक्तदान कर सकता है। इन्हीं रक्तदाताओं की बदोलत जींद जिला में फिलहाल रक्त की कोई कमी नहीं है। रक्तदान शिविरों में एकत्रत किया गया रक्त किसी भी दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को नया जीवन दे सकता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वो रक्तदान की मुहिम से जुड़ें और देश सेवा में अपना योगदान दें। निदेशक सारिका समरिवाल व मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज समरिवाल ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता है। रक्तदाता अपना रक्त देकर दूसरों की जान बचाता है। इससे भारत की समृद्ध एवं संस्कारवान संस्कृति के दर्शन होते हंै। उन्होंने कहा कि भारत देश ने विभिन्न क्षेत्रों में आशातीत उन्नति की है। जिनकी बदोलत भारत की गिनती विश्व के शीर्ष शक्तिशाली देशों में होती है। आज विज्ञान के क्षेत्र में भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र बन कर उभरा है लेकिन अबतक दुनिया भर के वैज्ञानिकों द्वारा रक्त का कोई भी विकल्प नहीं ढूंढा जा सका है। इसलिए हर किसी को चाहिए कि वो अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करें। फरीदाबाद से समाजसेवी सत्यवान समरीवाल ने कहा कि हम रक्तदान करके किसी जरूरत मंद की जान बचा सकते हैं। जबकि हमारा कुछ भी घटने वाला नहींं है। मनुष्य के रक्त की पूर्ति रक्तदान करके ही की जा सकती है। अन्य कोई साधन नहीं है। ऐसे में युवकों को रक्तदान करके  मानवता के प्रति अपना कर्तव्य निभाने के लिए आगे आना चाहिए। इस मौके पर रक्तदान करने वाले युवाओं को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में देवीराम कौशिक, राजेश खर्ब, रमेश जांगड़ा, डा. कुलदीप आर्य, बलवान जांगड़ा, संजय वर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। 
रक्तदान कर मिली विशेष अनुभूति 
सारिका ने कहा कि उन्होंने तीसरी बार रक्तदान किया है और रक्तदान कर उन्हें विशेष अनुभूति हो रही है। जिसे शब्दों में ब्यां नहीं किया जा सकता है। उनके द्वारा दिया गया रक्त  न जाने किसके काम आएगा, यह उसे मालूम नहीं है। उन्होंने आमजन से भी आह्वान किया कि वो भी अपने हर विशेष अवसर पर ऐसे शिविरों का आयोजन करें ताकि समाजसेवा के कार्यों में हम भी अपनी आहूति डाल सकें। 

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