Tuesday, 12 September 2017

हरियाणा प्रदेश का ग्रामीण क्षेत्र खुले में शौच की कुप्रथा से मुक्त : सुभाष चंद्र


25 सितंबर तक शहरी क्षेत्रों को भी ओडिएफ कर लिया जाएगा
पूर्व की सरकारों ने स्वच्छता को लेकर नहीं किया कुछ 

 जींद
स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र ने कहा कि प्रदेश का ग्रामीण क्षेत्र खुले में शौच की कुप्रथा से मुक्त हो चुका है। आगामी 25 सितंबर तक शहरी क्षेत्रों को भी ओडिएफ कर लिया जाएगा। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से वादा किया है कि 15 सितंबर तक ही इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत दिनों पेयजल मंत्रालय द्वारा एक सर्वे किया गया था, जिसमें पाया गया कि हरियाणा प्रदेश का ग्रामीण क्षेत्र खुले में शौच की कुप्रथा से मुक्त हो चुका है। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है। अब प्रदेश की शहरी क्षेत्र को भी इस कुप्रथा से मुक्त करवाने के लिए अभियान तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को स्वच्छ बनाने के लिए हर व्यक्ति को स्वच्छता आदत के रूप में अपनानी होगी, तभी यह स्वच्छता अभियान एक जन आन्दोलन का रूप धारण कर सकेगा और हम अपने उद्देश्य में सफल हो पायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश का लगभग 7० से 8० प्रतिशत शहरी क्षेत्र ओडिएफ हो चुका है। बाकी क्षेत्र को भी आगामी तीन या चार दिनों में इस कुप्रथा से मुक्ति मिल जाएगी। प्रदेश को स्वच्छ बनाने में शासन एवं प्रशासन समेत आम लोगों की सहभागिता की भी उन्होंने प्रशंसा की। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस जनुन के साथ राज्य सरकार आम लोगों को साथ लेकर इस क्षेत्र में कार्य कर रही है, उसे देखकर लग रहा है कि जल्द ही हरियाणा देश का पहला खुले में शौचमुक्त, आवारा पशु मुक्त एवं स्वच्छ प्रदेश बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारें अगर प्रदेश को स्वच्छ बनाने के लिए थोड़ा सा भी प्रयास करते तो इस क्षेत्र में प्रदेश के यह दशा नहीं होती। उन्होंने कहा कि  देश एवं प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वच्छता को एक अहम मुद्दे के रूप में लिया। जिसके परिणाम स्वरूप आज तेजी से देश से गन्दगी खत्म हो रही है और भारत देश इस क्षेत्र में विकसित राष्ट्रों की कतार में पहुंच गया है। उन्होंने गैर सरकारी संगठन तथा आम लोगों से भी अपील की है कि वे देश को स्वच्छ बनाने के लिए चलाये जा रहे अभियान में अपना अहम योगदान देकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका अदा करे। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार स्वच्छता के क्षेत्र में अनेक सकारात्मक ठोस कार्य कर आगे बढ़ रही है। हरियाणा प्रदेश में ठोस कूड़ा, कर्कट प्रबंधन को लेकर 11 कचरा प्रबंधन स्थापित किए जाएंगे। जिनमें से एक केंद्र जींद जिला में भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से तरल कूड़ा कर्कट के प्रबंधन के लिए भी सरकार द्वारा ठोस कदम उठाये जा रहे है। इस अवसर पर एडीसी धीरेन्द्र खडगटा, नगरपरिषद की चैयरपर्सन पूनम सैनी समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे। 

No comments:

Post a Comment

खुद को पर्यावरण के लिए महिला वकील ने कर दिया समर्पित

अब तक लगवा चुकी 177 त्रिवेणी जींद। महिला एडवोकेट संतोष यादव ने खुद को पर्यावरण की हिफाजत के लिए समर्पित कर दिया है। वह जींद समेत अब तक...