Monday, 25 September 2017

रामलीला में कैकेयी और दशरथ संवाद रहा भावुक

संवादों पर जमकर तालियां बजाई दर्शकों ने 

नरवाना

श्रीरामा भारतीय कला केंद्र के तत्वावधान में हुड्डा ग्राउड में आयोजित रामलीला के पांचवे दिन जैन यूनिटी ग्रुप के सभी सदस्यो द्वारा दीप प्रज्वलित तथा रिबन काटकर मंचन का विधिवत शुभारंभ किया गया। आज के प्रसंगो मे मंथरा द्वारा कैकयी को बहकाना, रानी कैकेयी द्वारा कोपभवन में दशरथ से दो वरो का मांगना तथा श्रीराम का वनगमन के लिए तैयार होना प्रमुख रहे। सबसे भावुक दृश्य कैकेयी और दशरथ संवाद था। कैकयी ने अपने दो वरो में भरत के लिए अयोध्या का सिंहासन तथा राम के लिए चौदह वर्ष का वनवास मांग लिया। दशरथ ने नाना प्रकार से उसे समझाने का प्रयास किया परंतु कैकयी की अक्ल पर माया का पर्दा पडा था। उसने दशरथ को उलाहना दिया और अंत मे दशरथ ने यह कहते हुए वर मान लिए कि रघुपति रीत सदा चल आई, प्राण जाये पर वचन ना जाई। एक तरफ दशरथ शोकाकुल थे तो वहीं दूसरी ओर राम ने माता पिता के आदेश को सहर्ष स्वीकार किया और वे वन जाने को तैयार हुए। कैकयी, कौशल्या और सीता की भूमिका में हरीश, श्याम शर्मा व कुलदीप ने दर्शकों के अंतर्मन को छू लिया। रामलीला के प्रवक्ता अचल मित्तल ने बताया कि मीडिया कवरेज से प्रभावित होकर जुलाना से भी कुछ लोग रामलीला देखने आये। रामलीला के मंच पर प्रधान भारत भूषण गर्ग ने सभी मुख्य अतिथियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर रमेश गर्ग, सोनू जैन,राजेश जैन, रोशन जैन, विनय जैन, हिमांशु जैन, आदिश जैन, भारत भूषण बंसल व दर्शको का भारी जन सैलाब उपस्थित रहा।

17 सालों से हनुमान का किरदार निभा रहे हैं मनजीत गौरा 

ओल्ड कोर्ट रोड़ पर अपनी दुकानदारी चला रहे 40 वर्षीय मनजीत गौरा पिछले 17 सालों से हनुमान का किरदार निभा रहे हैं। उसके किरदार को देखने के लिए काफी लोग स्पेशल रामलीला पहुंचते हैं। पर्दा खुलने के बाद उनके गगनभेदी नारेबोल सिया पति रामचंद्र की के बाद लोगों को विशेष सकून मिलता है। इतने लंबे समय से किरदार निभाने से उन्हें लगभग डॉयलाग याद हो गए हैं। वह पीछे से किसी के बोलने का इंतजार ही नहीं करते। सभी डायलाग अपने आप बोलते हैं। मनजीत गौरा ने बताया कि अब उन्हें रिहर्सल की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती लेकिन वह रामलीला के दौरान खाने पीने का काफी ध्यान रखते है। मंगलवार को व्रत रखते हैं। मंदिर जाते हैं और हनुमान की प्रार्थना करते हैं। मनजीत गौरा ने बताया कि कई बार तो उन्हें अयोध्या में होने के  स्वप्न आते है। एक प्रश्न के उतर में उन्होंने कहा कि वह तक तक हनुमान का किरदार निभाता रहेगा जब तक उन्हें श्री राम के आदेश होंगे। 




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