Sunday, 10 September 2017

आधुनिक उपकरणों से लैस होंगे ऑप्रेशन थियेटर


नामी गिरामी अस्पतालों जैसी सुविधाएं होंगी ऑप्रेशन थियेटरों में
आधुनिक ऑप्रेशन थियेटर के मामले में जींद होगा एकमात्र अस्पताल
कुलदीप सिंह 


सामान्य अस्पताल परिसर में 25 करोड़ की लागत से बनी 100 बैड की नई इमारत में बनाए गए चार ऑप्रेशन थियेटर आधुनिक उपकरणों तथा जिंदगी बचाने वाली सुविधाओं से लैस होंगे। जिसमे जबरदस्त तथा आधुनिक लाइफ स्पोटिंग सिस्टम होगा। ऑप्रेशन थियेटरों में वह सब चिकित्सा सुविधाएं तथा उपकरण उपलब्ध होंगे जो देश के नामी गिरामी अस्पतालों में होती हैं। आधुनिक तकनीक तथा आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित ऑप्रेशन थियेटरों के मामले में जींद अस्पताल प्रदेश का एकमात्र अस्पताल होगा। ऑप्रेशन थियेटरों में आक्सीजन, बिजली, पानी समेत अन्य सप्लाई की वस्तुओं के लिए पाइप लाइन बिछाई गई हैं। आधुनिक लाइटिंग सिस्टम है तो आधुनिक ट्रॉली भी लगाई गई हैं। जिसमे ऑप्रेशन के दौरान एलईडी रखने तथा अन्य लाइफ स्पोटिंग सिस्टम से जुड़ी पावर सप्लाई की भी व्यवस्था की गई है। ऑप्रेशन थियेटर कीटाणू रहित हो इसके लिए ऑटोमेटिक सैंसर युक्त दरवाजे लगाए गए हैं। ऑप्रेशन के दौरान किसी प्रकार का व्यवधान पैदा न हो और संक्रमण न फैले इसके लिए छोटी सी खिड़की बनाई गई है। ऑप्रेशन थियेटर की खास बात यह भी है उसमे स्पेशल ऑटोमेटिक इलैक्ट्रीक बोर्ड लगाया गया है। जिसके स्क्रीन पर तापमान, आक्सीजन सप्लाई, बिजली, पानी, टाइम की जानकारी लगातार मिलती रहेगी। ऑटोमेटिक इलैक्ट्रीक बोर्ड की खासयित यह भी है कि यह हर चिकित्सक रूम से जुड़ा होगा, जिसमे ऑप्रेशन थियेटर में मौजूद चिकित्सक को दूसरे चिकित्सक से संपर्क साधने में फोन की जरूरत नहीं होगी। बल्कि ऑटोमेटिक इलैक्ट्रीक बोर्ड में ऐसी व्यवस्था की गई है कि उसमे लगाए गए माइक्रो फोन के सामने खड़ा होकर कोई भी चिकित्सक अपने दूसरे चिकित्सक से संपर्क कर सकता है। इसी प्रकार विशेष अलमारी की व्यवस्था की गई है। जिसमे ऑप्रेशन का सामान रखा जाएगा। इसके अलावा ऑप्रेशन थियेटर में बोर्ड की व्यवस्था की गई है जिसमे चिकित्सक ऑप्रेशन शुरु करने से पहले ऑप्रेशन से संबंधित साजो सामान को बोर्ड पर लिखेगा ताकि बाद में ऑप्रेशन के दौरान किसी वस्तु की जरूरत न पड़े। ऑप्रेशन थियेटरों में लगाए गए दरवाजे ऑटोमेटिक तथा सेंसर युक्त हैं। अंदर ऑप्रेशन कर रहे चिकित्सकों के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति ऑप्रेशन थियेटरों के दरवाजों को नहीं खोल सकता। इस प्रकार की व्यवस्था ऑप्रेशन थियेटरों में की गई है। ऑप्रेशन थियेटर में लगाई गई ट्रॉली का यह भी फायदा होगा कि चिकित्सकों को ऑप्रेशन के दौरान उपकरण सहयोगी से नहीं मांगने पड़ेंगे। बल्कि ट्राली में रखा साजोसामान ऑप्रेशन कर रहे चिकित्सक के सामने होगा। चिकित्सक अपनी सुविधा अनुसार आगे-पीछे तथा ऊपर नीचे कर सकता है। 

आक्सीजन सिलेंडर ढोने से मिलेगी निजात

सामान्य अस्पताल की नई ईमारत में ऑक्सीजन सिलेंडरों को ढोने से कर्मचारियों को निजात मिल जाएगी। नई इमारत में आक्सीजन का प्लांट लगाया गया है। जो पाइप लाइन के माध्यम से ऑप्रेशन थियेटर समेत अन्य स्थानों पर अपने आप सप्लाई होती रहेगी। खास बात यह भी है कि बिजली, पानी, आक्सीजन, एसी की जरूरत के हिसाब से प्रयोग किया जा सकता है। जिसके लिए पैनल की व्यवस्था एक ही स्थान पर की गई है। आक्सीजन प्लांट पर लगभग छह करोड़ रुपये की लागत आई है। जिसका ठेका दिल्ली की कंपनी को दिया गया है। इसके अलावा ऑप्रेशन थियेटर को कंपनी अगले पांच सालों तक आपरेट करेगी। 
सामान्य अस्पताल के मैडिकल अधीक्षक डा. अनिल बिरला ने बताया कि चारों ऑप्रेशन थियेटर आधुनिक तथा लाइफ स्पोटिंग सिस्टम से लैस हैं। ऑप्रेशन थियेटरों में तमाम वे सुविधाएं उपलब्ध होंगी जो देश के नामी गिरामी अस्पतालों में होती हैं। आधुनिक सुविधाओं तथा लाइफ स्पोटिंग सिस्टम से लैस जींद के ऑप्रेशन थियेटर प्रदेश के पहले ऑप्रेशन थियेटर होंगे। 

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