Thursday, 30 November 2017

वृंदावन से आए कलाकारों ने मोहा मन

गीता महोत्सव को देखने के लिए उमड़ी लोगों की भीड़
स्कूली बच्चों ने प्रस्तुत किए रंगारंग कार्यक्रम 
जींद 
गीता जयंती समारोह के दूसरे दिन सफीदों के विधायक जसबीर देशवाल ने कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में शिरकत की। उन्हें बीन बांसूरी के मधुर संगीत के बीच समारोह स्थल तक ले जाया गया। इसके बाद उन्होंने समारोह स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी स्टालों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने समारोह स्थल पर बनाये गए प्राचीनकालीन दंगल में कुश्ती कर रहे पहलवानों से परिचय लिया और कुश्ती देखी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के स्टाल पर लगाये गये बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत लगाये गये बैनर पर हस्ताक्षर कर अभियान को गति प्रदान की। विधायक जसबीर देशवाल ने समारोह स्थल पर बने अस्थाई जींद धरोहरशाला का भी अवलोकन किया। 
उन्होंने यहां जींद रियासत के राजाओं के चित्र, उनके समय के दौरान प्रयोग होने वाले स्टाम्प पेपर, राजाओं द्वारा लिये गये निजी पत्रों, राजाओं के सरकारी रिकार्ड को भी देखा। उन्होंने धरोहरशाला में रखी प्राचीन कालीन वस्तुओं का भी अवलोकन किया। धरोहरशाला के एक प्रतिनिधि ने विधायक को बताया कि यहां 4०० से 5०० साल पुरानी वस्तुओं को संजोया गया है। वहां मौजूद पर्यटकों ने इन पुरानी वस्तुओं के साथ विधायक जसबीर देशवाल के साथ सैल्फि भी ली। इस दौरान उन्होंने एक स्टाल पर बनी मशरूम की जलेबियों तथा पकोडिय़ों का भी आनंद भी लिया। इसके उपरान्त मुख्य अतिथि को घासफूस से बने अतिथि गृह में ले जाकर जलपान करवाया गया। उन्होंने कहा कि यहां आकर लगता है कि हम प्रकृति की गोद में आ गये है और वह हमें धीरे-धीरे प्यार से सहला रही है। इसके बाद विधायक जसबीर देशवाल ने विजिटर बुक में हस्ताक्षर कर गीता जयन्ती समारोह पर टिप्पणी करते हुए इसे लाजवाब करार दिया। इस दौरान उनके साथ नगराधीश सत्यवान सिंह मान, जिला परिषद के सीईओ मंदीप कुमार व अन्य अधिकारीगण साथ रहे। 
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन 
गीता जयंती समारोह के दूसरे दिन भी स्थानीय बाल कृष्ण रंगशाला में शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में स्वामी आर्यवेश ने बतौर मुख्यअतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने दीप प्रवल्लिजत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर नगराधीश सत्यवान सिंह मान, जिला परिषद के सीईओ मंदीप कुमार, जिला रैडक्रॉस सोसायटी के सचिव राजकपूर सूरा समेत कई प्रशासनिक अधिकारी एवं मौजिज व्यक्ति मौजूद थे। सांस्कृतिक समारोह को सम्बोधित करते हुए स्वामी आर्यवेश ने कहा कि श्रीमद् भगवत गीता जीवन का मुल है। मानव को गीता में दिए संदेशों के अनुरूप ही जीवन बिताना चाहिए, जो व्यक्ति गीता के अनुरूप जीवन बिताता है उसे न केवल जीवन में बल्कि जीवन के बाद भी किसी प्रकार का कोई कष्ट नहीं होता। उन्होंने कहा कि गीता एक ऐसा पवित्र ग्रंथ है जिसमें सभी समस्याओं का समाधान छूपा हुआ है। इसलिए व्यक्ति को अपनी समस्याओं का समाधान खोजने के लिए इधर उधर भटकने की जरूरत नहीं है। उसे समस्या के समाधान के लिए गीता का पाठ पढऩा चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि गीता हमें सदकर्म करने की प्रेरणा देती है। इसलिए जीवनभर सदकर्म करते हुए समाज को आगे ले जाने के प्रयास करने चाहिए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दे रहे कलाकारों की प्रशंसा करते हुए स्वामी आर्यवेश ने कहा कि कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि सभी प्रस्तुतियां भगवान श्रीकृष्ण की जीवन लीलाओं एवं उनके जीवन से प्रेरित रही। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति जो देखता है, सुनता है एवं बोलता है वह उसी प्रकार से संस्कारित होता चला जाता है। आज बच्चों की प्रस्तुतियां देखकर लगा कि बच्चों के अन्दर का मानव पूरी तरह से कृष्णमय हो चुका है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से गीता जयन्ती मनाने का औचित्य सही साबित हो रहा है, क्योंकि हजारों की संख्या में लोग यहां आकर गीता ज्ञान अर्जित कर रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों एवं स्कूली बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। सभी प्रस्तुतियां शानदार रही। लगभग सभी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भगवान श्री कृष्ण की जीवन लीलाओं एवं एवं उनके जीवन पर आधारित रही। सभी प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोहा। 

गीता जीवन जीने की कला है : जसबीर देशवाल 

गीता नि:स्वार्थ भाव से कर्म करने का संदेश देती है : स्वामी आर्यवेश


गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को स्थानीय डीआरडीए के सभागार में पवित्र ग्रंथ गीता का मानव जीवन में महत्व विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। सफीदों के विधायक जसबीर देशवाल ने बतौर मुख्यअतिथि के रूप में शिरकत करते हुए सेमिनार का विधिवत रूप से उद्घाटन किया। विधायक जसबीर देशवाल ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है बल्कि गीता जीवन जीने की कलां है। आने वाली पीढिय़ो को गीता ज्ञान उपलब्ध करवाने के लिए सरकार द्वारा गीता के कुछ श्लोकों को पाठयक्रम में भी शामिल करवाया गया है। उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान का भण्डार है। हर व्यक्ति को गीता का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। सेमिनार में पवित्र ग्रंथ गीता की विस्तृत जानकारी रखने वाले प्रबुद्ध व्यक्ताओं ने गीता के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ज्ञान हर चीज का आधार होता है। कर्म योग ज्ञान का साकार रूप है। गीता ज्ञान का भंडार है।  सदकर्म करने के लिए गीता ज्ञान को प्राप्त करना होगा। कर्म को बदलने के लिए ज्ञान को बदलना होता है, ज्ञाान से ही कर्म बनता है। उन्होंने कहा कि आज गीता का ज्ञान घर-घर पंहुच रहा है। सरकार द्वारा गीता जयंती मनाने के निर्णय की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय स्वस्थ समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा।  

गीता नि:स्वार्थ भाव से कर्म करने का संदेश देती है : स्वामी आर्यवेश
स्वामी आर्यवेश ने अपने व्याख्यान में कहा कि गीता नि:स्वार्थ भाव से कर्म करने का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि इस तरह की दुरगामी सोच रखने वाले लोग ही इतिहास रचते है। ज्ञान के बगैर कोई भी कार्य नहीं हो सकता और गीता ज्ञान का भंडार है। इसलिए गीता को न केवल पढऩा चाहिए बल्कि इसे अपने जीवन में भी आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण  के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके जीवन से हमें जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। उनके द्वारा दिया गया गीता का ज्ञान आज भी प्रासांगिक है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को गीता का अधिकाधिक ज्ञान प्राप्त करना चाहिए, जीवन को सुखमय एवं कष्टमुक्त बनाना है तो गीता में दिए गए संदेश के अनुरूप दूसरों का अपने प्रति जो आच्चरण चाहते है, वहीं आच्चरण दूसरे के साथ करना चाहिए। जीवन में कभी भी गलती से भी गलती नहीं करनी चाहिए, क्योंकि जो कर्म हम करते है, उसी के फल हमें भोगने पड़ते है। उन्होंने संयासी का मतलब समझाते हुए कहा कि संयासी वस्त्रों का धारण कर निठला बैठ जाने से कोई व्यक्ति संयासी नहीं बन जाता बल्कि संयासी वह व्यक्ति है जो संयास धारण कर धर्म की राह पर चलकर समाज को आगे ले जाने का काम करता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को अगर बाल्यकाल से ही गीता का ज्ञान दिया जाये तो समाज से हर प्रकार की बूराई को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। जिस दिन बच्चों ने बाल्यकाल से ही गीता के ज्ञान को आत्म सात करना शुरू कर दिया तो उस भारत को दूनिया का सिरमौर बनने से कोई ताकत नहीं रोक पायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता दूनिया में सबसे अधिक पढ़ाया जाता है। एक सर्वे के अनुसार दूनिया में बाईबल को 19० करोड़ लोग मानते है। लेकिन गीता को इस से भी बड़ी संख्या में लोग पढ़ते है। सियाराम शास्त्री ने कहा कि भारत को विश्व गुरू बनाने में ऋषियों, महात्माओं, एवं संतों का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि गीता, गंगा, गायत्री, गुरु, गऊ तथा गौरी ये छह ऐसे बिन्दू है अगर इनकी दशा सही रही तो देश की दशा भी सही रहती है।  जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदीप कुमार ने सेमीनार में आये वक्ताओं को गीता की एक प्रति एवं चदर भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर एडीसी धीरेंद्र खडगटा, नगराधीश सत्यवान सिंह मान, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदीप कुमार मौजूद रहे। सेमिनार में स्वामी आर्यवेश, स्वामी रामवेश तथा आचार्य देवी दयाल, राजेश स्वरूप शास्त्री, कुमारी सिवानी शर्मा ने मुख्य व्यक्ताओं के रूप में शिरकत की।  

...तीन साल में एड्स के 426 मरीज आए सामने

जींद में बढ़ रही एड्स के मरीजों की संख्या
एड्स रोगियों में 40 गर्भवती महिलाएं भी शामिल

 जींद 
जींद जिला में एड्स के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले तीन सालों में स्वास्थ्य विभाग को 426 लोग ऐसे मिले हैं जो एड्स रोग से ग्रसित हैं और इनमें 40 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि हरियाणा एड्स कंट्रोल सोसायटी और स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने को लेकर समय-समय पर शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है लेकिन इस जागरूकता के बाद भी एड्स का ग्राफ कम होने की बजाय लगातार बढ़ रहा है। 
लाखों रुपये हो रहे हैं खर्च 
जिला में किसी भी तरीके से एड्स न फैले इसके लिए स्वास्थ्य विभगा द्वारा 
विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसके लिए लाखों रुपए का बजट भी होता है और इन कार्यक्रमों पर रुपए भी खर्च किए जाते हें। स्वास्थ्य विभाग के लाखों प्रयास के बाद भी लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं। पिछले तीन सालों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो जिले में 426 लोग एड्स से ग्रस्त मिले। साल 2014 में 150 लोग एड्स से ग्रस्त मिले हैं। इनमें 79 पुरूष और 61 महिलाएं शामिल थी। इस साल स्वास्थ्य विभाग द्वारा 7881 महिलाओं और पुरूषों की जांच की गई थी। इसके अलावा 6554 गर्भवती महिलाओं की जांच के बाद 10 गर्भवती महिलाएं एड्स से ग्रस्त मिली हैं। 
वर्ष 2015 में एड्स से ग्रस्त लोगों की संख्या थी १३७ 
साल 2015 में एड्स से ग्रस्त लोगों की संख्या 137 रही। इस साल 92 पुरूष और 35 महिलाओं को एडस से पीडि़त होने की पुष्टि हुई। इस साल जांच के दौरान 10 गर्भवती महिलाएं एडस से ग्रस्त मिली। स्वास्थ्य विभाग द्वारा साल 2015 में 8969 मरीजों की जांच की गई। इसके अलावा 7190 गर्भवती महिलाओं की जांच स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई। साल 2016 में एड्स पीडि़त मरीजों की सं या 139 रही। इस साल गर्भवती महिलाओं की सं या 20 रही। विभाग की ओर से 7847 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। इसके अलावा 71 पुरूषों और 48 महिलाओं को एडस की पुष्टि हुई। 
एक साल में 100 से ज्यादा मरीजों ने बढ़ाई चिंता
स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडस की बीमारी के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कैंप लगाए जाते हैं। सबसे ज्यादा कैंप सार्वजनिक स्थलों पर लगाए जाते हैं। हरियाणा एडस कंट्रोल सोसायटी के कर्मचारी और काउंसलर खुद फील्ड में जाकर कैंप लगाते हैं और लोगों को एड्स से बचाव के बारे में जागरूक करते हैं। लाख प्रयासों के बाद भी जींद में एडस पीडि़तों की सं या हर साल 100 से अधिक सामने आ रही है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के अनुसार सबसे ज्यादा एडस चालकों को मिली है। 
एचआईवी को रोकने के लिए विभाग करता है हर संभव प्रयास : डॉ. दहिया
स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ डॉ. संजय दहिया ने बताया कि एचआईवी को रोकने के लिए विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रमों का तो आयोजन किया ही जा रहा है, इसके साथ ही समय-समय पर चालकों को भ्ज्ञी एड्स बीमारी के प्रति जागरुक किया जा रहा है। अब लोगों को भी इस बीमारी के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। जब तक लोग जागरूक नहीं होंगे, तब तक एडस ग्रस्त लोगों की संख्या कम नहीं हो पाएगी। 

100 घंटे के रोजगार के लिए सबसे अधिक पोस्ट ग्रेजुवेट कर रहे आवेदन

सूक्षम युवा योजना के तहत 2155 पोस्ट ग्रेजुवेट ने किया आवेदन
विभाग ने 1606 फाइलों को दी अप्रूवल 
बेरोजगारी भत्ता लेने के लिए युवा 30 तक कर सकते हैं आवेदन 

 जींद 
बेरोजगारोंको 100 घंटे रोजगार देने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई सक्षम युवा योजना का फायदा उठाने के लिए युवा बड़ी संख्या में आवेदन कर रहे हैं। आवेदन करने वालों में पीजी पास कर चुके युवाओं की संख्या अधिक हैं। वहीं बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है। 
जिला रोजगार कार्यालय द्वारा बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने के साथ-साथ 100 घंटे तक काम उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए बेरोजगारों से आवेदन मांगें गए हैं। इस योजना का फायदा उठाने के लिए आवेदक को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसकी एक प्रति कार्यालय में जमा करानी होगी। जो भी आवेदन पहुंचेंगे मेरिट के आधार पर उन्हें 100 घंटे का रोजगार मुहैया कराया जाएगा। अब इस योजना का फायदा उठाने के लिए सबसे ज्यादा युवा आवेदन कर रहे हैं। इसके लिए यूजी तथा पीजी पास बेरोजगार युवक आवेदन कर सकते हैं। आवेदक की उम्र 21 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। स्नातक पास भी आवेदन कर सकते हैं। हरियाणाए दिल्ली और चंडीगढ़ के विश्वविद्यालय से पास युवक ही आवेदन कर सकते हैं। योजना के तहत पीजी पास बेरोजगार युवक को तीन हजार और यूजी पास युवक को 1500 रुपए दिए जाएंगे। 
आवेदन करने की योग्यता
पुराने भत्ते के लिए आवेदक कम से कम 12वीं पास होना चाहिए। आवेदक की उम्र 21 से 35 वर्ष होनी चाहिए। परिवार के सदस्यों की आय तीन लाख रुपए से अधिक हो। एक नवंबर को नाम दर्ज कराए तीन वर्ष पूरे हो चुके हो। पांच एकड़ से अधिक कृषि योग्य जमीन हो। रिहायशी और कॉमर्शियल जमीन या भवन की कीमत 10 लाख रुपए से अधिक हो। 
प्रत्येकविभाग से मांगी जाती है जानकारी 
100 घंटे रोजगार के लिए आवेदन करने वाले युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए डीसी द्वारा प्रत्येक विभाग से रिपोर्ट मांगी जाती है। विभागों द्वारा सर्वे या फिर अन्य कार्यों के बारे में डीसी को रिपोर्ट भेजी जाती है। विभाग की जरूरत के अनुसार मेरिट के आधार पर आवेदकों को रोजगार मुहैया कराया जाता है। 
सक्षम योजना का फायदा उठाने के लिए अबतक जिला रोजगार कार्यालय के पास पोस्ट ग्रेजुवेट 2155 युवाओं ने आवेदन किया है। इसमें से 1606 फाइलों को विभाग की अप्रूवल मिली है। इसी तरह अंडर ग्रेजुवेट के लिए 1068 फाइलें विभाग को मिली हैं और इसमें से विभाग द्वारा 853 फाइलों को अप्रूव किया गया है। इसके अलावा जिला रोजगार कार्यालय में पुराने भत्ते के लिए आवेदन प्रक्रिया भी चल रही है। आवेदक 30 नवंबर तक आवेदन जमा करा सकते हैं। रोजगार कार्यालय में अब तक सैंकडों फाइल आवेदन के लिए आ चुकी हैं। इनमें 12वीं, यूजी और पीजी पास आवेदक शामिल हैं। आवेदन जमा करवाने की अंतिम तिथी 30 नवंबर होने के चलते आवेदकों की भीड़ बढ़ रही है। आवेदक रोजगार कार्यालय से निशुल्क फार्म प्राप्त कर सकता है। 
जिला सहायक रोजगार अधिकारी अंजू नरवाल ने बताया कि बेरोजगारी भत्ते के आवेदन को लेकर दिशा-निर्देश चस्पा किए गए हैं। इसके अलावा सूक्षम योजना के तहत भी आवेदक फाइल जमा करवा रहे हैं। अबतक पोस्ट ग्रेजुवेट के तहत 1606 फाइलों तथा अंडर ग्रेजुवेट के तहत 853 फाइलों को अप्रूव किया गया है। 

शहीद मेजर संजीव लाठर के जीवन से सभी युवा लें प्रेरणा : डीसी अमित

बुढ़ा खेड़ा गांव में शहीद की याद में लगाया रक्तदान शिविर
रक्तदान शिविर में 80 युनिट की एकत्रित

 जुलाना
गांव बुढ़ा खेड़ा लाठर में शहीद मेजर के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में रक्तदान शिविर का आयोजन कियश गया। गत 30 नवंबर 2016
को सुकमा में हेलीकॉपर के क्रे श होने से मेजर संजीव लाठर शहीद हो गए थे के शहादत दिवस के रूप में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता युवा संगठन के प्रधान बिजेंद्र ने की। कार्यक्रम में उपायुक्त अमित खत्री ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। शिविर में जींद के सिविल हॉस्पीटल की टीम ने ८० युनिट रक्त एकत्रित किया। कार्यक्रम छात्रों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए डीसी ने कहा कि सभी को शहीद मेजर के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढऩा चाहिए। शहीद मेजर संजीव लाठर ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। सदैव संजीव लाठर लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। बुढ़ाखेड़ा गांव के राजकीय स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सैंकड़ो ग्रामीणों सहित स्कूली बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्र में स्कूली बच्चों ने देशभक्ति के गीत सुनाकर ग्रामीणों को भावविभोर किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यातिथि डीसी अमित खत्री ने  शहीद मेजर संजीव लाठर की प्रतिमा का शिल्यानास किया गया। इसके अलावा गांव में मौजूद प्राचीन तालाब रामसर के सौंदर्यकरण का भी शिलांयास किया गया। डीसी ने गांव के विकास के लिए १५ लाख रुपये देने की घोषणा की। डीसी ने कहा कि सरक ार शहीद के परिवार के साथ है। उनके जन्मदिन आगमी २८ फरवरी को गांव में सभी विभागों के अधिकारियों को बुलाकर एक खुले दरबार का आयोजन किया जाएगा। जिसमें गांव की सभी समस्याओं को मौके पर ही निपटान किया जाएगा। बच्चों को भी देशभक्ति की फिल्में देखकर प्रेरणा लेकर देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होने के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करते हुए मेहनत करनी चाहिए। युवा संगठन के प्रधान बिजेंद्र ने उपायुक्त से मांग रखी कि उनके गांव के स्कूली बच्चों को परीक्षा देने के लिए दूसरे गांव में जाना पड़ता है। गांव में ही स्कूल में बच्चों की परीक्षाएं होनी चाहिए। इसके अलावा गांव को आदर्श गांव घोषित कर विकास कार्य करवाए जाएं। इस पर डीसी ने आस्वासन दिया कि शहीद के जन्मदिन पर यह सभी मांगे पूरी की जाएंगी।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राजेश टिवाणा, पंचायती राज एसडीओ गोविंदराम, जेई कृष्ण गर्ग, ग्राम सचिव रमेश कुमार, रेडक्रॉस सचिव राजकपूर सूरा, जिला प्रशिक्षण अधिकारी ईश्वर सांगवान, समाजसेवी शमशेर लाठर, जुलाना थाना प्रभारी रोहतास ढूल, पार्षद सतीश पहलवान, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष गुरदास, भाजपा से जुलाना के प्रत्याशी रहे संजीव बुआना, निगरानी कमेटी प्रमुख सतीश सांगवान, एसजी स्कूल के डायरेक्टर बलवान मलिक, सरपंच एसोसिएशन के प्रधान राजेश गोयत सहित काफी संख्या में सरपंच और ग्रामीण मौजूद रहे।

बनभौरी धाम के सरकारीकरण के विरोध में ब्राह्मणों ने खोला मोर्चा

सरकारीकरण केवल उनकी लाशों पर चलकर ही होगा
मंदिर के साथ-साथ गुरूद्वारों, मस्जिदों का भी करें सरकारीकरण : दीक्षित
षडय़ंत्र के पीछे बताया मुख्यमंत्री के निजी सचिव का हाथ
जींद
माता बनभौरी धाम के सरकारीकरण का फैसला करने वाली मनो सरकार के खिलाफ ब्राह्मणों ने मोर्चा खोल दिया है। ब्राह्मणों ने इसे सीधे-सीधे बड़ा षडयंत्र बताते हुए सरकार को अपना फैसला वापिस लेने के लिए 15 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। इसके लिए उन्होंने साफ चेताया है कि सरकारीकरण केवल हजारों लाशों के ढेर पर चलकर ही किया जा सकता है। मंदिर के सरकारीकरण के विरोध में वे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी, सुषमा स्वराज सहित कई केंद्रीय मंत्रियों के अलावा करनाल सांसद अश्विनी चोपड़ा, कुरूक्षेत्र सांसद राजकुमार सैनी, कांग्रेस तथा इनेलो सांसदों से भी साथ देने की अपेक्षा की है। ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरीराम दीक्षित, कौशिक खाप के उपप्रधान बलवान कौशिक, इंद्रप्रस्थ शिक्षण संस्थान के चेयरेमेन कपिल शर्मा, ब्राह्मण सभा के पूर्व प्रधान रामफूल शर्मा, डा. वेदप्रकाश, सतपाल शर्मा, प्रेम भारद्वाज,पवन शर्मा ने गुरूवार को बुलबुल टूरिस्ट कॉम्पलेक्स में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि देश-प्रदेश के जिन श्रद्धालुओं की आस्था माता बननभौरी में है, उनकी भावनाओं के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बड़ा भारी खिलवाड़ किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों माता बनभौरी धाम का सरकारीकरण करने का जो तुगलकी फरमान सुनाया है, उसने मुगल जमाने के तानाशाह शासक औरंगजेब की याद दिला दी है। जिसने अपनी चौधर जमाने के लिए हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया था। शर्म की बात है कि मंदिर के नाम से सत्ता में आने वाली और लोगों के जहन में बसने वाली भाजपा सरकार आज मंदिरों पर कब्जा करने पर उतारू हो गई है। 200 साल पुराने माता के मंदिर जिसे 14 पीढिय़ां अपनी अथक आस्था और परिश्रम से सिंचती आई, उसका मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सरकारीकरण करने का फैसला लिया। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से न केवल ब्राह्मणों को चोट पहुंची है, अपितु देश के कई राज्यों में फैले हुए श्रद्धालुओं को आघात पहुंचा है। माता के करोड़ों श्रद्धालु आज मनोहर सरकार से सवाल पूछ रहे है कि अगर मुख्यमंत्री को इस मंदिर का सरकारीकरण करना है तो वे पहले गुरूद्वारों, मस्जिदों,डेरों तथा गिरिजाघरों का करें। किंतु मुख्यमंत्री में ऐसा करने की हिमाकत नहीं है। भाजपा सरकार उन्हीं सिढिय़ों को धराशायी कर रही है, जिसके बलबूते पर सत्ता में पहुंची। भाजपा सरकार ने बनभौरी धाम की सालाना आमदनी और वहां की व्यवस्था को आधार बनाकर उसका सरकारीकरण किया है। माता भनभौरी धाम में व्यवस्था भली-भांति अच्छी है। रही बात आमदनी की वह श्रद्धालुओं की श्रद्धा पर निर्भर है। अगर मां के भक्त वहां अपनी आस्था अनुरूप चढ़ावा चढ़ाते है, तो इसमें मुख्यमंत्री को दर्द नहीं होना चाहिए। अगर भाजपा सरकार ने आमदनी को लेकर मंदिर का सरकारीकरण किया है तो कल को गुरूद्वारों, मस्जिदों, गिरिजाघरों प्राइवे हस्पतालों तथा उन दुकानों का भी सरकारीकरण होगा, जो अपनी नेक नीति और परिश्रम के कारण फलीभूत हो चुके हैं। प्रदेश सरकार ने जो सरकारीकरण की तलवार लटकाई है, वह रंजिशन है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस रंजिशन के पीछे हरियाणा के मुख्यमंत्री के निजि सचिव राजेश गोयल और उनके इर्द गिर्द घूमने वाले गिने-चुने चंद लोगों का हाथ है। दीक्षित ने कहा कि प्रदेश सरकार का यह निर्णय ना केवल हरियाणा में अपितु देश भर में भाजपा को रसातल में पहुंचा देगा। क्योंकि ब्राह्मण, श्रद्धालु और समस्त संत-समाज माता बनभौरी धाम का सरकारीकरण किसी भी कीमत पर नहीं होने देगा। मंदिर का सरकारीकरण अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री को करना है तो उसे लाखों लाशों से गुजरकर करना होगा। इससे पहले कि देश-प्रदेश में ये माता भक्त अपनी जान की आहुति दें, प्रदेश सरकार अपना तुगलकी फरमान वापिस लें। भाजपा के मैनेजर के इर्द-गिर्द घूमने वाले जिन लोगों ने मंदिर के सरकारीकरण के फरमान पर लड्डू बांट कर सराहना की है, उनको माता बनभौरी का प्रकोप नहीं छोड़ेगा। दीक्षित ने कहा कि अगर भाजपा सरकार के आला नेता और हरियाणा में उनके लोकसभा सांसद ब्राह्मणों, साधू-संतों और करोड़ों श्रद्धालुओं की कद्र करते है तो अपने अनुभवहीन मुख्यमंत्री मनोहरलाल और चंद लोगों की टोली पर लगाम लगाएं। मंदिर के सरकारीकरण के विरोध में वे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी, सुषमा स्वराज सहित कई केंद्रीय मंत्रियों के अलावा करनाल सांसद अश्विनी चोपड़ा, कुरूक्षेत्र सांसद राजकुमार सैनी, कांग्रेस तथा इनेलो सांसदों से भी साथ देने की अपेक्षा कर रहे है। अगर मुख्यमंत्री ने सरकारीकरण की अपनी हठ नहीं छोड़ी तो यह माना जाएगा कि वे हरियाणा को चौथी बार लहुलूहान करने की सोच रखते है। इस बार लहुलुहान माता के लाखों श्रद्धालु ब्राह्मण तथा साधू-संत अपनी जान न्यौछावर करेंगे। उन्होंने कहा इस विरोध के ट्रेलर जल्दी ही देश-प्रदेश के सामने दिखाएं जाएंगे। इससे पहले की कोई बड़ा जलजला उठे। प्रदेश की भाजपा सरकार अपना निर्णय वापस लें। 


गीता अविरल बहती ज्ञान की गंगा


गीता महोत्सव के तीसरे दिन बच्चों ने दी रंगारंगा प्रस्तुति
गोयल ने प्रदर्शनी स्टालों का किया अवलोकन

 जींद 
मुख्यमंत्री मनोहरलाल के निजी सचिव राजेश गोयल ने कहा कि गीता कोई धार्मिक गं्रथ नहीं है, यह अविरल बहती ज्ञान की गंगा है। जीवन को ऊपर उठाने के लिए हर व्यक्ति को इस ज्ञान की गंगा में डूुबकी लगानी चाहिए। पवित्र ग्रंथ गीता जीवन जीने की कला है। इस ग्रंथ में पथ से विमुख हुए व्यक्ति को सही रास्ता दिखाने का मादा है। 
राजेश गोयल वीरवार को गीता जयंती समारोह के तीसरे दिन स्थानीय दिवान बाल कृष्ण रंगशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान को भारतवर्ष ही नहीं बल्कि पूरी दूनिया में माना जाता है। यह भी माना जाता है कि गीता सभी धर्मों का आधार है। सभी धर्म गीता के संदेश से ही प्रेरित है। आज पूरे विश्व में गीता के ज्ञान की धूम मची हुई है। आज भारत के साथ दुनिया के कई देश गीता जयंती मना रहे हैं। कई देशों में आज निर्धारित समय पर गीता के श्लोको का उच्चारण हुए है। कार्यक्रम में भी गीता के श्लोकों का उच्चारण किया गया है। 
मुख्यमंत्री के निजी सचिव ने कहा कि गीता सदकर्म करने का संदेश देती है। मनुष्य को जीवनभर सदकर्म करने चाहिए। गीता हर समस्या का समाधान है। इस पुस्तक में निहित प्रत्येक श्लोकों किसी न किसी समस्या, शंका का समाधान अवश्य करता है। इसलिए जिस व्यक्ति को जिस भी प्रकार की समस्या हो वह उसी प्रकार के श्लोकों का उच्चारण कर समस्या का समाधान कर सकता है। उन्होंने कहा कि गीता के ज्ञान को घर-घर पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा सकारात्मक प्रयास किये जा रहे हैं ताकि देश एवं प्रदेश हर क्षेत्र में इसी प्रकार से तेजी से आगे बढ़ता रहे। 
प्रदर्शनी स्टालों का किया अवलोकन
समारोह स्थल पर गोयल ने विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने एक-एक स्टाल पर जाकर जानकारी हासिल की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकारी जन कल्याणकारी योजनाओं की अधिकाधिक जानकारी लोगों तक पहुंचाएं ताकि इन योजनाओं का लोग अधिकाधिक फायदा उठा सकें। उन्होंने जींद धरोहर का भी अवलोकन किया। उन्होंने धरोहरशाला में रखी वर्षों पुरानी वस्तुओं को काफी देर तक निहारा। राजा-महाराजाओं द्वारा लिखे गए पत्रों को भी पढ़ा। उन्होंने इन प्राचीन वस्तुओं के साथ फोटो भी बनवाए। वहीं कलाकारों एवं बच्चों ने मुख्यमंत्री के निजी सचिव के साथ सैल्फी भी ली। 
जब निजी सचिव ने सुनाया देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत गीत
सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। दर्शकों की मांग पर मुख्यमंत्री के निजी सचिव राजेश गोयल ने देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत एक गीत भी सुनाया। गीत के बोल कुछ इस तरह से रहे दम निकले इस देश की खातिर बस इतना अरमान है एक बार राह पै मरना सौ जन्मों के सम्मान है देख के वीरों की कुर्बानी अपना दिल भी डोला मेरा रंग दे बंसती चौला। वे जब इस गीत की प्रस्तुति दे रहे तब दर्शकों ने उनका पूरा साथ निभाते हुए उनके सुर में सुर मिलाया। 
निजी सचिव ने विजिटर बुक में लिखा एक्सीलैंट
गीता जयंती समारोह के हर दिन के कार्यक्रमों की शुरूआत करने के लिए मुख्य अतिथि को बुलाया जाता है। वीरवार के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के निजी सचिव को बुलाया गया। उन्होंने विजिटर बुक में हस्ताक्षर करते हुए कहा कि कुरूक्षेत्र के बाद जीन्द में मनाई गई गीता जयन्ती प्रदेश भर में सबसे शानदार रही है। इसके लिए उन्होंने विजिटर बुक में एक्सिलैंट शब्द भी लिखा। 
सांस्कृतिक समारोह कार्यक्रम में इन्होंने दी शानदार प्रस्तुतियां
कार्यक्रम में मोती लाल नेहरू वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ने समुह नृत्य, डीएवी सेंटेनरी स्कूल ने एकल नृत्य, गुरु द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल ने एकल नृत्य, गुरुकुल पांडू पिंडारा ने युगल नृत्य, जाट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जींद ने हरयाणवी ऑरकेस्ट्रा, गुरु द्रोएााचार्य पब्लिक स्कूल ने शिव एक्ट, महाराजा कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जींद ने समूह नृत्य, यदुवंशी समिति ईगराह द्वारा समूह नृत्य तथा अन्य कई स्कूलों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। 
 श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति जीन्द द्वारा गीता पाठ का किया गया आयोजन
श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति एवं श्री कृष्ण कृपा युवा मंच जींद द्वारा संयुक्त रूप से जयंती देवी मंदिर में गीता जयंती के पावन अवसर पर बहुत ही भव्य तरीके से अष्टादश श्लोकी गीता पाठ का आयोजन किया गया।  इस कार्यक्रम में 12 स्कूलों के लगभग हजार बच्चों एवं शहर के काफी गणमान्य व्यक्तियों ने बहुत ही उत्साह व खुशी से भाग लिया। सभी बच्चों एवं उपस्थित जनों ने सामूहिक रूप से गीता के अठारह अध्यायों में से एक एक श्लोक चुनकर तैयार किए गए गीता पाठ जिसे अष्टादश श्लोकी गीता पाठ का नाम दिया गया था का सभी ने बहुत आनंद लेते हुए गायन किया। समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में श्री राधे चरण पादुका सेवा समिति, विश्व हिन्दु परिषद, अन्न क्षेत्र जींद, गायत्री परिवार जीन्द आादि कईं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। आयोजित कार्यक्रम में शांति सदभाव प्रार्थना एवं गीता जी की आरती भी की गई। इस अवसर पर समिति के प्रधान कुंवर सुरेन्द्र सिंह एवं सरंक्षक मास्टर हरबंस लाल रल्हन ने सभी से गीता जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने एवं उसे अपने जीवन में अपनाने का आहवान किया। अंत में समिति द्वारा सभी में प्रसाद का वित्तरण किया गया। 
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर निकाली गई शोभा यात्रा 



अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के तीसरे दिन शहर में नगर शोभा यात्रा निकाली गई। इसमें शहर की दो दर्जन से अधिक प्रतिष्ठित सामाजिक संस्थाओं ने भाग लिया। डीसी अमित खत्री ने श्री जयंती देवी मन्दिर से नगर शोभा यात्रा में शामिल झांकियों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डीसी ने जयंती देवी मन्दिर में विजय की देवी की अराधना करने उपरान्त नगर शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने श्री लज्जा राम संस्कृति महाविद्यालय- गुरुकुल विद्यापीठ पांडू पिंडारा द्वारा तैयार की गई गीता की पालकी में श्री गीता ग्रंथ की आरती की। नगर शोभा यात्रा के दौरान शहीदे आजम युवा क्लब के सदस्यों ने श्रीकृष्ण सुदामा की झांकी निकाली। इसके साथ नगर शोभा यात्रा में लज्जा राम आश्रम की गीता पालकी में पवित्र ग्रंथ गीता को सुसज्जित कर रखा गया। ग्रंथ को पालकी में इस तरह से सजाया गया कि लोग इसके दर्शन कर सके। आश्रम के विद्यार्थी लगातार मंत्रोच्चारण कर रहे थे। सनातन धर्म, आर्दश रामलीला क्लब द्वारा तैयार की गइ झांकी में भगवान श्री कृष्ण को गीता का उपदेश देते हुए दिखाया गया। इसमें श्री कृष्ण की वेशभूषा में सजे कलाकार रास्ते में दिखाई देने वाले लोगों को अपना आर्शीवाद देते नजर आए। क्लब के प्रधान संतलाल चुघ व उसे साथियों द्वारा तैयार करवाया गया। भूतेश्वर तीर्थ विकास समिति द्वारा तैयार की गई झांकी में भगवान श्री कृष्ण व सुदामा के मिलन को दर्शाया गया। इसमें भीम सैनी व उनके साथियों ने सहयोग दिया। नगर शोभा यात्रा के दौरान शहीदे आजम भगत सिंह क्लब द्वारा निकाली गई झांकी में दूध पिलाती पूतना को दिखाया गया। श्री शिव रामलीला क्लब की झांकियों में कंस, वासुदेव तथा देवकी का चित्रण किया गया। वासुदेव कृष्ण और कृष्ण बलराम को झांकी के माध्यम से जीवंत किया गया। इसमें संत लाल शर्मा वं पंकज मदान की भूमिका सराहनीय रही। जींद कावड़ संघ के वेदप्रकाश, संत लाल चुघ द्वारा नगर शोभा यात्रा के दौरानफलों का वितरण किया गया। राधे चरण पादूका समिति की झांकी में महिलाओं ने भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं पर भजन संध्या का कार्यक्रम दिखाया। नगर शोभा यात्रा में गुरुकुल विद्यापीठ पाण्डु पिण्डारा के बच्चों ने यात्रा की अगवानी की और केसरी रंग ध्वज लेकर यात्रा के आगे-आगे चलकर इसे और भी आकर्षक बना दिया। शोभा यात्रा जयंती देवी मन्दिर से शुरू होकर पुरानी सब्जी मण्डी, शिव चौंक, झांज गेट, बैंड मार्किट, बैंक रोड़, टाऊन हाल, पालिका बाजार, रानी तालाब, शिव चौंक, गोहाना रोड़ बस अड्डा होते हुए डीसी कॉलोनी दिवान बाल कृष्ण रंगशाला में पहुंची।

स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीबी की न्यू डेली डोज की दी जानकारी

चार दिसंबर से 18 दिसंबर तक चलेगा डोर टू डोर सर्वे अभियान
 जींद 
कालवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीबी रोग की रोकथाम के लिए एक अभियान चला कर लोगों को जागरूक करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस न्यू डेली डोज कार्यक्रम के  तहत कालवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंर्तगत आने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भाग लिया। इस दौरान कालवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. अरूण और डा. संदीप लोहान ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को चार दिसंबर से 18 दिसंबर तक चलने वाले टीबी रोग की रोकथाम के अभियान की विस्तृत जानकारी दी। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारी टीबी रोग के मरीजों का डोर-टू-डोर सर्वे करेंगे। डा. अरूण ने टीबी के लक्षणों के बारे में बताते हुए कहा कि दो सप्ताह से ज्यादा की खांसी टीबी हो सकती है। इसके लिए रोगी के बलगाम की जांच होनी चाहिए। टीबी के लक्षण में बुखार होना, भूख कम लगना, छाती में दर्द, वजन कम होना और बलगम के साथ खून का आना आदि टीबी के लक्षण हैं। चार दिसंबर से 18 दिसम्बर तक चलने वाले अभियान में दो सप्ताह से ज्यादा खांसी वाले मरीजों के  सैम्पल भी लिए जाएंगें। इस अवसर पर डा. अरूण ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को लिंग अनुपात में सुधार करने के लिए भी अभियान चलाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर सुपरवाइजर सुमेश, राजबाला, राज सिंह, हरिओम, फू ल्ली देवी, स्वास्थ्य कर्मचारी हरेंद्र चहल, निर्मल आदि मौजूद रहे। 

...रजिस्ट्रड बेरोजारों में शामिल हो गए 2200 युवा

बेरोजगारी भत्ते के लिए 2200 युवाओं की फाइल अप्रूव
रोजगार कार्यालय विभाग ने बांटे 3000

जींद 
बेरोजगारी का आलम लगातार बढ़ता ही जा रहा है। साल दर साल जिला रोजगार कार्यालय के पास बेरोजगारों की रजिस्ट्रड संख्या बढ़ती ही जा रही है। हालांकि रोजगार कार्यालय द्वारा बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता भी मुहैया करवाया जा रहा है लेकिन आवेदन देने आने वाले युवाओं का कहना है कि उन्हें बेरोजगारी भत्ते की बजाए अगर रोजगार उपलब्ध करवा दिया जाए तो ये उनके लिए और अधिक बेहतर होगा। इससे वो रोजगार तो हासिल करेंगे ही साथ ही उनकी कार्य कुशलता भी बढ़ेगी। अधिकतर बेरोजगार या तो मजबूरीवश बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन कर रहे हैं या फिर एक अदद रोजगार के लिए अपना आवेदन विभाग को दे रहे हैं। फिलहाल जिला रोजगार कार्यालय के पास रजिस्ट्रड बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 
इस साल विभाग ने बांटे तीन हजार फार्म
रोजगार कार्यालय विभाग द्वारा आए साल एक नवंबर से 30 नवंबर तक बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन मांगे जाते हैं। वर्ष 2017 में जिला रोजगार कार्यालय से आवेदकों ने लगभग तीन हजार फार्म लिए। इनमें से विभाग को बेरोजगारी भत्ते के अंतिम दिन यानी की वीरवार को जिलाभर से 2200 फाइलें मिली। जिन्हें अप्रूवल के लिए भेज दिया गया है और इन्हें भी सरकार की तरफ से बेरोजगारी भत्ते की किश्त उनके द्वारा उपलब्ध करवाए गए खाते में मिलने उपलब्ध हो जाएगी। 
विभाग के पास पहले ही चार हजार ले रहे हैं बेरोजगारी भत्ता
रोजगार कार्यालय में विभाग के पास वर्ष 2017 से पहले ही लगभग चार हजार बेरोजगार रजिस्ट्रड हैं। जिन्हें रोजगार कार्यालय द्वारा बेरोजगारी भत्ता उपलब्ध करवाया जा रहा है। अब इस वर्ष भी विभाग के पास लगभग 2200 युवाओं ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। जिसके चलते बेरोजगारी भत्ता लेने वालों की संख्या बढ़ कर लगभग 6300 तक पहुंच गई है। हालांकि रोजगार कार्यालय द्वारा बेरोजगारोंको 100 घंटे रोजगार देने के लिए सक्षम युवा योजना भी शुरू की गई है। इस योजना का फायदा उठाने के लिए युवाओं ने बड़ी संख्या में आवेदन किया है। आवेदन करने वालों में पीजी पास कर चुके युवाओं की संख्या अधिक हैं। 
कौन ले सकता है बेरोजगारी भत्ता
रोजगार कार्यालय द्वारा बेरोजगारी भत्ता लेने के लिए कुछ शर्तें भी रखी हुई हैं। जिनमें पुराने भत्ते के लिए आवेदक कम से कम 12वीं पास होना चाहिए। आवेदक की उम्र 21 से 35 वर्ष होनी चाहिए। परिवार के सदस्यों की आय तीन लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए और उसका रोजगार कार्यालय में एक नवंबर को नाम दर्ज कराए तीन वर्ष पूरे हो चुके हों। इसके साथ ही उसके पास पांच एकड़ से अधिक कृषि योग्य जमीन भी नहीं होनी चाहिए और रिहायशी और कॉमर्शियल जमीन या भवन की कीमत 10 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। 
बेरोजगारी भत्ते के लिए 2200 फाइलें मिली : अंजू नरवाल
जिला रोजगार अधिकारी अंजू नरवाल ने बताया कि बेरोजगारी भत्ते के आवेदन का वीरवार के अंतिम दिन था। पिछले एक माह से युवा वर्ग द्वारा बेराजगारी भत्ते के लिए विभाग के पास आवेदन जमा करवाए जा रहे हैं। विभाग के अबतक 2200 फाइलें मिली हैं जिन्हें अपू्रवल के लिए भेजा जाएगा। विभाग द्वारा समय-समय पर बेरोजगारों के लिए रोजगार मेलों का भी आयोजन किया जाता है। इन मेलों में अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध हो, विभाग का यही प्रयास रहता है। 

Wednesday, 29 November 2017

पूरे हरियाणा का होगा एक ही कंट्रोल रूम : डीजीपी संधू

अधिकारी के कंधे पर लगे स्टार उसे जिम्मेदारी का अहसास कराते हैं
बीते दिनों किए गए अच्छे काम के लिए जींद फोर्स को दी बधाई 

जींद 
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने कहा कि पुलिस विभाग में कार्यरत अधिकारी के कंधे पर लगे स्टार उसे उसकी जिम्मेदारी का अहसास कराते हैं और इसी जिम्मेदारी व ईमानदारी से किया गया काम उसे हौसले के साथ बुलंदी पर ले जाता है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय जींद में विभाग के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे थे। सबसे पहले उन्होंने सभी अधिकारियों को कहा कि वह चंडीगढ़ से जींद पुलिस का हौसला बढ़ाने और अच्छे काम के लिए उन्हें बधाई देने के लिए आएं हैं। जिस प्रकार बीते दिनों जींद में हुई रैली को लेकर हालात थे और उस हालात से निपटते हुए जींद के एसएसपी डा. अरूण सिंह उनकी टीम व जींद पुलिस फोर्स ने हौंसले के साथ जो काम किया है उसके लिए वह बधाई की पात्र हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा किया गया काम हमेशा अच्छाई को दर्शाता है। जिस प्रकार बीते दिनों जींद के पुलिस ने अच्छा काम किया है उसी प्रकार आगे भी करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि रैली को लेकर हालात काफी संवेदशील बने हुए थे। स्थिति ऐसी थी की पुलिस पर पत्थरबाजी भी हुई। पत्थरबाजी में कईं पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई लेकिन एसपी की कुशल कार्यशैली के चलते कानून किसी को भी हाथ में नहीं लेने दिया गया तथा जींद के सभी मार्गों पर आवागमन सुचारू रूप से जारी रहा। इसके बाद डीजीपी संधू ने सभी क्राइम डायरी पर भी चर्चा की और सभी थाना प्रभारियों को सख्त आदेश जारी किए कि वह अपने अपने थाना क्षेत्रों में लोगों की समस्या को अच्छे से सुनें । अच्छा बोलने, अच्छा काम करने, अच्छा सुनने, चलने व अच्छे से बात करने में सक्षमता दिखाएं । कोई ऐसा काम न करें जिसके लिए नुकसान उठाना पड़े। 
पूरे हरियाणा का होगा एक ही कंट्रोल रूम 
डीजीपी बीएस संधू ने कहा कि हेड आफिस पंचकूला में पूरे हरियाणा का एक ही कंट्रोल रूम होगा। किसी भी क्षेत्र से आने वाली कॉल को तुंरत प्रभाव से समस्या वाले क्षेत्र में भेज दिया जाएगा। जिससे शिकायतकर्ता को तुरंत प्रभाव से पुलिस की सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में वर्तमान तकनीक का प्रभाव हैं इसलिए अपने काम को ध्यान से करों ताकि किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। डीजीपी बीएस संधू ने कहा कि हरियाणा के जिला करनाल के पुलिस थाना में मित्र कक्ष खोला गया हैं। इन मित्र कक्षों से लोगों को काफी लाभ मिलेगा। इसके बाद अन्य जिलों में भी इसे खोलनें का प्रावधान हैं। 

सबसे ज्यादा लिंगुनपात वाले गांव की मैरिट बेटी को मिलगा प्रोत्साहन

ढाकल की बेटी को स्वास्थ्य विभाग देगा 50 हजार प्रोत्साहन राशि
जींद में सबसे कम लिंगानुपात वाले 46 गांवों की गई थी पहचान

जींद 
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब उन गांवों को प्रोत्साहित किया जाएगा जिन गांवों में सबसे ज्यादा लिंगानुपात है। योजना के तहत सबसे ज्यादा लिंगानुपात वाले तीन गांवों की तीन बेटियों को 50-50 हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन के तौर पर दी जाएगी। इसके लिए शर्त यही रहेगी कि यह राशि उन गांवो की एक-एक बेटी को मिलेगी जिन गांवों की जनसंख्या पांच हजार से अधिक होगी। इसके साथ ही बेटियों को सम्मानित करने के लिए वर्ष 2016-17 सत्र की हाई स्कूल की मेरिट लिस्ट का मापदंड तय किया गया है। सबसे अधिक लिंगानुपात वाले गांवों की जो बेटियां मेरिट लिस्ट के टॉप पर होंगी उन्हें 50-50 हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। फिलहाल पिछले वर्ष के लिंगानुपता आंकडों के आधार पर गांव ढाकल की बेटी को चुना गया है और उसको दी जाने वाली राशि भी स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध हो चुकी है। 
सबसे कम लिंगानुपात वाले 46 गांवों की गई थी पहचान
गत 23 अक्तूबर को डीसी अमित खत्री ने मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता के साथ हुई वीडियो कान्फ्रंैसिंग में जानकारी देते हुए बताया था कि जींद जिला के 46 ऐसे गांवों की पहचान की गई है, जिनमें लिंगानुपात संतुलित नहीं है। ऐसे में इन गांवों में विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने का भी निर्णय लिया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने भी इन गांवों पर विशेष फोकस रखने का निर्णय लिया और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नाटक मंडलियां प्रचार कार्य पर लगाई गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने उन गांवों की बेटियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया जिन गांवों का लिंगानुपात सबसे अधिक है। पांच हजार की जनसंख्या से अधिक गांवों वाले सबसे अधिक लिंगानुपात वाले तीन गांवों की तीन बेटियों को 50-50 हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन के तौर पर दी जाएगी। इसके साथ ही बेटियों को सम्मानित करने के लिए वर्ष 2016-17 सत्र की हाई स्कूल की मेरिट लिस्ट का मापदंड तय किया गया है। सबसे अधिक लिंगानुपात वाले गांवों की जो बेटियां मेरिट लिस्ट के टॉप पर होंगी उन्हें 50-50 हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 
ढाकल गांव की बेटी को मिलेगी 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि
जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा करवाए गए सर्वे के अनुसार गांव ढाकल में लिंगानुपात सबसे अधिक है और इस गांव की एक बेटी को 50 हजार रुपए की राशि स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। यह राशि स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध हो चुकी है। यह राशि स्वास्थ्य विभाग द्वारा शीघ्र ही ढाकल की इस बेटी को उपलब्ध करवा दी जाएगी। 
कन्या जन्म लिंगानुपात में छाप्पर गांव सबसे पीछे
कन्या जन्म लिंगानुपात में छाप्पर गांव सबसे पीछे है। छाप्पर गांव की जनसं या 1336 है और सितंबर माह तक यहां प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या मात्र 154 दर्ज हुई है। उसके बाद रोजखेड़ा गांव में प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या 250, खरकड़ा गांव में 286, सैंथली में 379 और रामकली गांव में 389 है।  
लिंगानुपात मामले में गढ़वाली गांव सबसे उपर
प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों के जन्म के मामले में जिले का गढ़वाली गांव सबसे उपर है। गढ़वाली गांव में प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की सं या 3600 है, जो अब तक जिले में सबसे ज्यादा दर्ज की गई है। करसिंधु गांव में प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की सं या 3000, गोसाईं खेड़ा में 2750, चांदपुर गांव में 2667 और मोहाल खेड़ा गांव में 2667 है। लिंगानुपात मामले में यह गांव जींद में सबसे उपर हैं।
ढाकल की बेटी को उपलब्ध करवाई जाएगी राशि
पीएनडीटी इंचार्ज डिप्टी सिविल सर्जन डा. प्रभुदयाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन तीन गांवों की बेटियों को 50-50 हजार रुपए की राशि उपलब्ध करवाई जाती है जिन गांवों का लिंगानुपात सबसे ज्यादा है और वहां की जनसंख्या पांच हजार से ऊपर है। इसके साथ ही हाई स्कूल की मेरिट लिस्ट का मापदंड तय किया गया है। गत वर्ष के लिंगानुपात के आधार गांव ढाकल की बेटी को 50 हजार रुपए की राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। 

कूड़ा निस्तारण का हुआ सब्जी की क्रेटो में डेमो


पायलट प्रोजेक्ट के तहत वार्ड 14 व 16 का चयन
कूड़ा कर्कट से तैयार की जाएगी कम्पोजिट खाद
पहले खाद का प्रयोग होगा नप के पार्को में 
उत्पादन ज्यादा होने पर बेचा जाएगा किसानों को


 जींद
शहर में कूड़े निस्तारण की लगातार बढ़ रही स
मस्या को देखते हुए जिला प्रशासन व नगरपरिषद ने पायलट प्रोजैक्ट का नेहरू पार्क में डेमो किया है। यह डेमो सब्जियों की क्रेटो में किया गया है। क्रेटो में सूखे पत्ते तथा गली सड़ी वस्तुएं डाली गई हैं। डेमो के माध्यम से कम्पोजिट खाद तैयार की जाएगी। फिर उसका उपयोग किया जाएगा। प्रयोग के तौर पर किए गए डेमो के परिणाम सकारात्मक आने पर दिसम्बर माह में शहर के वार्ड 14 तथा 16 में प्रोजेक्ट शुरु कर दिया जाएगा। अच्छे परिणाम आने पर शहर के अन्य वार्डो में भी प्रोजेक्ट को लागू कर दिया जाएगा। जिसके बाद शहर के कूड़े निस्तारण की समस्या हल हो जाएगी। प्रोजेक्ट की सफलता से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्लयूएम) प्लांट लगाने की भी कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। शहर में एसब्लयूपी की व्यवस्था नहीं है जिसके चलते शहर के जींद-पानीपत रेलमार्ग के समीप तथा सेक्टर सात तथा आठ कूडे के ढेर लगे हुए हैं। 
कैसे होता है कूड़े का निस्तारण, पहले ली अधिकारियों ने जानकारी 
पायलट प्रोजेक्ट से पहले नगर परिषद के अधिकारियों ने गुरूग्राम व दिल्ली में एयरपोर्ट के आसपास के एरिया में एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया द्वारा चलाए जा रहे निस्ताण पायलट प्रौजेक्ट की बारीकियों को जाना। इस दौरान सामने आया कि घर से ही गीले व सूखे कूड़े का निस्तारण हो रहा है। गीले कूड़े को रिक्शा में अलग डाला जा रहा है और सूखे को अलग। इसके बाद सूखे कूड़े को ठेकेदार को बेचा जा रहा और गीले कूड़े को पिटस (गडढ़ों) में डालकर उसकी जैविक खाद तैयार की जा रही है। जिस पर गुरूग्राम नगर निगम को राशि भी ज्यादा खर्च नहीं करनी पड़ रही है। बल्कि सूखे कुड़े से नगर निगम की आय में इजाफा हुआ है। 
पहले पार्को में होगा प्रयोग, उत्पादन बढऩे पर बेचा जाएगा किसानों को
कूड़ा निस्तारन पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुने गए शहर के वार्ड 14 व 16 से उत्पादन होने वाले जैविक खाद का प्रयोग शहर के पार्को में किया जाएगा। जिसका फायदा यह होगा कि पार्को में पेड़ पौधों तथा घास के लिए खाद खरीदनी नहीं पड़ेगी। दोनों वार्डो में प्रोजेक्ट के सफल होने पर शहर के सभी 31 वार्डो में प्रोजेक्ट लगा दिए जाएंगे। उत्पादन बढऩे पर जैविक खाद को किसानों को बेच दिया जाएगा। जिससे नगर परिषद की आय भी बढ़ जाएगी। 
शहर से हर रोज निकलता है 72 टन कूड़ा, निस्तारण का कोई साधन नहीं 
शहर की आबादी लगभग पौने दो लाख पहुंच गई है। हर रोज शहर से लगभग 72 टन कूड़ा निकलता है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि कूड़ा निस्तारण के लिए कोई जगह नहीं है। जिसके चलते कूड़ा खुले में सड़ांद मारता रहता है। जिससे शहर की सफाई व्यवस्था बिगड़ रही है। यदि कूड़ा निस्तारण की यह योजना शहर के दो वार्डो में सफल हो जाती है तो फिर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की कोई जरूरत ही नहीं पड़ेगी।  
क्या कहते हैं नप के एमई
नगर परिषद के एमई सतीश गर्ग ने बताया कि गुरूग्राम में चल रहे कूड़ा निस्तारण प्रोजेक्ट का जायजा लिया था। वहां प्रोजेक्ट को काफी सफलता मिली है। शहर के दो वार्डो को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया है। प्रोजेक्ट की सफलता के लिए नेहरू पार्क में डेमो किया गया है। 
क्या कहती हैं नप अध्यक्षा
नगर परिषद अध्यक्षा पूनम सैनी ने कहा कि पिछले काफी समय से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट नहीं लग पाया। इसके लिए जगह नहीं मिल रही। कूड़े की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। जल्द ही शहर के दो वार्डो में पायलट प्रोजेक्ट शुरु कर दिया जाएगा। लोगों को जागरूक करने के लिए किसी एजेंसी को टेंडर दिया जाएगा। यदि दोनों वार्ड में यह योजना सफल रही तो फिर पूरे में शहर में इसे शुरू किया जाएगा। 

नीदरलैंड में बजेगा बीबीपुर मॉडल का डंका

 जींद 
राष्ट्रपति द्वारा गोद लिए 100 गांवो में सुनील जागलान के बीबीपुर मॉडल ऑफ  विमेन एम्पावरमेंट एंड विलेज डिवलप्मेंट की चर्चा विदेशों में भी हो रही है। मंगलवार को नीदरलैंड से आल्टे आंद्रे गांव बीबीपुर पहुंची और सुनील से बातचीत की। गुरुग्राम व मेवात के गांवों में बीबीपुर मॉडल द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा हो रही है। सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन के द्वारा इन गांवो में महिला सशक्तिकरण के द्वारा ग्रामीण विकास हो रहा है। सुनील जागलान द्वारा वर्ष 2012 में कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए कराई देश की पहली महिला ग्राम सभा व खाप पंचायत जिसमें पहली बार महिलाओं ने पंचायत में भाग लिया तथा उससे हरियाणा में आए सामाजिक बदलाव के बारे नीदरलैंड से आल्टे आंद्रे जो एनओएस पब्लिक रेडियो व थ्राउ डेली न्यूज पेपर से हैं। इन्होंने बीबीपुर पहुंच कर उनके अभियानों की सात घंटे जानकारी ली। आल्टे आन्द्रे ने बताया कि सुनील जागलान के महिला सशक्तिकरण के कार्य लगातार अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में रहते हैं व अंतरराष्ट्रीय मीडिया में लगातार आता रहता है। पिछले दिनों से हम लगातार सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन व इसके बीबीपुर मॉडल के बारे मे काफी पढ़ रहे हैं। सुनील जागलान ने बताया कि गुरुग्राम व मेवात में 100 बीबीपुर बना रहे हैं जहां पर वह लाडो पुस्तकालय, लाडो स्वाभिमान उत्सव, डिजिटल इंडिया विद लाडो, सेल्फी विद डॉटर, दादी अगर चाहेगी तो पोती जरूर आएगी, कुलज्योति, हाईटेक अंडर बुर्का, ताऊ ताई रैंप शो विद बेटी बचाओ डॉयलॉग इत्यादि अभियान चला रहे हैं जिसको बहुत पसंद किया जा रहा है। आज हमारे द्वारा कराई गई सभी प्रतियोगिताओं की विजेता महिलाओ से बातचीत कराई। जागलान ने बताया कि पहले बीबीपुर और अब मेरा बीबीपुर मॉडल पर रिसर्च भी हो रही है और नीदरलैण्ड में भी इसकी बात होगी तो यह हमें खुशी देता है। कार्य लगातार करने की ऊर्जा देता है।

तीन दिवसीय गीता जयंती महोत्सव का रंगारंग आगाज

सांसद रमेश कौशिक ने किया समारोह का उद्घाटन
पवित्र ग्रंथ गीता अमूल्य ज्ञान का भंडार : सांसद कौशिक 

जींद
तीन दिवसीय गीता जयंती महोत्सव का मंगलवार को रंगारंग कार्यक्रम के बीच आगाज हुआ। महोत्सव का शुभारंभ मुख्यअतिथि सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमेश कौशिक ने विधिवत रूप से किया। इस अवसर उन्होंने गीतांजली पुस्तक का विमोचन किया। सांसद रमेश कौशिक ने कहा कि श्रीमद भगवत गीता सभी धर्मों का सार है। हर व्यक्ति को गीता का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। ऐसा करके लोग अपने जीवन को कष्ट मुक्त बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गीता ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए ब्लॉक स्तर से लेकर राज्य स्तर तक गीता जयंती समारोह मनाने का निणर्य लिया है। निश्चित रूप से गीता जयंती समारोह से लोग गीता ज्ञान प्राप्त करेंगे। उन्होंने लोगों का भी आह्वान किया कि वे वे ब्लॉक एवं जिला स्तर पर मनाई जा रही गीता जयंती कार्यक्रमों में अधिकाधिक संख्या में भाग लें। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के बाद जींद जिला में मनाया गया गीता जयंती समारोह प्रथम स्थान पर है। इस जिला स्तरीय गीता जयंती समारोह में भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों को बताने के लिए 18 अध्याय यहां दर्शाए गए हैं। यहीं नहीं समारोह स्थल पर भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को बखूबी दर्शाया गया है। गीता कर्म करने का संदेश देती है, इसलिए हर व्यक्ति को अपने जीवन में सदकर्म करने चाहिए। क्योंकि मनुष्य के सदकर्म ही मृत्यु के बाद इंसान के साथ जाते है। 
पवित्र ग्रंथ गीता अमूल्य ज्ञान का भंडार : सांसद कौशिक 
सांसद ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता अमूल्य ज्ञान का भंडार है। इस पुस्तक का एक-एक श्लोक जीवन को नई गति प्रदान करता है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को गीता ज्ञान से वंचित नहीं रहना चाहिए। इस ग्रंथ में धर्म से लेकर राजनीति तथा जीवन से लेकर मृत्यु तक का ज्ञान समाहित है। सांसद ने  कहा की गीता ज्ञान का लोहा दूनिया के अमेरीका जैसे शक्तिशाली देशों ने भी माना है। भारत की तर्ज पर ही दूनिया के अनेक देशों में आज गीता महोत्सव मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष प्राचीन काल से ही विश्व का सिरमौर रहा है, आज भी भारत विश्व गुरू बनने की और अग्रसर है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने में गीता ज्ञान अहम भागीदारी निभा रहा है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब एक बार फिर भारत डंका पूरे विश्व में बजेगा और भारत वर्ष एक बार फिर दुनिया का सिरमौर बन जाएगा। भारत वर्ष हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसका श्रेय उन्होंने देश की मेहनतकश जनता तथा देश का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया। डीसी अमित खत्री ने कहा कि जींद में गीता जयन्ती का आयोजन मात्र औपचारिकता नहीं होती बल्कि यहां के लोग गीता जयंती को मन लगाकर पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं। जिसका प्रमाण इस गीता जयन्ती समारोह में मिल रहा है। 
स्कूली बच्चों ने प्रस्तुत किए रंगारंग कार्यक्रम 
सांस्कृतिक कार्यक्रम में डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने स्वागत नृत्य, मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल के बच्चों ने समूह नृत्य, जाट सीनियर सैकेंडरी स्कूल ने हरयाणवी आर्केस्ट्रा, कान्हा संस्कारशाला ने समूह नृत्य, डांस नेशन अकादमी ने युगल नृत्य, लज्जाराम बशेषर दास गुरुकुल पांडू पिण्डारा ने एकल नृत्य, हैप्पी सीनियर सैकेंडरी स्कूल समूह नृत्य, जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल ने समूह नृत्य, टपरीवास कल्याण समिति ने समूह नृत्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर बीजेपी के प्रदेश सचिव जवाहर सैनी, जिलाध्यक्ष अमरपाल राणा, सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी ओपी पहल, जींद के एसडीम महाबीर प्रसाद, जिला परिषद के सीईओ मंदीप कुमार समेत जिला प्रशासन के सभी अधिकारी तथा गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। 

बच्चों की बनाई मनमोहक झांकियों ने मोहा मन 
सांसद ने किया प्रदर्शनी स्टालों का अवलोकन

संदीपन ऋषि के आश्रम यज्ञशाला, गीता पाठशाला रही आकर्षण का केंद्र

जींद
तीन दिवसीय गीता जयंती समारोह का शुभारंभ करने के बाद मुख्य अतिथि सांसद रमेश कौशिक ने गीता जयंती समारोह स्थल पर लगभग सभी विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी स्टालों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने गीता मंडप में मंत्रोच्चारण के बीच गीता पाठ किया तथा हवन यज्ञ में पूर्णाहूति डाली। इसके बाद यहां बनाए गए शेषनाग की कलाकृति अवलोकन करते हुए संदीपन ऋषि के आश्रम यज्ञशाला, गीता पाठशाला, गौवर्धन पर्वत, विदुर कुटी, श्योदा कुंज, महाभारत थियेटर का दौरा किया। इसके साथ-साथ उन्होंने यहां बनाए गए जींद धरोहर, हरियाणा धरोहर का भी दौरा किया। इन धरोहरों में में हड़प्पा कालिन वस्तुओं को रखा गया था। इन वस्तुओं को पर्यटकों ने भी बड़े चाव से देखा। हरियाणा धरोहर को ईगराह गांव के सत्यवान द्वारा प्रायोजित किया गया। सत्यवान ने बताया कि इस धरोहर में प्राचीन कालीन सभी वस्तुएं रखी गई हैं, जिनका उपायोग एवं प्रयोग प्राचीन काल में लोग किया करते थे। इन वस्तुओं को देश एवं प्रदेश के अनेक जगहों से इक_ा कर यहां सजाया गया है ताकि लोग प्राचीन कालीन सभ्यता एवं संस्कृति से रूबरू हो सके। 
इन विभागों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्टाल

गीता जयन्ती समारोह में जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ,डीआरडीए, शुगर मिल, वन विभाग, पंचायत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन, मत्स्य पालन, बागवानी, बाल विकास, लोक सम्पर्क, समाज कल्याण, जिला कल्याण विभाग, जिला उद्योग केन्द्र, अग्रणी बैंक, मिल्क प्लांट, खेल विभाग, आईटीआई, रोजगार विभाग, डीआईटीएस,  आबकारी एवं कराधान, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग,नवीन ऊर्जा एवं नवीनीकरण ऊर्जा विभाग की स्टाल आकर्षण का केन्द्र रही। मत्स्य पालन की स्टाल में मिश्रित मछली पालन, सजावटी मछली पालन, खारे पानी में मछली पालन के बारे में विभागीय अधिकारी द्वारा बताया गया। कृषि विभाग की स्टाल के माध्यम से लोगों को कृषि की नवीन तकनीकों, जैविक खेती के फायदे के बारे में जानकारी दी गई। इस स्टाल में एक दान पात्र भी रखा गया, इस दान पात्र में कोई भी व्यक्ति नंदियों के लिए धनदान कर सकता था। यहां पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने दानी लोगों की दान को लेकर पर्चीयां भी काटी। लोक सम्पर्क विभाग के स्टाल में सरस्वती नदी के उदगम एवं विकास की कहानी को बताया गया तथा सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए प्रचार साहित्य भी वितरित किया गया। 

युवा मित्र मंडल ने दी जल सेवा

गीता जयंती समारोह में युवा मित्र मंडल द्वारा पिछले दोनों वर्षों की भांति इस वर्ष भी पर्यटकों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध करवाई। स्टाल के संयोजक ने बताया कि मित्र मंडल संस्था द्वारा समाज सेवा के कार्य में हमेशा बढ़ चढ़कर भाग लिया जाता है। गीता जयंती समारोह के तीसरे दिन 3० नवंबर को इस संस्था द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए निशुल्क बल्ड शुगर जांच शिविर का आयोजन करवाया जाएगा। यह शिविर सुबह नौ बजे से एक बजे तक लगाया जाएगा। यहीं नहीं वर्ष 2०18 में मित्र मंडल संस्था द्वारा सामुहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन भी करवाया जायेगा। जिसमें 51 गरीब लड़कियों की शादियां करवाई जाएगी। 

दूसरे दिन भी होंगे रंगारंग कार्यक्रम

तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज भव्य तरीके से हुआ है। महोत्सव के दूसरे दिन सफीदों के विधायक जसबीर देशवाल मुख्य अतिथि रहेंगे। प्रदर्शनी 30 नवम्बर तक नियमित रूप से चलेंगी। विधायक 11 बजे आयोजन स्थल पर पहुचेंगे और यहां लगाई गई आकर्षक प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। गीता के 28 अध्यायों को यहां फ्लैक्स पर प्रदर्शित किया गया है और आकर्षक रंगोली बनाई गई है। विधायक यहां बनाई गई हमारी गुरूकुल शिक्षा पद्धति पर संचालित कार्यक्रमों का अवलोकन करेंगे। इस दिन डीआरडीए सभागार में एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा इसमें वर्ड कौंसिंल आफ आर्य समाज के स्वामी आर्यवेश मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचेगे और गीता का मानव जीवन में महत्व विषय पर अपना व्याख्यान देंगे। इसमें राजेश स्वरूप शास्त्री, कुमारी शिवानी शर्मा भी अपना गीता का मानव जीवन में महत्व विषय पर भाषण देगीं। सांस्कृतिक कार्यक्रम दीवान बाल कृष्ण रंगशाला में एक बजे से सायं 4 बजे तक लगातार जारी रहेगा। इसमें स्कूली बच्चों की प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रहेंगी। 





सेवानिवृत पैरामिल्ट्री सैनिकों ने दिया धरना

वन रैंक वन पैंशन दिए जाने की मांग 

 जींद
कोनफेडरेशन ऑफ एक्स पार्लियामैंटरी फोर्सिस वैलफेयर एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार को सेवानिवृत पैरामिल्ट्री सैनिकों ने लघु सचिवालय के निकट मांगों को लेकर धरना दिया। धरने के दौरान प्रधानमंत्री से सेवानिवृत पैरामिल्ट्री सैनिकों की मांगों को शीघ्र पूरा किया जाने की मांग की गई। धरने की अध्यक्षता करते हुए ईश्वर फौजी ने कहा कि देश की 18 हजार किलोमीटर लंबी सीमा रेखाओं की चाक चौबंद चौकसी करने वाले जवानों, उत्तरी पूर्वी राज्यों में तैनात व कश्मीर घाटी में नक्सल व बहुल्य राज्यों में तैनात जवानों  को लेकर सावतें वेतन आयोग व ईसीओएस द्वारा पूरी तरह से जवानों के वेतन भत्तों की सुविधाओं से नकार दिया गया है। यह बहुत ताज्जुब की बात है कि हमारे अर्धसैनिकों को सिविल के चपड़ासी व क्लर्क से तुलना की गई  है जोकि मात्र आठ घंटे डयूटी देकर परिवार के आराम से रहता है। जबकि पैरामिलिट्री जवान की डयूटी से 16 से 20 घंटे की है। उन्होंने बताया कि पिछले पांच सालों में लगभग 51 हजार से ऊपर जवान नौकरी छोड़ कर चले गए हैं या वालेंटियर पैंशन चले गए हैं। उन्होंने मांग की कि वन रैंक वन पैंशन को लागू किया जाए जैसा कि सातवें वेतन आयोग ने सिफारिश की है। नई पैंशन स्कीम को रद्द किया जाए व सेना की तर्ज पर पुराना पेंशन फार्मूला लागू किया जाए। पैरामिलिट्री सर्विस पे सुरक्षा बलों को दी जाए। बीएसएफ रूल 19 के तहत 10 साल 40 दिन की सेवा पूरी करने वाले जवानों को पुन: पैंशन दी जाए। अर्धसैनिक बलों के लिए सीसीएस रूल की बजाय अलग से पैरामिलिट्री सर्विस रूल बनाए जाएं। सैना के सैनिक स्कूल की तर्ज पर देश के हर राज्यों में अर्धसैनिक स्कूल खोले जाएं व इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज भी खोल जाएं। शहीद का दर्जा दिया जाए व शहीद के आश्रित परिवारों को मुआवजा के तौर पर एक करोड़ रुपया दिया जाए। हर लंबी दूरी की एक्सप्रेस, मेल गाडिय़ों में पैरामिलिट्री बोगीज की व्यवस्था की जाए। हर राज्यों के सभी जिलों में सीजीएचएस डिस्पेंसरी खोली जाएं। सीएसडी कैंटीन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया तो पांच दिसंबर से राजघाट पर धरना व प्रदर्शन किया जाएगा। 

गोवंश की दयनीय दशा को लेकर गऊ सेवा दल ने सौंपा ज्ञापन

अस्थायी नंदीशाला गोवंश की मौत पर जताया रोष
गोवंश की मौत का जिम्मेदार प्रशासन को ठहराया 

जींद
जींद-हांसी ब्रांच नहर के निकट बनाई गई अस्थायी नंदीशाला में गोवंश की दयनीय दशा को लेकर गऊ सेवा दल के सदस्यों ने एसडीएम महाबीर प्रसाद से मुलाकात की और गोवंश की हालात सुधारे जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा। गऊ सेवा दल के कार्यकर्ताओं का कहना था कि गाय को हिंदू धर्म में मां का दर्जा दिया गया है लेकिन अस्थायी नंदीशाला में उसी मां की आज दयनीय दशा देख कर शहर का हर व्यक्ति आहत है। इसलिए अस्थायी नंदीशाला में सुविधाएं उपलब्ध करवाते हुए गोमाता को बचाने का कार्य किया जाए। गऊ सेवा दल के कार्यकर्ता मंगलवार को जयति-जयति हिंदू महान संगठन के संयोजक अतुल चौहान के नेतृत्व में एसडीएम से मिले। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा जींद-हांसी ब्रांच नहर के निकट बनाई गई अस्थायी नंदीशाला में गंभीर अव्यवस्था है। यहां पर मौजूद असहाय, निरीह, बेजुबान गौवंश बिना पानी, बिना इलाज के मरने को मजबूर है। इस समय भी नंदीशाला में लगभग 2500 से तीन हजार तक गोवंश है। जिनके लिए न तो खाने का प्रबंध है ओर न ही पीने के पानी की कोई व्यवस्था है। खाने के नाम पर उन्हें नामात्र की कुछ चीजें ही उपलब्ध हो पा रही हैं। उनके लिए चारा डालने के लिए खोर भी नहीं बनी हुई है। बिना खोर बने पशुओं का पेट नहीं भर सकता है। उन्होंने कहा कि यही हाल पीने के पानी का है। जिसका यहां कोई बंदोबस्त नहीं है। अस्थायी नंदीशाला के निकट ही बनाई गई मस्जिद का गंदा पानी यहां पहुंचता है, जिसे गोवंश पीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि नंदीशाला के निकट बनाई गई दीवार टूटी हुई है। जिसके चलते यहां कुत्ते घुस जाते हैं और गोवंश पर हमला कर उन्हें घायल करते हैं। जिन चिकित्सकों की डयूटी यहां लगाई गई है वो भी कार्य में लापरवाही बरतते हैं जिसके चलते यहां मौजूद गोवंश पर हमेशा जान की बनी रहती है। अव्यवस्थाओं के चलते अब तक सैंकडों गोवंश मौत का शिकार हो चुका है। उन्होंने ज्ञापन सौंप कर गुहार लगाई कि यहां जिला प्रशासन को तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेना चाहिए और गोवंश के लिए चीजों का प्रबंध करना चाहिए ताकि गोवंश को बचाया जा सके और हम पाप के भागीदार ना बनें। इस मौके पर विजेंद्र सिवाच, विरेंद्र डांगी, बलजीत कुंडू, भूपेंद्र पंडित, विनय, बलजीत, नरेंद्र सहित अनेक युवा मौजूद रहे। 

बहन की बेटी ने मिस वल्र्ड बन कर किया नाम रोशन : अर्चना

कहा : ऊंचे सपने देख कर उन्हें करें पूरा 
दिसंबर माह में उचाना में होगा मानुषी का स्वागत

उचाना
सपने हमें ऊंचे देखने चाहिए, देखे गए सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। हम सपने ऊंचे नहीं देखेंगे तो उनको पूरा नहीं कर सकेंगे। मानुषी छिल्लर ने मिस वल्र्ड बन कर प्रदेश का नाम विदेशों तक में रोशन किया है। उचाना में दिसंबर माह में  मानुषी को बुलाकर उसका स्वागत किया जाएगा। यह बात मिस वल्र्ड बनी मानुषी छिल्लर की मौसी अर्चना ने कही। शहर के साथ-साथ आस-पास एरिया के लोगों ने इस उपलब्धि पर मानुषी छिल्लर के मौसा हरदीप डूमरखां के निवास पर लोग बधाई देने पहुंच रहे है। पालवां के राजकीय हाई स्कूल में संस्कृत अध्यापिका के तौर पर कार्यरत अर्चना ने बताया कि मानुषी बहुत ज्यादा मेहनती है। वह देर रात तक पुस्तकें पढ़ती थी तो इस पर उसकी मां नीलम उसको टोकती तो मानुषी कहती कि मां क्या आप बिना मेहनत किए डॉक्टर बन गई। उसका यह जुनून ही आज मानुषी को शिखर तक ले गया है। आज हरियाणा ही नहीं बल्कि देश भर की बेटियों के लिए वो प्रेरण स्रोत बनी है। बेटियों को चाहिए कि वो निरंतर मेहनत कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। पीएम नरेंद्र मोदी का भी बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा जो हरियाणा से धरती से उद्घोषित हुआ था। आज हरियाणा की बेटियां हर क्षेत्र में निरंतर प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। 
नहीं मानते बेटा-बेटी में फर्क
अर्चना ने बताया कि उनके परिवार के लोग कभी भी बेटा-बेटी में फर्क नहीं मानते है। उनके दादा चंदगीराम स्वतंत्रता सेनानी थे। जिसका प्रभाव पूरे परिवार पड़ा। दादा ने अपनी बेटियों पोतियों को उच्च शिक्षा दिलाई। वो बेटियों को पुराने समय में भी पढ़ाने के पक्ष में थे। आज उनकी तीन पोतियां एमडी डॉक्टर है तो वो शिक्षक है। आज उनकी पड़पौत्री ने विश्व सुंदरी बन कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। मानुषी छिल्लर भी डॉक्टरी का कोर्स कर रही है। एक दिसंबर को भगत फूल सिंह हेल्थ युनिवर्सिर्टी खानपुर द्वारा उसे सम्मानित किया जाएगा। खुद उसके भी एक ही बेटी है। बेटी को बेटे की तरह शिक्षा उनके परिवार ने दिलाई। 
शशि थरूर की छोटी सोच आई सामने
हरदीप डूमरखां ने कहा कि कांग्रेसी नेता शशि थरूर द्वारा मानुषी छिल्लर के मिस वल्र्ड बनने पर किए गए ट्वीट से उसकी बेटियों के प्रति छोटी सोच सामने आई है। आज हमारे बेटे फौज में भर्ती होकर देश का सम्मान बढ़ा रहे है तो बेटियां सर्वोच्च शिखर प्राप्त कर रही है। ये हमारे लिए गर्व की बात है। जो नेता खुद बहू-बेटियों के मामले में स्वयं विवादित रहे है उनसे और क्या आशा की जा सकती है।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने देशी घी ठिकानों पर मारे छापे

आधा दर्जन देशी घी ठिकानों से भरे सैंपल
छापेमारी से देशी घी कारोबारियों में मचा हड़कंप

जींद
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सफीदों गेट पर मंगलवार दोपहर बाद देशी घी के कारोबार से जुड़े लोगों के आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की और घी के सैंपल भरे। जिन्हें सील कर जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई कार्रवाई से देशी घी के कारोबार से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया। कुछ कारोबारी दुकानों को बंद कर गायब हो गए। छापामार टीम ने चेताया कि अगर घी के सैंपल फेल आए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और लोगों की सेहत से किसी भी सूरत में खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। 
डिप्टी सीएमओ डा. पालेराम के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सफीदों गेट पर दोपहर बाद दस्तक दी। टीम ने दहिया डेयरी फार्म, सिहाग डेयरी, नवदुर्गा डेयरी समेत आधा दर्जन घी के कारोबारियों के यहां पहुंचकर घी के सैंपल भरे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अचानक की गई कार्रवाई से सफीदों गेट इलाके से देशी घी से जुड़े कारोबारियों में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य अमले को देखकर कुछ कारोबारी अपनी दुकानों को बंद कर गायब हो गए। काबिलेगौर है कि सफीदों गेट पर दर्जनभर लोग देशी घी का कारोबार करते हैं। हैरानी की बात यह है कि 400 रुपये मिलने वाला देशी घी 200 से 250 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से यहां पर बेचा जा रहा था। जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने देशी घी के कारोबार से जुड़े लोगों के घी के सैंपल भरे और उन्हें जांच के लिए लैबोरेटरी भेज दिया। कार्रवाई के दौरान फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर ओमकुमार तथा सहायक अजायब सिंह भी मौजूद रहे। 
न कोई ब्रांड, न कोई मार्का, खुले में बिकता है देशी घी
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिन देशी घी के ठिकानों पर छापेमारी की वह घी न तो किसी ब्रांड का था और न ही किसी मार्का की पैकिंग में बंद किया गया था। घी को पॉलिथीन की पैकिंग में बंद कर फ्रीजों में रखा गया था। पॉलिथीन की पैकिंग पर प्लास्टिक के रबड़ लगाए गए थे। पैकिंग आधा किलो से लेकर एक किलोग्राम तक की थी। जबकि दस-दस लीटर की कैनियों में भी खुला घी रखा गया था। मामला यहां भी संदेहजनक होता है की सफीदों गेट पर बेचे जा रहे कीमतें ब्रांडेड घी की कीमतों से काफी कम है। 
डिप्टी सीएमओ पालेराम ने बताया कि सफीदों गेट पर संदिग्ध देशी घी बेचने की शिकायत मिली थी। जिस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है। आधा दर्जन देशी घी के ठिकानों से सैंपल भरे गए हैं। जिन्हें जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया है। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने चेताया कि घटिया सामग्री बेचकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

Friday, 24 November 2017

आजाद किसान मिशन ने सुलगा दी रैली से पहले आंदोलन की चिंगारी










हिंदी आंदोलन में हिस्सा लेने वाले सत्याग्रहियों को दी जाएगी पैंशन राशि

जींद  : डीसी अमित खत्री ने बताया कि हिंदी आंदोलन 1957 में हिस्सा लेने वाले मातृभाषा सत्याग्रहियों को 10 हजार रुपए सम्मान पैंशन देने की घोषणा सरकार द्वारा की गई है। इस घोषणा को 25 नवम्बर के दिन अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में कुरुक्षेत्र में मूर्त रूप दिया जाएगा। इस अंतरराष्ट्रीय महोत्सव के मौके पर प्रदेश भर के 11 मातृभाषा सत्याग्रहियों को प्रतीकात्मक रूप से पैंशन राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। 11 जिलों से 11 मातृभाषा सत्याग्रहियों को आमंत्रित किया गया है। जींद जिला के श्रीरागखेड़ा निवासी मातृभाषी सत्याग्रही रामकिशन शास्त्री को 25 नवम्बर के दिन कुरूक्षेत्र में यह पैंशन राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। डीसी ने बताया कि जींद जिला के कुल 19 मातृभाषा सत्याग्रही है। इनमें 8 पुरूष सत्याग्रही जीवित हैं। इसके अलावा स्वर्गीय सत्याग्रहियों की 11 विधवाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में आयोजित होने वाले मातृभाषा सत्याग्रही सम्मान पैंशन प्राप्त करने वाले सत्याग्रही को लाने ले जाने का जिम्मा जिला प्रशासन का है। इसके लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारी क ी डयूटी लगाई गई हैं। 

शादी के दिन चाहिए कन्यादान तो एक माह पहले करें आन लाइन आवेदन

कन्यादान योजना के लिए जिले को मिले 5.49 करोड़

जींद : मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत कन्यादान की राशि शादी के दिन चाहिए तो इसके लिए शादी से एक महीना पहले आन लाइन आवेदन करना होगा। योजना के लिए जींद को 5.49 करोड़ रूपए का बजट मिला है। 
जिला कल्याण विभाग ने पिछले वर्ष इस योजना के तहत जिले के 2010 लोगों को लगभग साढ़े 5 करोड़ रूपए दिए थे। इस वित्तीय वर्ष में इस योजना के लिए 5.49 करोड़ का बजट विभाग को मिला है। अभी तक लगभग 1 हजार से ज्यादा लोगों ने इसका लाभ लिया है। विभाग ने समय पर प्रार्थी को इसका लाभ देने के लिए आन लाइन आवेदन लेने शुरू किए हैं। इसके लिए लाभार्थी को अपना आन लाइन आवेदन विभाग की वैबसाइट पर सबमिट करवाना होगा। प्रदेश सरकार द्वारा जिला कल्याण विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना  का लाभ अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग और सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को उनकी लड़कियों की शादी पर शगुन के रूप दिया जाता है।  शादी के पहले आवेदन नहीं करने की सूरत में यह राशि प्रार्थी को शादी के समय नहीं मिल पाती थी। अब समाज कल्याण विभाग पात्र लोगों को शादी के दिन पैसे देने के लिए गंभीर हुआ है। शादी के दिन शगुन की राशि प्राप्त करने के लिए शादी से एक माह पूर्व आन लाइन आवेदन करना पड़ेगा।  
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यह है मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना 
सीएम ने प्रदेश में गरीब लोगों को उनकी बेटी की शादी के लिए मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना शुरू की है। इस योजना के तहत तहत विधवा औरत की बेटी को 51 हजार रूपए और अनूसुचित जाति वर्ग और बीपीएल परिवार को 41 हजार रूपए दिए जाते हैं। इसके अतिरिक्त 11 हजार रूपए उन परिवारों को दिए जाते हैं, जिनकी आमदनी 1 लाख रूपए से कम हो। 
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यह हंै पात्रता के नियम
योजना के तहत लाभ पात्र परिवार की लड़की की आयु शादी के समय 18 वर्ष होनी जरूरी है। आवेदन के समय लड़की और लड़के की आयु के प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक , रिहायशी प्रमाण पत्र, शादी कार्ड के फोटो को साथ में अपलोड करना जरूरी है। 
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 विभाग की नीति समय पर शगुन राशि देने की : बिश्नोई
जिला समाज कल्याण अधिकारी जगतराम बिश्नोई ने कहा कि विभाग की नीति शादी के समय पर शगुन राशि देने की है। लोगों को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है कि वह शादी से एक माह पहले आन लाइन आवेदन करें ताकि शगुन राशि को समय पर ले सकें। 

यू डाइस डाटा नहीं भरने वाले मुखियाओं की खैर नहीं

जींद : यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फार्मेशन सिस्टम (यू डाइस) डाटा नहीं भरने वाले सरकारी और निजी स्कूल इंचार्जों पर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग के पास यू डाइस प्रपत्र जमा नहीं करवाने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ शिक्षा विभाग कार्रवाई करेगा। इसके लिए शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर 28 नवम्बर तक यू डाइस डाटा जमा करवाने होंगे।
सरकारी स्कूलों और निजी स्कूलों की यू डाइस प्रपत्र में स्कूल संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी देनी होगी। यह जानकारी एमआइएस पोर्टल पर पहले से अपलोड किए डाटा से भी मिलनी जरूरी है। इसके तहत 28 नवम्बर से डाटा यू डाइस पर भरा जाना जरूरी है। शिक्षा विभाग के पास यू डाइस का डाटा 5 दिसम्बर तक देना जरूरी होगा। सरकारी और निजी स्कूलों के इंचार्ज यू डाइस समय पर उपलब्ध नहीं करवाने वालों के खिलाफ शिक्षा विभाग कार्रवाई करेगा। इससे पहले स्कूलों से यू डाइस प्रपत्र नहीं भरने के लिए स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
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यह है यू डाइस रिपोर्ट में
यू डाइस प्रपत्र में संबंधित स्कूल मुखिया को अपने स्कूल के प्रत्येक कक्षा में छात्रों की संख्या, स्कूल के कमरे, विद्यार्थियों को दी जा रही सुविधाएं, शिक्षकों की स्थिति, उनकी योग्यता, वाहन व्यवस्था सहित संपूर्ण विवरण उल्लेखित करना होता है। यह जानकारी सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से उच्च मुख्यालय भेजी जाती है, जहां से प्रदेश भर के स्कूलों का डाटा आनलाइन डाला जाता है, जहां कोई भी इसके बारे में जानकारी हासिल कर सकता है। इसके आधार पर विकास कार्य करवाने के लिए योजना बनाई जाती है।
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28 नवम्बर तक भरना होगा स्कूल मुखियाओं को यू डाइस डाटा
सभी स्कूलों को यू डाइस डाटा भरना जरूरी है। यू डाइस प्रपत्र भरने के लिए सभी स्कूल इंचार्जोंं को अवगत करवाया जा रहा है। यू डाइस डाटा कैसे भरना है। इसके लिए स्कूल इंचार्जों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अगर कोई स्कूल इंचार्ज 28 नवम्बर तक यू डाइस डाटा नहीं भरेगा। इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 
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यू डाइट की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित
अलेवा से सतीश के अनुसार सर्व शिक्षा एवं राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत खंड शिक्षा कार्यालय नगूरां में शुक्रवार को यू डाइस की जानकारी देने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण रोहिला और मास्टर ट्रेनर एवं ए.बी.आर.सी. राममेहर सिंह ने मौजूद स्कूल मुखियाओं एवं प्रतिनिधियों को बताया कि स्कूल में अध्ययन कर रहे बच्चों एवं उनके अभिभावकों के सुझाव, स्कूल में कमरों, पानी एवं बिजली की व्यवस्था तथा एस.एम.सी. कमेटी से संबंधित हर प्रकार का विवरण तैयार कर विभाग के पास भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा भेजे गए वार्षिक विवरण के मुताबिक विभाग स्कूलों को सुविधाएं उपलब्ध करवाएगा। इस अवसर पर आरोही, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय समेत राजकीय स्कूलों के अलावा प्राइवेट स्कूल के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनमें सरस्वती पब्लिक स्कूल नगूरां के प्राचार्य प्रदीप खटकड़, छोटू राम स्कूल पेगां के प्राचार्य राजबीर बिढ़ान, राजेंद्र शर्मा, रामजवारी शास्त्री, पवन कुमार, सुशीला नैन, निर्मला, हेमलता, अनिता, नवीन, अनिल और संजय बतरा मौजूद रहे। 

इंटर-स्टेट रूटों पर बस सेवा बंद करने का विरोध

रोडवेज कर्मचारियों ने धरना देकर की नारेबाजी
नारेबाजी के बाद किया चक्का जाम, लोगों को हुई परेशानी
जींद : हरियाणा रोडवेज संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर शुक्रवार को रोडवेज कर्मचारियों ने पहले धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद कुछ घंटे के लिए जींद डिपो की बसों का चक्का जाम कर दिया। यह प्रदर्शन और चक्का जाम प्रदेश सरकार के उस फैसले के विरोध में किया गया, जिसमें सरकार ने इंटर-स्टेट रूटों पर रोडवेज की बस सेवा बंद की है। इसके अलावा रोडवेज के 8200 कर्मचारियों के साथ सरकार द्वारा की गई ज्यादती के विरोध में और रोडवेज के बेड़े में नई बसों को शामिल किए जाने की मांग भी प्रदर्शनकारी रोडवेज कर्मचारियों ने की। लगभग 4 घंटे तक रोडवेज के चक्का जाम से हजारों यात्रियों को भारी परेशानी हुई। 
शुक्रवार सुबह रोडवेज कर्मचारियों की विभिन्न यूनियनों से जुड़े कार्यकर्ता जींद डिपो की वर्कशाप के गेट पर जमा हुए। यहां रोडवेज कर्मचारियों ने धरना दिया और सरकार के खिलाफ काफी देर तक नारेबाजी की। नारेबाजी कर रहे कर्मचारियों ने कहा किकुछ महीने पहले प्रदेश सरकार की नई परिवहन नीति के विरोध में रोडवेज कर्मियों द्वारा चक्का जाम किया गया था, तब सरकार ने बातचीत कर यूनियन नेताओं को आश्वासन दिया था कि एक नवम्बर से उनकी मांगों को लागू कर दिया जाएगा। इसके बावजूद 8200 रोडवेज कर्मियों को दोराहे पर खड़ा कर दिया गया। 6 राज्यों में जाने पर हरियाणा रोडवेज की बसों पर रोक लगा दी गई। इससे साफ है कि सरकार की नीयत में बहुत बड़ा खोट है। वह रोडवेज का निजीकरण करना चाहती है। इसमें पहले सरकार ने लोकल रूटों पर निजी आप्रेटरों को बस परमिट दिए। अब सरकार इंटर-स्टेट रूटों पर रोडवेज की बस सेवा बंद कर इन रूटों पर भी निजी आप्रेटरों को बस परमिट देना चाहती है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या के हिसाब से रोडवेज के बेड़े में 10 हजार नई बसें शामिल की जानी चाहिएं थी लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। वह धीरे-धीरे रोडवेज के अस्तित्व को ही समाप्त करने की चाल पर चल रही है। रोडवेज का निजीकरण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जींद डिपो के प्रधान अजीत नेहरा, महिपाल बिघाना, दलबीर ढिल्लों, जयचंद सैनी ने कहा कि सरकार रोडवेज के निजीकरण के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। रोडवेज संयुक्त संघर्ष समिति की प्रदेश कार्यकारिणी के साथ अतीत में मुख्यमंत्री मनोहरलाल से बातचीत हुई थी। इसमें 12 मांगों पर सहमति बनी थी। एक नवम्बर को मुख्यमंत्री को इन मांगों को लागू करने की घोषणा करनी थी। इसके बावजूद घोषणा नहीं की गई। इसके विरोध में शुक्रवार को 11 से 3 बजे तक धरना देने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि एक दिसम्बर से 6 राज्यों को जाने वाली रोडवेज बसों की सेवाओं को बंद किया जा रहा है। इसी प्रकार 8200 चालक तथा परिचालकों को कच्चा कर दिया गया। उन्होंने साफ कहा कि इससे कर्मचारियों में रोष है और राज्य कार्यकारिणी के फैसले के बाद आगामी ठोस निर्णय लिया जाएगा। धरने में नरेंद्र, राजेश, रामनिवास, सेवा, आजाद पांचाल, बिजेंद्र ढांडा, सुदर्शन लाठर, सुरेंद्र, शेर सिंह, सत्यनारायण शर्मा आदि शामिल हुए। 
चक्का जाम से यात्री हुए परेशान
शुक्रवार को लगभग 4 घंटे तक जींद डिपो की बसों का चक्का जाम होने से हजारों यात्रियों को परेशानी हुई। बसों के अभाव में यात्री इधर-उधर भटकते और परेशान नजर आए। सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं और बच्चों को हुई। चक्का जाम करने का पहले कोई फैसला नहीं लिया गया था। रोडवेज कर्मचारियों में सरकार के रवैये को लेकर इतना रोष था कि वर्कशाप के गेट पर धरना देने के बाद वह प्रदर्शन करते हुए बस अड्डे पर आए तो एकाएक उन्होंने रोडवेज का चक्का भी जाम कर दिया। 
क्या कहना है एसपीओ का
रोडवेज विभाग के एसपीओ तथा कार्यवाहक जीएम रामपाल ने बताया कि लगभग अढ़ाई घंटे तक डिपो की बसों का चक्का जाम रहा। इससे रोडवेज को नुक्सान हुआ और यात्रियों को परेशानी हुई। रोडवेज के चक्का जाम को लेकर परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है। इसमें जो भी कार्रवाई होगी, वह मुख्यालय के स्तर पर तय होगी। 

Thursday, 23 November 2017

झींगा पालन किसानों के लिए खेती के अलावा बेहतर आमदनी का जरिया साबित हो रहा है

नरवाना : झींगा पालन किसानों के लिए खेती क े अलावा बेहतर आमदनी का जरिया साबित हो रहा है। लिहाजा किसान व आर्थिक रूप से कमजोर बेरोजगार युवा इस व्यवसाय को अपनाकर अपने जीवन स्तर पर सुधार ला सक ते हैं। ये विचार उपायुक्त अमित खत्री ने अमरगढ़ गांव के झींगा पालन फार्म का दौरा करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि झींगा पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिसको अपनाने पर आम आदमी  या किसान अच्छी आय अर्जित कर सकता है। बशर्तें इस धंधे को निष्ठा और मेहनत के साथ किया जाए। इसके अलावा ऐसे किसान जिनकी भूमि कृषि योग्य नहीं है, बंजर है,अनुपजाऊ है, लवणीय है और भूमिगत जल भी खारा है, वो अपनी ऐसी भूमि झींगा पालन फार्म बनाकर अच्छा उत्पादन और बेहतर आमदनी ले सकते हैं। इस व्यवसाय के लिए किसान को मत्स्य विभाग द्वारा आर्थिक अनुदान भी दिया जाता है। लवणीय भूमि में सफे द झींगा पालन फार्म स्थापित करने के लिए एक हैक्टेयर मसलन अढाई एकड़ लवणीय भूमि स्कीम के तहत 25 लाख रुपए खर्च करने पर 50 प्रतिशत यानि 12 लाख 50 हजार विभाग द्वारा किसान को अनुदान दिया जाता है और इस कार्य में किसान 5 से 6 महीने में करीब 8-10 लाख रुपए की आमदनी प्राप्त कर सकता है। डी.सी. ने कहा कि विभाग द्वारा इसके अतिरिक्त भी अनेक योजनाएं शुरू की गई है जिनका मत्स्य पालन इच्छुक किसान फायदा उठा सकते हैं। कार्य करने के लिए विभाग द्वारा इच्छुक व्यक्तियों को 10 दिनों तक निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। उपायुक्त ने अमरगढ़ के झींगा पालक किसान रामनिवास की सराहना की और दूसरे किसानों को भी इस कार्य में आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने जनप्रतिनिधियो से भी अनुरोध किया कि वे भी गांव के तालाब तथा पंचायती जमीन पर नए तालाब बनवाकर मत्स्य पालन के जरिए पंचायत की आमदनी बढ़ा सकते हैं। इससे जहां बेरोजगार लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं ग्राम पंचायत की मजबूत हुई आर्थिक स्थिति से ग्रामीण विकास को गति मिलेगी। इस अवसर पर एस.डी.एम. डा. किरण सिंह, जिला मत्स्य अधिकारी युधवीर सांगवान, मत्स्य अधिकारी राजेश वर्मा, जिला पार्षद दिनेश डाहोला, सरपंच रामफल व अनेक किसान मौजूद थे। 


अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर समारोह स्थल पर लगेंगे झूले

खाद्य पदार्थों की लगेंगी स्टाल 

जींद : डीसी कालोनी स्थित दीवान बाल कृष्ण रंगशाला के पास 28 से 30 नवम्बर तक मनाए जाने वाले गीता महोत्सव को देखने के लिए आने वाले लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। महोत्सव स्थल पर खाने की चीजों की 20 स्टाल लगवाई जाएंगी। कोई भी व्यक्ति स्टाल लगाने के लिए निर्धारित फीस जमा करवा सकता है। स्टाल स्थापित करने के लिए प्रशासन द्वारा जगह उपलब्ध करवाई जाएगी। अन्य व्यवस्थाएं इच्छुक व्यक्ति को स्वयं करनी होगी। महोत्सव में पहुंचने वाले बच्चों के मंनोरजन के लिए पटवार भवन और रंगशाला के बीच खाली पड़ी जमीन पर झूले लगाए जाएंगे।
एडीसी धीरेंद्र खडगटा ने वीरवार को गीता महोत्सव स्थल का दौरा किया। उन्होंने खाद्य पदार्थों के स्टाल और झूले स्थापित करने की जगह का मुआयना किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह यहां सफाई और अन्य प्रकार की व्यवस्थाओं को समय रहते पूरा कर लें। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के अनुभव के आधार पर गीता महोत्सव में काफी लोग पहुंचते हैं। जिला प्रशासन ने लोगों की सुविधा और मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए झूले और स्टाल लगाने का फैसला लिया है। इनके लिए जगह पहले आओ पहले पायो के आधार पर उपलब्ध करवा दी जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से एडीसी ने कहा कि यहां फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां रखी जाएगी। इसी प्रकार एडीसी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एम्बुलैंस जिसमें एक डॉक्टर और अन्य कर्मियों के साथ पर्याप्त दवाई इत्यादि के साथ उपलब्ध रहने के  लिए कहा। गीता महोत्सव स्थल पर शौचालयों की समुचित व्यवस्था करने के लिए नगर परिषद के अधिकारियों को कहा गया। पटवार भवन के साथ खाली पड़ी जमीन को समतल कर यहां पर लंगर बरताने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया। एडीसी ने कहा कि इस महोत्सव में काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं, इसलिए वाहनों की पार्किंग सही होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने उप पुलिस अधीक्षक को व्यवस्था करने के लिए कहा। एडीसी ने कार्यक्रम स्थल पर बनाये जा रहे घटोत्कच, शेषनाग स्थापित करने की प्रक्रिया को भी देखा। आयोजन स्थल पर पश्चिम की तरफ बने गोलाई के मंच पर वृद्वावन से आने वाले कलाकारों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण पर कार्यक्रम दिखाए जाएंगे। यहां एक ग्रामीण संस्कृति को दर्शाने वाला गांव बसाया जाएगा। इसमें ग्राम्य परिवेश के सभी आयामों को दर्शाया जाएगा। इसमें अखाड़े में अभ्यास करते पहलवानों को भी दर्शाया जाएगा। समारोह में एक परिवेश द्वार और निकासी का द्वार बनाया जाएगा। यहां अतिथियों के बैठने के लिए अतिथि गृह बनाया जाएगा, जिसे झोपड़ीनुमा घास फुस से तैयार किया जाएगा। एडीसी के साथ एसडीएम महाबीर प्रसाद, नगराधीश सत्यवान सिंह मान, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदीप कुमार समेत अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी साथ थे। 
गीता महोत्सव में लगाई जाएगी प्रदर्शनी 
विभिन्न विभागों द्वारा विकास को दर्शाती लगाई जाएंगी 24 प्रदर्शनी स्टाल 
जींद : डीसी अमित खत्री ने गीता महोत्सव को आकर्षक बनाने और इसमें जन सह भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए डीआरडीए सभागार में एक बैठक बुलाई। इसमें विभिन्न विभागों के साथ-साथ शहर की स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। 
डीसी ने कहा कि जींद जिला धर्म क्षेत्र कुरूक्षेत्र की 48 कोस की परिधि में आता है, इसलिए यहां पर कई ऐतिहासिक तीर्थ स्थल महाभारत से जुड़े हैं। इनके बारे में युवा पीढ़ी को गीता महोत्सव के माध्यम से जानकारी दी जा सकती है। इसलिए इस महोत्सव की उपयोगिता और भी बढ़ जाती है। प्रदर्शनी आयोजन को लेकर डीसी ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदीप कुमार की डयूटी लगाई। डीसी ने स्वयं सेवी संगठनों का आहवान किया कि वह इस गीता महोत्सव में भागीदारी से समाज का मार्गदर्शन करंे। उन्होंने कहा कि स्वयं सेवी संगठन शहर में गीता स्वागत द्वार बना सकते हैं। समारोह स्थल पर पीने के पानी की व्यवस्था में जिला प्रशासन का सहयोग कर सकते है। शहर को साफ-सुथरा बनाने में भी सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि हर रोज तीनों दिन महोत्सव स्थल पर लोक कलाकार जैसे बांसूरी, बीन, नगाड़ा, डेरू, जंगम जोगी की प्रस्तुति देकर लोगों का मनोरजन करेंगे।  गीता महोत्सव 28 से 30 नवम्बर तक चलेगा। 28 नवम्बर को प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा। प्रदर्शनी में जहां राज्य सरकार विकासात्मक गतिविधियां नजर आएगी। वहीं गीता पर आधारित साहित्य को भी संजोया जाएगा। प्रदर्शनी में स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए सामान को भी प्रदर्शित किया जाएगा। डीसी ने बताया कि 29 नवम्बर को जिला स्तरीय सैमीनार का आयोजन किया जाएगा। इसमें गीता का मेरे जीवन पर प्रभाव विषय पर विचारकों व्याख्यान दिए जाएंगे। 30 नवम्बर को नगर शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इसमें शहर की  सभी स्वयं सेवी संगठनों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने इस बैठक में उपस्थित स्वयं सेवी संगठनों से आहवान किया कि वह इस अंतरराष्ट्रीय महोत्सव को आकर्षक बनाने में जिला प्रशासन का सहयोग करें। नगर शोभा यात्रा सायं को 2 बजे जयंती देवी मंदिर से शुरू होगी और जयंती समारोह स्थल पर पहुंचेगीं। 30 नवम्बर को सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम होगा। इसमें मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण किया जाएगा। बैठक में जींद के एसडीएम महाबीर प्रसाद, नगराधीश सत्यवान सिंह मान, नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदीप कुमार समेत अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।  

खुद को पर्यावरण के लिए महिला वकील ने कर दिया समर्पित

अब तक लगवा चुकी 177 त्रिवेणी जींद। महिला एडवोकेट संतोष यादव ने खुद को पर्यावरण की हिफाजत के लिए समर्पित कर दिया है। वह जींद समेत अब तक...