Saturday, 11 November 2017

बिना मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर होगी छापेमारी

विद्यालय भवनों के बाहरी क्षेत्र पर नजर रखने के लिए लगाएं कैमरे 
सभी बच्चों के बनवाए जाएं आधार कार्ड 

जींद 
एडीसी धीरेंद्र खडगटा ने जिला में निजी व सरकारी स्कूलों से जुड़े अधिकारियों की एक आवश्यक बैठक डीआरडीए में अपने कार्यालय में बुलाई। उन्होंने कहा कि विद्यालय भवनों के भीतरी परिसर के साथ-साथ भवन के बाहरी क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसी टीवी कैमरे लगवाए जाने चाहिए ताकि बाहरी क्षेत्र में होने वाली किसी भी घटना की सही जानकारी मिल सकें। एडीसी ने कहा कि इस प्रकार के कैमरे लगने से बच्चों को उठाने जैसी घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा। 
सभी बच्चों के बनवाएं आधार कार्ड 
अगले शिक्षा सत्र से बच्चों की माक्र्स सीट को आधार नम्बर से जोड़ा जाएगा। इसलिए प्रत्येक विद्यार्थी का आधार कार्ड बनवाना जरूरी है। इसके लिए जागरूकता शिविर भी लगाए जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि बच्चों का आधार कार्ड अंकतालिका के साथ जोडऩे की हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की इस योजना को अगले सत्र से पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया गया है। 
बिना मान्यता प्राप्त कोई निजी स्कूल न चले, करे छापामारी
एडीसी ने कहा कि निजी क्षेत्र में कोई भी प्राईवेट स्कूल बिना मान्यता लिये नहीं चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि संबंधित एसडीएम के नेतृत्व में सम्बन्धित डीएसपी व खंड शिक्षा अधिकारी को साथ लेकर ऐसे बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर छापामारी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा एकाडमी के नाम पर स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिलवा दिया जाता है। कई बार मान्यता प्राप्त किसी बड़े स्कूल में बच्चों का प्रवेश दिखा दिया जाता है, जबकि बच्चे बिना मान्यता प्राप्त छोटे स्कूल में पढ़ते हैं। ऐसे स्कूलों पर शिंकजा कसा जाएगा। इसको लेकर एडीसी ने अधिकारियों को शीघ्र छापमारी अभियान चलाने के लिए कहा है। उन्होंने दोहराया कि किसी भी एकाडमी अथवा स्कूल को बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। ऐसे बिना मान्यता लिये अवैध रूप से चलने वाले स्कूलों की पहचान की जाएगी और छापेमारी के बाद ऐसे स्कूल कैम्पस सील कर दिये जाएंगे।
स्कूलों में हो फायर फाइटिंग के समुचित प्रबंध
स्कूल भवनों में आगजनी जैसी किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए स्कूल प्रबंधन के पास पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। एडीसी ने जोर देकर कहा कि विशेषकर प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को लाने व ले जाने के काम में किसी प्रकार के जुगाड़ वाहन का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने स्कूल प्रबंधन को भी निर्देश दिए कि वे अभिभावकों को भी सचेत करे कि अपने बच्चों को जुगाड़ वाहन में कतई न भेजे। इस बात को लेकर बच्चों के अभिभावकों को विश्वास में लिया जाना चाहिए। जहां से बच्चों को स्कूल वाहन में बैठाया जाता है और स्कूल समय समाप्ति के बाद जहां बच्चों को वाहन से उतारा जाता है, ये दोनों जगह सुरक्षित होनी चाहिए। बच्चों को बसों में चढ़ाते समय व उतारते समय एक शिक्षक की डयूटी सुनिश्चित की जानी चाहिए। 
बच्चों के स्वास्थ्य की करवाएं जांच
एडीसी ने कहा कि सरकारी स्कूलों की तरह निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच करवाने के लिए कैम्प लगवाये जाने चाहिए। बैठक में सिविल सर्जन डा. संजय दहिया ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए विशेष बोर्ड बनाया है। इस टीम में शामिल चिकित्सक नियमित रूप से स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर उनके स्वास्थ्य कार्ड बनाते है। वंशानुगत बीमारी की सूरत में बच्चों को अल्प आयु में ही अहतियात बरतने संबंधित टिप्स दिये जाते है। एडीसी ने कहा कि बच्चों की नजर कमजोर होने की सूरत में शुरू में ही उन्हे चश्मा इत्यादि लगाने की सलाह दी जानी चाहिए। उन्होंने निजी स्कूल संचालकों को सलाह दी कि वे बच्चों के अभिभावकों से जानकारी शेयर कर लें ताकि कोई भी वंशानुगत बीमारी बढऩे से पहले ही नियंत्रित की जा सके। 
स्कूल परिसर में बिजली की तारे ढ़ीली न लटकें 
एडीसी ने कहा कि स्कूल भवनों के ऊपर से कोई भी हाई टैंशन बिजली की तार नहीं गुजरनी चाहिए। इसके अलावा विद्यालय परिसर में बिजली की तारों को सही ऊंचाई पर रखा जाना चाहिए ताकि किसी प्रकार के हादसे की गुंजाईश ना रहे। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में प्राथमिक ऊपचार कीट उपलब्ध होनी चाहिए। 
मान्यता देने से पूर्व सभी पैरामीटर पर लें रिपोर्ट
एडीसी ने कहा कि निजी स्कूल मान्यता लेने के लिए आवेदन करते है तो निर्धारित सभी मापदंड पूरे होने के बाद ही मान्यता दी जानी चाहिए। इस काम के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट भी जिसमें भवन सुरक्षा जैसे मापदण्ड शामिल है, ली जानी चाहिए। 
सभी स्कूल कर्मियों को होना चाहिए बीमा
एडीसी ने कहा कि स्कूल के सभी कर्मियों का बीमा होना चाहिए। बीमा की कई योजनाएं है, जिनका लाभ स्कूल कर्मियों को उठाना चाहिए। प्राईवेट स्कूल भवनों का भी बीमा करवा लेना चाहिए। 

खेल व स्वास्थ्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उपलब्ध होगी राशि 

एडीसी ने बैठक में कहा कि सरकारी स्कूलों में खेलों के मैदान बनाने, स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए उन्होंने प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने के लिए कहा। उन्होंने दौहराया कि मनरेगा स्कीम के तहत स्कूलों में खेल मैदान लेवलिंग का काम प्राथमिकता के आधार पर करवाया जा सकता है। 
प्रत्येक खंड के एक स्कूल में होगा वाटर कंजर्वेशन
एडीसी ने कहा कि प्रत्येक खण्ड के एक स्कूल में पानी प्रबंधन पर एक कार्य योजना को शुरू किया जायेगा। इसमें पानी के दुरूपयोग को रोकने, ठोस व तरल कचरा प्रबंधन को भी शामिल किया जाएगा। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी वंदना गुप्ता, सिविल सर्जन डा. संजय दहिया, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सत्यवती, डिप्टी डीईओ विजय लक्ष्मी, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता नवनीत कुमार, डीएसपी पवन कुमार, प्राईवेट स्कूल एसोसियेशन के नरेश बराड समेत अन्य विभागों अधिकारी उपस्थित रहे। 

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