आधे कर्मचारियों के सहारे सफाई व्यवस्था को दुरूस्त बनाने के प्रयास
सरकार के नियम के अनुसार 400 लोगों पर एक सफाई कर्मचारी की नियुक्ति
नगर परिषद में 250 स्थायी और अस्थायी सफाई कर्मचारी
नगर परिषद को चाहिएं 250 सफाई कर्मचारी
जींद : नगर परिषद जींद को 20 साल बाद भी सफाई के लिए स्थायी कर्मचारी नहीं मिल पाए हैं। स्थिति यह है कि आधे कर्मचारियों के सहारे ही नगर परिषद शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त बनाने का प्रयास कर रही है। सरकार के नियम के अनुसार 400 लोगों पर 1 सफाई कर्मचारी की नियुक्ति होनी चाहिए। नगर परिषद में इस समय 139 स्थायी और 111 अस्थायी कर्मचारी हैं। लगभग 2 लाख की आबादी वाले जींद शहर में आबादी के हिसाब से लगभग 250 सफाई कर्मचारियों की जरूरत है।
शहर में हर रोज कई टन ठोस कचरा निकलता है। 31 वार्डों वाले जींद शहर में एरिया के हिसाब से सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई। इस समय नगर परिषद के पास 250 सफाई कर्मचारी है। इनमें 139 कर्मचारी स्थायी हैं तो 111 अस्थायी कर्मचारी हैं। साल दर साल सफाई कर्मचारी रिटायर्ड हो रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा सफाई कर्मियों की कोई भर्ती 20 साल बाद भी नहीं की गई है। सरकार के नियम के अनुसार आबादी के हिसाब से 400 लोगों पर एक सफाई कर्मचारी का होना अनिवार्य है। यदि सरकार के नियमों की बात करे तो जींद शहर की आबादी लगभग 2 लाख है। इस हिसाब से शहर में 250 सफाई कर्मचारियों की जरूरत है। यदि नगर परिषद के पास सफाई के लिए संसाधनों की बात की जाए तो यह भी बहुत कम है।
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पुराने ठेकेदार के सहारे चल रहा काम
नगर परिषद का सफाई का ठेका जुलाई महीने को खत्म हो चुका है। पुराने ठेकेदार द्वारा ही अभी काम किया जा रहा है। नगर परिषद ने नए ठेके के लिए टैंडर मांगे थे, लेकिन डीसी द्वारा इन टैंडरों को रद्द कर दिया गया है। अब नगर परिषद द्वारा नए सिरे से टैंडर आमंत्रित कि जाएंगे। नगर परिषद द्वारा फिलहाल डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन की योजना शुरू की गई थी। योजना के तहत प्रत्येक घर से 30 रूपए और दुकान से 50 रूपए प्रति महीना लिए जाने का प्रावधान था। डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन योजना के तहत नगर परिषद के सफाई कर्मचारी रिक्षा लेकर डोर टू डोर कूड़ा कलैक्षन के लिए पहुंच रहे हैं। इस अभियान के परिणाम बेहतर आने की बाद ही नगर परिषद ने अब डोर टू डोर कूड़ा कलैक्षन की योजना बनाई है। नगर परिषद ने सफाई कर्मचारियों को डे्रस कोड लागू किया था।
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साल दर साल घट रही सफाई कर्मियों की संख्या
नगर परिषद में 20 साल से सफाई कर्मचारियों की भर्ती नहीं होने से साल दर साल सफाई कर्मचारियों की संख्या घट रही है। हर साल कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा स्थायी कर्मियों की कोई भर्ती नहीं की जा रही है। ऐसे में नगर परिषद द्वारा कम सफाई कर्मियों के सहारे सफाई व्यवस्था को दुरूस्त बनाने का काम किया जा रहा है। शहर में नगर परिषद ने कई जगह कूड़ा संग्रह केंद्र बनाए हैं। यहां पर नगर परिषद के ठेकेदार द्वारा कूड़ा डाला जाता है।
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शहर को सुंदर बनाने का कर रहे प्रयास : डॉ. चौहान
नगर परिषद के ईओ डॉ. एसके चौहान ने कहा कि नगर परिषद में भले ही जनसंख्या के हिसाब से सफाई कर्मचारी नहीं हों, लेकिन नगर परिषद शहर को सफाई के मामले में सुंदर बनाने के लिए प्रयास कर रही है। नगर परिषद के पास 250 स्थायी और अस्थायी कर्मचारी हैं। नगर परिषद ने लोगों की सुविधा के लिए डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन की योजना बनाई है। जल्द ही इसकी टैंडरिंग करवा दी जाएगी।
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