पढऩे सीखने की नहीं होती कोई उम्र : सुनील जागलान
जींद। गांव तलोडा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के सरपंच मदन लाल बैरागी ने की। कार्यक्रम में सैल्फी विद डॉटर तथा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संयोजक बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान व स्कूल की मुख्य अध्यापिका कमलेश ने मुख्यतौर पर शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान लाडो पुस्तकालय का उद्घाटन गांव की ही बेटी हनी (अन्नू) खत्री ने रिबन काटकर अपने हाथों से किया। सुनील जागलान ने कहा कि देश के राष्ट्रपति द्वारा गोद लिए गांवों में बेटियों के विकास के लिए सभी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस लाडो पुस्तकालय से न सिर्फ बेटियों को बल्कि बेटों को भी विशेष लाभ मिलेगा। पुस्तकालय में नवोद्य से लेकर आई.ए.एस. तक की प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें हैं। इस पुस्तकालय से गांव के उन गरीब बच्चों को विशेष लाभ होगा, जो गरीबी अवस्था के कारण अपनी आगे की पढ़ाई नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि इसमें कोचिंग की हिंदी व अंग्रेजी माध्यम की सारी पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी। गरीब बच्चे शिक्षा के बिना अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर सकते। उन बच्चों व प्रतिभागी बेटियों की परीक्षा की तैयारियों के लिए यह एक शुरूआत है। जागलान ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में 27 वां पुस्तकालय है। उनके प्रयासों से गांव तलोडा में टीम लाडो की भी शुरूआत की गई। टीम लाडो के द्वारा गांव की बेटियों, माताओं व बहनों के हित के लिए कार्य किया जाएगा। गांव की हर समस्याओं का समाधान करने में टीम लाडो सहयोग करेगी। उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की शुरूआत करके बेटियों व महिलाओं के उत्थान का कार्य किया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सरकारी नौकरियों के लिए शिक्षित बेटियों के फार्म भरवाए, ताकि गांव की बेटियां भी अपने पैरों पर खड़ी हो सकें। प्रधानमंत्री द्वारा आपके गांव से शुरू हुआ कार्यक्रम करीब 100 गांवों में लागू किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तकालय का नियमित रूप से प्रयोग करें और इसमें मौजूद पुस्तकों से लाभ उठाकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। सुनील जागलान ने कहा कि हमें उन लोगों को साथ देना है। जो विकास के मामले में गांव को आगे ले जाने में अपना पूूर्ण सहयोग व समय दे सकें। सरकार द्वारा पढ़ी लिखी पंचायत बनाने का एकमात्र उद्देश्य यही है कि गांवों का संपूर्ण विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि पढऩे सीखने की कोई उम्र नहीं होती। जीवन में आगे बढऩे के लिए बड़ी उम्र में शर्म को छोडऩा पड़ेगा। जिसके लिए ग्राम पंचायत ने गांव में लाडो पुस्तकालय की शुरूआत की है। इसका लाभ उठाकर आप अपनी कामयाबी के शिखर तक पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा कि व पुस्तकालय रूपी इस पौधे को सदा फलता-फूलता देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों को पढ़ाई के द्वारा सशक्त बनाना है। हमारा प्राय है कि कोई भी बेटी अनपढता के कलंक का टीका कभी अपने माथे पर न लगने दें। उन्होंने कहा कि आपके पड़ोसी गांव में बेटियों को छटी से बी.ए. तक की शिक्षा मुफ्त में दी जा रही है। इस मौके पर सरपंच मदन लाल, खेड़ी के सरपंच तेजबीर यादव, शरद कुमार अत्री, विनोद कुमार, सत्यनारायण खत्री, शमशेर क्रांतिकारी, मा. धर्मसिंह, ईश्वर सिंह, राजाराम, भीमसिंह, शेरसिंह बैरागी, डा. राजबीर डागर, अलवान कुंडू, महताब सिंह, पवन, गांव की महिलाएं, बेटियां व बच्चे मौजूद रहें।
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