गायों को शिफ्ट किया जाएगा श्री गौशाला में
हांसी रोड बाईपास स्थित नंदीशाला में बनाए गए 4 शेड
पशुओं की देखभाल करने वाले कर्मियों के बनेंगे क्वार्टर
जींद : जयंती देवी मंदिर के पास अस्थायी नंदीशाला में 6 शेड बना कर नंदियों को सर्दी और खराब मौसम से बचाया जा सकेगा। शेड निर्माण का कार्य शीघ्र शुरू किया जा रहा है। डीसी अमित खत्री ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अस्थायी नंदीशाला में 6 शेड बनाने का कार्य एक-दो दिन में ही शुरु कर दिया जाए ताकि सर्दी से पहले ही नंदियों को छत उपलब्ध हो जाए।
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सड़क के साथ बनाया जाएगा शेड
जयंती देवी मंदिर की तरफ सड़क के साथ-साथ शेड बनाया जाएगा। इसके अलावा अस्थायी नंदीशाला के पूर्व-दक्षिण में शेड बनाए जाएंगे। यहां पहले से उपलब्ध पुराने ईंटों से बने कमरों की मुरम्मत करवा कर चारे का भंडारण किया जा सकता है। अस्थायी नंदीशाला में अलग-अलग ब्लॉक बना कर कमजोर पशुओं को अलग रखा जाए। इसके साथ ही नंदियों के लिए पीने के पानी के लिए बनी खाई से कीचड़ पैदा हो रहा है, इसलिए पक्की खेल बनाई जाएगी ताकि उसमें पानी डाला जा सके।
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आज से गायों को श्री गौशाला में भिजवाने की प्रक्रिया होगी शुरू
अस्थायी नंदीशाला से गायों को श्री गौशाला में भिजवाने की प्रक्रिया शनिवार से ही शुरू की जाएगी। स्थायी नंदीशलाा में 4 नए शेड बने हैं। इसके साथ ही यहां सबमर्सिबल लगाया गया है। पशुओं के लिए यहां बनी खेलों तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम किया जाएगा। चारा भंडारण के लिए कई बड़े-बड़े स्टोर बनाए गए हैं और उनमें चारा इक_ा किया जाएगा।
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बनेंगे कर्मियों के लिए क्वार्टर
स्थायी नंदीशाला में पशुओं की देखभाल करने वाले कर्मियों के लिए क्वार्टर बनाए जाएंगे। नंदीशाला में सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए, इसको लेकर यहां कार्यरत कर्मचारी विशेष ख्याल रखेंगे। चारे को लेकर कोई कमी नहीं हो, इसके लिए प्रत्येक गांव में चारा कमेटी बनाई गई है शेडयूल तैयार है कि किस दिन किस गांव से चारा आना है।
गौशाला की प्रबंधक समिति के पदाधिकारी संत लाल चुघ ने कहा कि शहर की सभी गायों को श्री गौशाला में आश्रय दिया जा सकता है। श्री गौशाला प्रबंधन समिति गायों को रखने के लिए पहले ही निर्णय ले चुकी है। उन्होंने ग्राम पंचायतों का आह्वान किया कि वह नंदियों के लिए चारे का भंडारण करने के लिए आगे आएं। अब धान की कटाई चालू है। पराली को जलाने की बजाय इसका भंडारण कर लें ताकि इसे चारे के रूप में प्रयोग में लाया जा सके।
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एसडीएम ने किया अस्थायी और स्थायी नंदीशाला का दौरा
एसडीएम महाबीर प्रसाद ने स्थायी और अस्थायी नंदीशाला का दौरा किया और निर्देश दिए कि यहां पशुओं के पैरों के नीचे आने वाली पराली को साफ किया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने अलग से मैन पावर उपलब्ध करवाने की बात कही। उन्होंने जिन-जिन जगहों पर 6 शेड बनाए जाने हैं वहां जाकर व्यवस्था का आंकलन किया। उन्होंने कहा कि कमजोर और बुढ़े पशुओं के लिए अलग से ब्लॉक बनाया भी जरूरी है। उन्होंने जयंती देवी मंदिर के सामने सड़क पर डाले गए चारे की समुचित व्यस्था करने के लिए भी कहा और दोहराया कि यहां चारा डालने से सड़क दुर्घटना होने अंदेशा बना रहता है। इसके बाद उन्होंने हांसी रोड स्थित स्थायी नंदीशाला में जाकर व्यवस्थाओं का आंकलन किया। यहां कर्मियों के लिए क्वाटर बनाने, लोहे का गेट लगवाने जैसे कार्यों की भी समीक्षा की। इस मौके पर उनके साथ पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. रणबीर सिंह मलिक, पार्षद प्रवीण सैनी मौजूद रहे।
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पशुओं में किसी प्रकार की बीमारी नहीं फैले : डीसी
डीसी अमित खत्री ने कहा कि पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पशुओं में किसी प्रकार की बीमारी नहीं फैले, इसके लिए समय रहते ऐतिहात बरता जाना चाहिए। यहां रखे पशुओं की नियमित रूप से जांच की जानी चाहिए। जिन पशुओं के टैग नहीं लगे हैं उन्हें टैग लगाया जाना सुनिश्चित करें। बारिश व खराब मौसम में यहां दलदल न बने, इसके लिए शेडों के नीचे ईंटों लगाने का काम किया जाएगा। इसके अलावा ईंटों के छोटे-छोटे टुकड़े भी डाले जा सकते हैं, उन पर ईंट भट्टों पर मिलने वाला खौरा डाला जा सकता है।
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