ढाकल की बेटी को स्वास्थ्य विभाग देगा 50 हजार प्रोत्साहन राशि
जींद में सबसे कम लिंगानुपात वाले 46 गांवों की गई थी पहचान
जींद
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब उन गांवों को प्रोत्साहित किया जाएगा जिन गांवों में सबसे ज्यादा लिंगानुपात है। योजना के तहत सबसे ज्यादा लिंगानुपात वाले तीन गांवों की तीन बेटियों को 50-50 हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन के तौर पर दी जाएगी। इसके लिए शर्त यही रहेगी कि यह राशि उन गांवो की एक-एक बेटी को मिलेगी जिन गांवों की जनसंख्या पांच हजार से अधिक होगी। इसके साथ ही बेटियों को सम्मानित करने के लिए वर्ष 2016-17 सत्र की हाई स्कूल की मेरिट लिस्ट का मापदंड तय किया गया है। सबसे अधिक लिंगानुपात वाले गांवों की जो बेटियां मेरिट लिस्ट के टॉप पर होंगी उन्हें 50-50 हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। फिलहाल पिछले वर्ष के लिंगानुपता आंकडों के आधार पर गांव ढाकल की बेटी को चुना गया है और उसको दी जाने वाली राशि भी स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध हो चुकी है।
सबसे कम लिंगानुपात वाले 46 गांवों की गई थी पहचान
गत 23 अक्तूबर को डीसी अमित खत्री ने मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता के साथ हुई वीडियो कान्फ्रंैसिंग में जानकारी देते हुए बताया था कि जींद जिला के 46 ऐसे गांवों की पहचान की गई है, जिनमें लिंगानुपात संतुलित नहीं है। ऐसे में इन गांवों में विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने का भी निर्णय लिया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने भी इन गांवों पर विशेष फोकस रखने का निर्णय लिया और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नाटक मंडलियां प्रचार कार्य पर लगाई गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने उन गांवों की बेटियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया जिन गांवों का लिंगानुपात सबसे अधिक है। पांच हजार की जनसंख्या से अधिक गांवों वाले सबसे अधिक लिंगानुपात वाले तीन गांवों की तीन बेटियों को 50-50 हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन के तौर पर दी जाएगी। इसके साथ ही बेटियों को सम्मानित करने के लिए वर्ष 2016-17 सत्र की हाई स्कूल की मेरिट लिस्ट का मापदंड तय किया गया है। सबसे अधिक लिंगानुपात वाले गांवों की जो बेटियां मेरिट लिस्ट के टॉप पर होंगी उन्हें 50-50 हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
ढाकल गांव की बेटी को मिलेगी 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि
जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा करवाए गए सर्वे के अनुसार गांव ढाकल में लिंगानुपात सबसे अधिक है और इस गांव की एक बेटी को 50 हजार रुपए की राशि स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। यह राशि स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध हो चुकी है। यह राशि स्वास्थ्य विभाग द्वारा शीघ्र ही ढाकल की इस बेटी को उपलब्ध करवा दी जाएगी।
कन्या जन्म लिंगानुपात में छाप्पर गांव सबसे पीछे
कन्या जन्म लिंगानुपात में छाप्पर गांव सबसे पीछे है। छाप्पर गांव की जनसं या 1336 है और सितंबर माह तक यहां प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या मात्र 154 दर्ज हुई है। उसके बाद रोजखेड़ा गांव में प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या 250, खरकड़ा गांव में 286, सैंथली में 379 और रामकली गांव में 389 है।
लिंगानुपात मामले में गढ़वाली गांव सबसे उपर
प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों के जन्म के मामले में जिले का गढ़वाली गांव सबसे उपर है। गढ़वाली गांव में प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की सं या 3600 है, जो अब तक जिले में सबसे ज्यादा दर्ज की गई है। करसिंधु गांव में प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की सं या 3000, गोसाईं खेड़ा में 2750, चांदपुर गांव में 2667 और मोहाल खेड़ा गांव में 2667 है। लिंगानुपात मामले में यह गांव जींद में सबसे उपर हैं।
ढाकल की बेटी को उपलब्ध करवाई जाएगी राशि
पीएनडीटी इंचार्ज डिप्टी सिविल सर्जन डा. प्रभुदयाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन तीन गांवों की बेटियों को 50-50 हजार रुपए की राशि उपलब्ध करवाई जाती है जिन गांवों का लिंगानुपात सबसे ज्यादा है और वहां की जनसंख्या पांच हजार से ऊपर है। इसके साथ ही हाई स्कूल की मेरिट लिस्ट का मापदंड तय किया गया है। गत वर्ष के लिंगानुपात के आधार गांव ढाकल की बेटी को 50 हजार रुपए की राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
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