डीएवी स्कूल के बच्चों ने बांधा प्रस्तुतियों से समां
देर रात तक बच्चों से लेकर अभिभावक तक सबने उठाया लुत्फ
जींद
डीएवी पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को स्कूल के रजत जयंती समारोह में रजत जैसी चमक बिखरी। इसमें ड्रामा से लेकर दूसरी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने ऐसा समां बांधा कि देर रात तक बच्चों से लेकर अभिभावक तक कोई भी समारोह से उठने का नाम नहीं ले रहा था। इसमें स्कूली बच्चों के ड्रामा के मंचन को देख कर मुख्यातिथि डीएवी संस्थाओं के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम सूरी ने कहा कि डीएवी पब्लिक स्कूल जींद में शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को संस्कारित करने का जो काम हो रहा है, वह देश में और कहीं नहीं हो रहा। इसका मुंह बोलता उदाहरण स्कूल का रजत जयंती समारोह है, जिसे महापुरूषों को समर्पित किया गया है। आम तौर पर ऐसे कार्यक्रम नाच-गानों तक ही सीमित होकर रह जाते हैं। यह पहला कार्यक्रम है, जिसमें महापुरूषों की जीवनी पर ड्रामा पेश किया जा रहा है। आज जब महात्मा आनंद स्वामी पर नाटक प्रस्तुत किया जा रहा है, तब न केवल मेरी आंखों से आंसू बह रहे हैं बल्कि मेरे दाएं-बाएं चारों तरफ सभी अपनी आंखों से आंसू पोछ रहे हैं। पूनम सूरी ने कहा कि बच्चों ने जिस तरह से अभिनय किया, उसे देख लोगों का हृदय द्रवित हो गया। देश भर में डीएवी की हजारों संस्थाएं हैं परंतु ऐसा कार्यक्रम उन्होंने कहीं नहीं देखा। उन्होंने जींद की सभी सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के संचालकों का धन्यवाद किया जो इतनी बड़ी संख्या में इस समारोह में भाग लेने पहुंचे। मुख्यातिथि पूनम सूरी ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत महात्मा आनंद स्वामी को जीवंत करने के ड्रामे की दिल खोलकर तारीफ की। डा. पूनम सूरी डीएवी और आर्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष हंै और डीएवी यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं, जिन्हें भारत सरकार ने पदम श्री से नवाजा है। वह जब जींद पहुंचे तो दिल्ली से आई नगाड़ा पार्टियों और बाजों के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया। इसमें बच्चे गत्का प्रदर्शन करते हुए , 51 महिलाएं कलश लेकर गीत गाते हुए चल रही थी। 101 राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी प्रदर्शन पट्ट लेकर नाचते-गाते चल रहे थे। इस यात्रा का नाम सुरक्षित बालक समृद्ध बालक था।
बच्चों संग सड़क पर नाचे पूनम सूरी और रमेश आर्य
डीएवी स्कूल के रजत जयंती समारोह में निकाली गई सुरक्षित बालक समृद्ध बालक यात्रा में उस समय समां बंध गया, जब डीएवी संस्थाओं के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम सूरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और जम्मू कश्मीर मैडीकल कालेज के पूर्व निदेशक डा. रमेश आर्य और डीएवी के निदेशक जे.पी. शूर और प्राचार्य डा. धर्मदेव विद्यार्थी बच्चों संग सड़क पर खुशी से नाचने लगे। नाचते-गाते यह यात्रा डीएवी स्कूल पहुंची, जहां विशाल यज्ञ हुआ और महात्मा आनंद स्वामी द्वार और आनंद स्वामी ब्लाक का उद्घाटन हुआ। इस मौके पर आर्य समाज पर आधारित एक प्रदर्शनी देख कर सभी अभीभूत हुए। कार्यक्रम का आगाज भारत माता की जय और आनंद स्वामी के जयकारों के साथ हुआ। इसमें 101 गरीब असमर्थ महिलाओं को जरूरत का सामान दिया गया तो टपरीवास कालोनी के 50 गरीब बच्चों को जर्सियां दी गई। इस मौके पर भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी यजुविंद्र चहल के माता-पिता के.के चहल, स्कूल के दो छात्रों हिमांशु जैन और आशुतोष के आई.ए.एस बनने पर उनके माता-पिता को सम्मानित किया गया। साथ ही स्कूल के 12वीं और 10वीं में शानदार प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। 25 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले अध्यापकों एवं कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया।
महात्मा आनंद स्वामी पर डाक टिकट जारी
इस मौके पर महात्मा आनंद स्वामी की चित्र कथा और उन पर एक डाक टिकट जारी किया गया। डीएवी संस्थाओं के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने कविताओं के माध्यम से समां बांध दिया। समारोह में उपस्थित बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य और नाटिका की कार्यक्रम में मौजूद तमाम लोग खुले मन से सराहना करते हुए पाए गए।
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