जींद : शहर के डीएवी स्कूल में बुधवार को बच्चों को सुरक्षित सफर के लिए जागरूक करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन एआरटीए ओपी मोर की अध्यक्षता में किया गया। इसमें स्कूल के बच्चों को सुरक्षित सफर की जानकारी दी।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल के बच्चों को लाने और ले जाने के लिए ज्यादातर आटो का प्रयोग किया जाता है। आटो बच्चों के सुरक्षित सफर के लिए अच्छा साधन नहीं है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी स्कूलों को निर्देश दिए हैं। अब स्कूल के बच्चे स्कूल बसों में ही आ जा सकेंगे। उन्होंने बच्चों से कहा कि इसकी सूचना वह अपने माता-पिता को देकर अपनी यात्रा सुरक्षित बनाए। बच्चों की सुरक्षा को लेकर 24 नवम्बर को डीएवी स्कूल में अभिभावकों की एक बैठक ली जाएगी। इसमें अभिभावकों को सुरक्षित वाहन पोलसी की जानकारी दी जाएगी। इसी दौरान हरियाणा पुलिस के एएसआई नरेश कुमार ने बच्चों से आग्रह किया कि वह बिना लाइसेंस के मोटरसाइकिल और गाड़ी नहीं चलाए तथा सिर पर हैलमेट जरूर पहनें। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को चेतावनी भी दी कि जो बच्चे नियम तोड़ कर कोई भी वाहन चलाते पाए गए तो उनकी गाड़ी को जब्त कर लिया जाएगा। इस पर स्कूल प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया कि स्कूल सरकारी नियम अनुसार सुरक्षित वाहन पोलसी को अवश्य अपनाएगा। डीएवी संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डा. धर्मदेव विद्यार्थी ने बताया कि अभिभावकों में बच्चों की सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए सभी बच्चों को सुरक्षित बालक समृद्ध बालक नाम का पोस्टर छपवाकर वितरित किया गया है। इसमें बच्चों की सुरक्षा के सभी उपाय प्रकाशित किए गए हैं।
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