इसमें बच्चे कर सकेंगे कृत्रिम खगोल की सैर
दिल्ली के एनजीओ ने योजना को लेकर दिया डैमो
जींद : जिला प्रशासन की एक योजना सिरे चढ़ी तो बहुत जल्द जींद जिले के स्कूली बच्चे कृत्रिम सौरमंडल की सैर कर पाएंगे। वह अपनी आंखों से सौरमंडल को देख और कानों से सौरमंडल की आवाजों को सुन पाएंगे। इस योजना को लेकर दिल्ली के एक एनजीओ ने मंगलवार को जींद के बाल भवन में एक डैमो भी दिया। यह डैमो जींद के डीसी और जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष अमित खत्री को काफी पसंद आया। जल्द इसे लेकर डैमो देने वाले दिल्ली के एनजीओ से आगे बात की जाएगी।
कुरूक्षेत्र में बनाए गए कल्पना चावला तारामंडल की तर्ज पर जींद में स्कूली बच्चों के लिए खगोल गुंबद की योजना को लेकर जींद के डीसी अमित खत्री ने काफी गंभीरता दिखाई है। डीसी ने जींद में इस योजना को लेकर जो खाका तैयार किया है, उसमें जींद का यह खगोल गुंबद भले ही आकार में कुरूक्षेत्र के कल्पना चावला तारामंडल से आकार और प्रकार में पूरी तरह से छोटा और अलग होगा लेकिन यह स्कूली बच्चों को सौरमंडल की सैर का लाइव अनुभव निश्चित रूप से करवाएगा। इसमें एक बड़ी मोबाइल बस पर हवा के प्रैशर से सौरमंडल का गुंबद बनेगा। सौरमंडल के इस गुंबद में पूरा सौरमंडल समाया होगा। इसमें ऐसा आडियो-विजुवल सिस्टम लगा होगा कि बच्चों को सौरमंडल नजर आएगा और उसकी आवाजें भी सुनाई देंगी। इस गुंबद में पूरी तरह से अंधेरा कर दिया जाएगा। बड़े बच्चे इसे देखने के लिए आते हैं तो एक बार में लगभग 50 से 60 बच्चे इसे देख पाएंगे। प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को यह दिखाया जाएगा तो एक बार में 90 से 100 बच्चे आसानी से इसमें बैठकर सौरमंडल की सैर कर पाएंगे।
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प्रोजैक्टर, स्लाइड आदि से दिखाया जाएगा गुंबद में सौरमंडल
स्कूली बच्चों का पृथ्वी और सौरमंडल के बारे में वैज्ञानिक ज्ञान बढ़ाने के लिए इस खगोल गुंबद में प्रोजैक्टर और स्लाइड की मदद से पूरा सौरमंडल बच्चों को दिखाया जाएगा। इसके पीछे सोच यह है कि बच्चे पृथ्वी और सौरमंडल के बारे में किताब पढ़कर जितनी जल्दी जानकारी अपने मन में नहीं बैठा पाते, वह जानकारी खुद सौरमंडल की इस तरह से सैर कर खुद-ब-खुद बच्चों के दिमाग में बैठ जाएगी।
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दिल्ली के एक एनजीओ ने बाल भवन में दिया डैमो
दिल्ली के एक एनजीओ डा. एपीजे अब्दुल कलाम सैंटर ने जींद में मोबाइल खगोल गुंबद को लेकर मंगलवार को जींद के बाल भवन में इसका डैमो दिया। इस डैमो को अधिकारियों और बच्चों ने देखा। जींद के डीसी अमित खत्री और जिला बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक आदि को यह डैमो काफी पसंद आया। अब अधिकारी इस योजना को लेकर डैमो देने वाले सैंटर से बात करेंगे।
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बच्चों के लिए खगोल गुंबद की योजना : डीसी
डीसी अमित खत्री के अनुसार स्कूल बच्चों के लिए खगोल गुंबद की योजना प्रशासन ने बनाई है। इस योजना को लेकर दिल्ली के डा. एपीजे अब्दुल कलाम सैंटर नामक एनजीओ से बात की गई है। इसके प्रोग्राम मैनेजर शैली शाह ने बाल भवन में योजना को लेकर डैमो दिया है। एक दिन का इस तरह के खगोल शो का खर्च 12 हजार रूपए होगा। इसमें ट्रांसपोर्ट खुद वह संस्था वहन करेगी, जिसके यहां यह शो होगा। अगर कोई संस्था ट्रांसपोर्ट का खर्च वहन नहीं करना चाहती तो उसके यहां इस शो के लिए एक दिन के एक शो के लिए 15 हजार रूपए लगेंगे। डीसी अमित खत्री के अनुसार यह बच्चों के लिए एक मनोरंजक और शिक्षाप्रद प्रोजैक्ट है। इस पर जिला प्रशासन गंभीरता से विचार कर रहा है। जिला बाल कल्याण परिषद की मदद से इस प्रोजैक्ट को जींद में चलाया जाएगा।
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