Wednesday, 1 November 2017

सहकारी चीनी मिल कर्मियों को मिलेगा सातवें वेतन आयोग का लाभ

मिल के पात्र कर्मियों की कि जाएगी नियमानुसार पदोन्नति
कर्मचारियों के मेडिकल बिलों का होगा भुगतान

जींद
सहकारी चीनी मिल जींद के कर्मियों को सांतवे वेतन आयोग का लाभ  दिया जाएगा। इसके लिए चीनी मिल द्वारा प्रतिमाह 3० लाख रुपये की राशि के अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया गया है। यह निर्णय आज मंगलवार को चीनी मिल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टरर्स की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता डीसी अमित खत्री ने की। इस अवसर पर सहकारी चीनी मिल जींद के प्रबंध निदेशक अश्विनी मलिक भी मौजूद रहे। डीसी अमित खत्री ने बैठक के बाद बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में लिए गए इस निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि सातवें वेतन आयोग का लाभ चीनी मिल के कर्मियों को देने के लिए बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि मिल के एक कर्मी की मृत्यु हो गई थी। उसके परिवार को भी आर्थिक सहायता के रूप में पांच लाख रुपये की राशि  उपलब्ध करवाने का निर्णय भी लिया गया है। बैठक में कर्मियों की पदोन्नति को लेकर भी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के साथ बातचीत की गई। डीसी ने कहा कि नियमानुसार कर्मियों की पदोन्नति करने में किसी प्रकार की भी ढील नहीं बरती जाएगी। जो कर्मी पदोन्नति के पात्र हैं, उनकी पदोन्नति भी जल्द की जाएगी। बैठक में मिल के लिए ऑक्सीजन व डीए गैस सिलेंडर के लिए दोबारा टैंडर आमंत्रित करने पर भी सहमति बनी, क्योंकि इसके लिए मात्र एक ही व्यक्ति द्वारा टैंडर आवेदन किया गया था। यहीं नहीं बैठक में मिल के कर्मचारियों के मेडिकल बिलों का तुरंत भुगतान करने का निर्णय भी लिया गया। 
सात नवंबर से शुरू होगा चीनी मिल का पिराई सत्र
डीसी ने कहा कि आगामी सात नवंबर से चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू हो रहा है। उन्होंने चीनी मिल के अधिकारियों से पूछा कि क्या पिराई सत्र को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हंै। इस पर मिल के अधिकारियों ने कहा कि पिराई सत्र को लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है जो छोटी-छोटी कमियां हैं उन्हें भी जल्द दूर कर करवा दिया जाएगा। डीसी ने चीनी मिल का दौरा कर मशीनों एवं अन्य पूर्ण की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि सभी व्यवस्थाएं आगामी सात नवंबर से पहले पूरी हो जानी चाहिए। 
चीनी स्टॉक का निरीक्षण किया
डीसी ने चीनी स्टॉक का निरीक्षण करते हुए कहा कि अधिकारी समय-समय पर स्टॉक का जायजा लेते रहें। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष मिल में 26 लाख 8 हजार क्विंटल गन्ने की पिराई कर 256639 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया था। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में जिला में अधिक गन्ने की पैदावारी होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मिल में लगभग 28 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई होने की संभावना है। जिससे दो लाख 62हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन होगा। 
पिछले वर्ष से अधिक होगा चीनी का उत्पादन : मलिक 
चीनी मिल के प्रबंध निदेशक अश्विनी मलिक ने बताया कि इस वर्ष मिल द्वारा पिछले वर्ष की तुलना में अधिक चीनी का उत्पादन तो किया ही जाएगा। इस बार चीनी की गुणवत्ता में भी काफी सुधार किया जाएगा। उन्होंने जिला के गन्ना उत्पादक किसानों से कहा है कि वे मिल में समय पर गन्ना पहुंचाए और गन्ने को साफ सुथरा करके मिल में लाएं ताकि चीनी की रिकवरी को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि मिल में किसानों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए मिल में पर्याप्त व्यवस्थाएं समय रहते पूरी कर ली जाएगीं। बैठक में मिल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स सतपाल रेढू, रामधारी कुंडू, प्रेमसिंह समेत मिल के कई अधिकारी उपस्थित रहे।  

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