Saturday, 11 November 2017

किशोर जंक फूड का सेवन ना करें : डा. भोला

सही खान-पान देता है शरीर को सही विकास
गांव कंडेला में मनाया गया राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य दिवस 

जींद
गांव कंडेला के सरकारी स्कूलों में  हरियाणा सरकार व स्वास्थ्य विभाग के  संयुक्त तत्वावधान में चलाए जा रहे राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामुदाकि स्वास्थ्य केंद्र कंडेला के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. राजेश भोला ने की। उन्होंने बताया कि किशोर अवस्था के दौरान बच्चों को अधिक जंक फूड का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह समय शरीर के विकास का होता है, इसलिए बच्चों को चाहिए कि वो अपने खान-पान पर सही ध्यान दें। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीयर एजुकेटर के तहत 11 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को शामिल किया गया है। इसमें छठी से 12वीं कक्षा के किशोर अवस्था के बच्चों को इस दौरान होने वाले शारीरिक व मानसिक बदलाव के बारे में प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वो अन्य बच्चों को भी जागरूक कर सकें। उन्होंने बताया कि किशोर अवस्था के दौरान लड़कों में विभिन्न शारीरिक बदलाव जैसे मूंछ, दाढ़ी का आना, आवाज का भारीपन होना व प्रजन्न अंगों में बदलाव होना आता है और इसी तरह से किशोर अवस्था में लड़कियों में छाती में उभार होना, माहवारी शुरू होना व प्रजन्न अंगों में बदलाव होने को लेकर किशोर अवस्था के बच्चों के अंदर जो भ्रांतियां पैदा होती हैं उन्हीं को दूर करने का प्रयास किया गया है। इसके साथ ही किशोर अवस्था के दौरान इस उम्र में ज्यादातर बच्चों को होने वाली एनिमिया की तकलीफ के बारे में भी अच्छी तरह से बताया गया। इस उम्र में लगभग 40 प्रतिशत लड़कों व 60 प्रतिशत लड़कियां को एनिमिया की तकलीफ  होती है जिसको दूर करने के लिए विशेष खानपान, हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड़ व चना खाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया गया। इसी को लेकर सरकार द्वारा एनिमिया कंट्रोल प्रोग्राम तथा स्कूलों के अंदर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य दिवस का प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसके साथ-साथ बच्चों में अक्सर हो जाने वाले पेट के कीड़ों की बीमारी हो जाती है जो कि किशोर अवस्था के दौरान होने वाले एनिमिया का सबसे बड़ा कारण है। इस बीमारी को खत्म करने के लिए साल में दो बार विश्वकृमि दिवस मनाया जाता है और बच्चों को खाना खाने से पहले व शौच के पश्चात हाथ साबुन से अच्छी तरह साफ करने बारे में भी प्रेरित किया गया। इसके साथ पीयर एजुकेटर के सभी बच्चों को योन संबंधित गुप्त रोग, एचआईवी  एड्स को लेकर जो भ्रांतियां हैं उसको दूर करने बारे भी प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान डा. भोला ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के बारे में जागरुक करते हुए कहा कि हमारे समाज में बेटे और बेटी में कोई फर्क नहीं रह गया है। आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे हंै, चाहे वह खेल का मैदान हो या विज्ञान हो हर क्षेत्र में बेटियां हमारे देश का नाम रोशन कर रही हैं। आज भी कुछ लोग लोगों की मानसिकता बेटियों के प्रति सही नहीं है जिस कारण कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई हमारे समाज में हो रही हैं जिस कारण हमारे समाज में लिंगानुपात का संतुलन गड़बड़ा रहा है जोकि आने वाले समय में हमारे समाज के लिए खतरा है। इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए हम सभी को आगे आना होगा।  इस मौके पर बेटी  बचाओ,  बेटी पढ़ाओ, पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ, टीकाकरण आदि पर स्पीच, पोस्टर व चार्ट मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और विजेताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डा. अमित, डा. मोनिका, धर्मसिंह, प्रियंका, सुमन देवी, जोगिंद्र, विजेंद सिंह आदि मौजूद रहे। 

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