Wednesday, 8 November 2017

मांगों को लेकर कर्मचारियों ने दी गिरफ्तारियां

शहर में किया प्रदर्शन, सरकार पर जमकर बरसे 
सरकार पर लगाया वायदा खिलाफी का आरोप
गिरफ्तार कर्मचारियों को निजी मुचलके पर किया रिहा
जेलभरो आंदोलन को देखते हुए भारी संख्या में तैनात रहा पुलिस बल

 जींद
हरियाणा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर मांगों को लेकर मंगलवार को कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन के तहत लगभग 400 कर्मचारियों ने गिरफ्तारियां दी। इससे पूर्व कर्मचारियों ने शहर में रोष प्रदर्शन किया और लघु सचिवालय की तरफ कूच करने की कोशिश की। जिस पर भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया और गिरफ्तार कर गाडिय़ों में भर पुलिस लाइन ले जा डयूटी मैजिस्टेट के समक्ष पेश किया गया। शाम को गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों को निजी मुचलकों पर रिहा कर दिया गया। कर्मचारियों के जेल भरो आंदोलन का असर कार्यालयों में भी देखने को मिला। जिसके कारण सरकारी कामकाज प्रभावित हुआ। जेल भरो आंदोलन के तहत विभिन्न विभागों के कर्मचारी नेहरू पार्क में एकत्रित हुए। मांगे न माने जाने पर कर्मचारी नेता जमकर सरकार पर बरसे। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए हरियाणा कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष कृष्ण नैन ने कहा कि सरकार अपने वायदों को भूलकर लगातार कर्मचारी का शोषण कर रही है। कुछ मांगों पर सहमति होने के बावजूद इन्हें लागू नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को पोलिसी के तहत पक्के करना, जोखिम भत्ता लागू करना, केंद्र के समान सातवें वेतन आयोग के भत्ते देना, समान काम समान दाम सुप्रीम कोर्ट के आदेष को लागू करना आंगनबाड़ी वर्कर का मानदेय बढ़ाना, केशलैस मैडीकल सुविधा तथा सिंचाई विभाग में कार्यरत कनाल गार्ड को तृतीय श्रेणी का दर्जा देना आदि जरूरी मांगों पर सहमति जताने के बावजूद भी नकार देने से कर्मचारी मे भारी रोष है। कर्मचारी नेताओं ने सरकार को चेताया कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो कर्मचारी आंदोलन को और तेज कर देंगे। इस मौके पर दलबीर ढिल्लो, जयबीर सिंह, सुरेश खासा, जितेंद्र शर्मा, कृष्ण जुलानी, राजेश वर्मा, राजेश शर्मा, मेहरसिंह, अनिता, राज श्योराण, कृष्ण कंडेला, सुरेंद्र कौशिक, राकेश भारद्वाज, हरिओम, संदीप नैन, रवि, मनोज, राजकुमार, बलवान समेत कई कर्मचारी नेताओं ने भी अपने विचार रखे। 
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात, डयूटी मैजिस्टेट को किया नियुक्त
कर्मचारियों के जेल भरो आंदोलन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। डीएसपी कप्तान सिंह पुलिस बल के साथ तैनात रहे तो व्यवस्था बनाए रखने तथा गिरफ्तारियों को देखते हुए तहसीलदार प्रवीन कुमार को डयूटी मैजिस्टेट नियुक्त किया गया था। कर्मचारी जब गिरफ्तारी देने के लिए नेहरू पार्क से लघु सचिवालय की तरफ प्रदर्शन करते हुए रवाना हुए तो गोहाना रोड पर जाम के हालात पैदा हो गए। जिसके कारण वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। 
सरकारी कार्यालयों में प्रभावित हुआ कामकाज
कर्मचारियों के जेल भरो आंदोलन का प्रभाव सरकारी कार्यालयों में भी देखने को मिला। लगभग सभी विभागों के कर्मचारी आंदोलन में शामिल हुए। कार्यालयों में सीटे खाली देखी गई। लोगों को अपने कामकाज के लिए कार्यालयों में चक्कर लगाते देखा गया। कार्यालयों में बैठे बाबू कामकाज के लिए आए लोगों को बुधवार को आने की बात कह रहे थे। 
गिरफ्तारी प्रोफार्मा को लेकर मचा बवाल
जिस समय कर्मचारी गिरफ्तारियां दे रहे थे उस दौरान यूनियन के नाम को लेकर बवाल खड़ा हो गया। जेल भरो आंदोलन के तहत हरियाणा कर्मचारी महासंघ के कर्मचारी गिरफ्तारियां दे रहे थे। जबकि गिरफ्तारी के दौरान पुलिस द्वारा प्रोफार्मा भरा जा रहा था उसमे सर्व कर्मचारी संघ का नाम दिया गया था। जिस पर हरियाणा कर्मचारी महासंघ के नेता सुशीला ढांडा और कृष्ण जुलानी ने एतराज जताया। जिसको लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई। आखिरकार पुराने प्रोफार्मा को फाड़ कर हरियाणा कर्मचारी महासंघ का प्रोफार्मा भरा गया। 
प्रदर्शन में संख्या हजारों की, गिरफ्तारी 391 की
जेल भरो आंदोलन के तहत प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तारी देने जा रहे कर्मचारियों की संख्या हजारों में थी। लम्बा चौड़ा काफिला सड़क पर प्रदर्शन के दौरान देखने को मिला। गिरफ्तारी देने के दौरान भी कर्मचारियों की संख्या अच्छी खासी देखने को मिली। पुलिस लाइन में जब गिरफ्तारी के लिए प्रोफार्मा भरा जा रहा था तो उसके साथ कर्मचारी भी खिसकने शुरु हो गए और गिरफ्तारी होने और रिहा होने वाले कर्मचारियों की संख्या सिमटकर 391 रह गई। 
डयूटी मैजिस्टेट प्रवीन कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों को निजी मुचलकों पर रिहा कर दिया गया। कर्मचारियों के जेल भरो आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण ढंग से गिरफ्तारियां दी। 

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