चार दिसंबर से 18 दिसंबर तक चलेगा डोर टू डोर सर्वे अभियान
जींद
कालवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीबी रोग की रोकथाम के लिए एक अभियान चला कर लोगों को जागरूक करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस न्यू डेली डोज कार्यक्रम के तहत कालवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंर्तगत आने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भाग लिया। इस दौरान कालवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. अरूण और डा. संदीप लोहान ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को चार दिसंबर से 18 दिसंबर तक चलने वाले टीबी रोग की रोकथाम के अभियान की विस्तृत जानकारी दी। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारी टीबी रोग के मरीजों का डोर-टू-डोर सर्वे करेंगे। डा. अरूण ने टीबी के लक्षणों के बारे में बताते हुए कहा कि दो सप्ताह से ज्यादा की खांसी टीबी हो सकती है। इसके लिए रोगी के बलगाम की जांच होनी चाहिए। टीबी के लक्षण में बुखार होना, भूख कम लगना, छाती में दर्द, वजन कम होना और बलगम के साथ खून का आना आदि टीबी के लक्षण हैं। चार दिसंबर से 18 दिसम्बर तक चलने वाले अभियान में दो सप्ताह से ज्यादा खांसी वाले मरीजों के सैम्पल भी लिए जाएंगें। इस अवसर पर डा. अरूण ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को लिंग अनुपात में सुधार करने के लिए भी अभियान चलाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर सुपरवाइजर सुमेश, राजबाला, राज सिंह, हरिओम, फू ल्ली देवी, स्वास्थ्य कर्मचारी हरेंद्र चहल, निर्मल आदि मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment