Monday, 6 November 2017

जहरीली हुई आबो हवा, छाया रहा स्मॉग

सदर्शता घटी, लोगों को सांस लेने में हुई दिक्कत
दिनभर नहीं हुए सूर्य देवता के दर्शन, लाइट जलाकर रेंगते रहे वाहन
300 माइक्रोग्राम तक पहुंचा प्रदूषण का स्तर

जींद
जिलेभर में आबो हवा सोमवार को लोगों की सांसों में जहर घोलती रही। दिनभर वातावरण में स्मॉग छाया रहा, हालात यहां तक रहे कि सदर्शता भी काफी कम रही और बीमार, बुजुर्गो तथा बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती रही। सोमवार को प्रदुषण का स्तर 300 माइक्रोग्राम तक पहुंच गया। जिसके चलते लोगों ने आंखों में जलन भी महसूस की। सोमवार को अधिकत्तम तापमान 29 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 16 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि सदर्शता पांच मीटर तक रही। जिसके चलते वाहनों को लाइट जलाकर एक दूसरे के पीछे चलते देखा गया। सोमवार को दिन का आगाज गुलाबी ठंड के साथ हुआ। सूर्य निकलने से पूर्व ही स्मॉग वातावरण में छा गया। दिन चढऩे के साथ ही सांस लेने में दिक्कत तथा आंखों में जलन होनी शुरु हो गई। दिनभर स्मॉग छाने के कारण सूर्य देवता दिखाई नहीं दिया, जिसके चलते बुजुर्गो, बच्चों तथा बीमार लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सोमवार को स्मॉग खतरनाक लेवल तक जा पहुंचा। आमतौर पर जीरो से 60 माइक्रोग्राम सामान्य, 60 से 90 माइक्रोग्राम खराब तथा 90 से 120 माइक्रोग्राम तक बेहद खराब माना जाता है। सोमवार को स्मॉग का लेवल 300 माइक्रोग्राम तक जा पहुंचा। जिसका सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर साफ देखने को मिला। सामान्य अस्पताल में अन्य दिनों के बजाए आंखों में जलन तथा सांस लेने में दिक्कत होने के ज्यादा मामला सामने आए। स्मॉग छाने के पीछे मुख्य कारण धान की पराली का फूंका जाना तथा तापमान कम होने के कारण जहरीले धुएं की परत नीचले स्तर पर जमा होना बताया जा रहा है। 
हजारों क्विंटल पराली जली, सीधा असर वातावरण पर
गांव राजपुरा भैण के निकट जींद-हांसी मार्ग पर गांव रामराये निवासी सूरजीत तथा दलेल ने लगभग 350 एकड़ पराली का भंडारण किया हुआ था। जिसका उद्देश्य व्यापार करना था। कई एकड़ में भंडारण की गई पराली में बीती रात आग लग गई। हालात यहां तक रहे की कई घंटों तक फायर ब्रिगेड की दो गाडिय़ां आग पर काबू पाने के लिए जुझती रही। मध्यरात्रि तक आग पर काबू पाया जा सका। शहर तथा आसपास के इलाकों में स्मॉग छाने का मुख्य कारण बताया जा रहा है। 
वाहन रेंगे, सांस लेने में हुई दिक्कत
सोमवार को वातावरण में स्मॉग छाने के कारण वाहन एक-दूसरे के पीछे लाइट जलाकर रेंगते नजर आए। लोगों को भी सांस लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। स्मॉग के कारण दमा तथा टीबी के मरीजों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। बुजुर्ग तथा बीमार लोग भी वातावरण में छाये स्मॉग के कारण परेशान दिखाए दिए। लोग घरों से बाहर नाक तथा मुंह पर कपड़ा बांधकर निकले। 
पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक डा. यशपाल मलिक ने बताया कि तापमान में गिरावट होने के कारण जहरीला वातावरण जमा हो गया है। अगर बारिश होती है तो समस्या का समाधान हो सकता है। नहीं तो कई दिन तक वातावरण में स्मॉग छाया रहेगा। 
प्रदुषण बोर्ड के एसडीओ विनय गिल ने बताया कि स्मॉग का स्तर 300 माइक्रोग्राम तक जा पहुंचा है। वातावरण में पराली फूंके जाने के कारण धुआं जमा हो गया है। तापमान में गिरावट के कारण धुएं की परत नीचले स्तर पर छा गई है। बारिश से स्मॉग खत्म हो सकती है। 
डा. राजेश गांधी ने बताया कि स्मॉग के कारण मरीजों को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्मॉग का असर स्वस्थ लोगों पर भी देखने को मिल रहा है। सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे नाक तथा मुंह को कपड़े से ढांपकर रखे और घरों से बाहर न निकले। घर के अंदर एडजॉस्ट चलाएं। 
स्मॉग के कारण चार जगह हुए हादसें
स्मॉग ने सोमवार को जिलेभर में जमकर कहर भरपाया। जिसके चलते दो दर्जन से ज्यादा गाडिय़ां दुर्घटनाग्रस्त हुई। जिसमे एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायलों को नरवाना के सामान्य अस्पताल में लाया गया। जहां कुछ की गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई रैफर कर दिया। सूचना मिलते ही क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौप दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार नैशनल हाईवे चंडीगढ़-हिसार मार्ग पर ढाकल और हथो गांव के बीच कोहरे के कारण एक बाइक सवार निजी बस की चपेट में आ गया। जिसमें निजी बस ने बाइक सवार को कुचल दिया। बस के ब्रेक लगने के कारण पीछे आ रहे छह-सात वाहन भी टकरा गए और कुछ वाहन डिवाइडर पर भी चढ़ गए। हादसे से कु छ दूरी पर ब्र्रेक लगने के कारण कई वाहन ओर भी टकरा गए। इस हादसे में गांव ढाकल निवासी 26 वर्षीय जितेंद्र पुत्र मेवा सिंह की मौत हो गई। जबकि पीछे आ रहे वाहनों में धरोदी गांव वासी राजेन्द्र व संदीप गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को राहगीरों की सहायता से सामान्य अस्पताल लाया गया। जहां गभीर हालत को देखते हुए रैफर कर दिया गया। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौप दिया। वही, गांव दातासिंह वाला के निकट दिल्ली-पटियाला हाईवे पर कोहरे के कारण एक बाइक सवार की एक वाहन से टक्कर हो गई। जिसमें गांव काब्रछा निवासी सतीश गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे बाद में पीजीआई रैफर कर दिया गया। कोहरे के कारण कई वाहन ओर भी टकरा गए। जिसमें दो अन्य को कैथल निजी अस्पताल ले जाया गया। गांव काब्रछा निवासी सतीश नरवाना से पातड़ा की ओर जा रहा था। उधर, गांव बिधराना के पास भी एक बाइक बुग्गी से टकरा गई। जिसमें बाइक पर सवार बुजुर्ग महिला बेदो निवासी शिमला भी घायल हो गई। 
घायल को बचाने के चक्कर में हुआ हादसा
वही घने कोहरे के कारण दिल्ली-पटियाला हाईवे पर डूमरखां गांव के पास डफंर चालक ने एक बाइक को टक्कर मारी। जिसमें बाइक चालक सड़क पर गिर गया। इस दौरान पीछे आ रहे टाटा मैजिक में सवार लोगोंं ने बाईक चालक की सहायता करने के लिए गाड़ी को रोक दिया। टाटा मैजिक सवार से कुछ लोग बाइक चालक की सहायता करने में लग गए और पीछे से आ रहे एक ट्रक ने टाटा मैजिक में टक्कर मार दी। जिसके कारण टाटा मैजिक में सवार पांच महिलाएं व एक पुरूष घायल हो गए। कोहरे के कारण कई वाहन भी आपस में टकरा गए। हादसें में घायलों को नरवाना सामान्य अस्पताल लाया गया। जहां सभी घायलों का उपचार किया गया। इस हादसें में सफा खेड़ी निवासी दीपक, छातर गांव वासी रोशनी, वेदो, ममता, रोशनी पत्नी राममेहर, राममेहर, दीपक और मुकेश घायल हो गए। टाटा मैजिक में सवार छातर गांव के लोग अंदाना गांव में शोक व्यक्त करने के लिए जा रहे थे। 

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