Thursday, 30 November 2017

गीता अविरल बहती ज्ञान की गंगा


गीता महोत्सव के तीसरे दिन बच्चों ने दी रंगारंगा प्रस्तुति
गोयल ने प्रदर्शनी स्टालों का किया अवलोकन

 जींद 
मुख्यमंत्री मनोहरलाल के निजी सचिव राजेश गोयल ने कहा कि गीता कोई धार्मिक गं्रथ नहीं है, यह अविरल बहती ज्ञान की गंगा है। जीवन को ऊपर उठाने के लिए हर व्यक्ति को इस ज्ञान की गंगा में डूुबकी लगानी चाहिए। पवित्र ग्रंथ गीता जीवन जीने की कला है। इस ग्रंथ में पथ से विमुख हुए व्यक्ति को सही रास्ता दिखाने का मादा है। 
राजेश गोयल वीरवार को गीता जयंती समारोह के तीसरे दिन स्थानीय दिवान बाल कृष्ण रंगशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान को भारतवर्ष ही नहीं बल्कि पूरी दूनिया में माना जाता है। यह भी माना जाता है कि गीता सभी धर्मों का आधार है। सभी धर्म गीता के संदेश से ही प्रेरित है। आज पूरे विश्व में गीता के ज्ञान की धूम मची हुई है। आज भारत के साथ दुनिया के कई देश गीता जयंती मना रहे हैं। कई देशों में आज निर्धारित समय पर गीता के श्लोको का उच्चारण हुए है। कार्यक्रम में भी गीता के श्लोकों का उच्चारण किया गया है। 
मुख्यमंत्री के निजी सचिव ने कहा कि गीता सदकर्म करने का संदेश देती है। मनुष्य को जीवनभर सदकर्म करने चाहिए। गीता हर समस्या का समाधान है। इस पुस्तक में निहित प्रत्येक श्लोकों किसी न किसी समस्या, शंका का समाधान अवश्य करता है। इसलिए जिस व्यक्ति को जिस भी प्रकार की समस्या हो वह उसी प्रकार के श्लोकों का उच्चारण कर समस्या का समाधान कर सकता है। उन्होंने कहा कि गीता के ज्ञान को घर-घर पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा सकारात्मक प्रयास किये जा रहे हैं ताकि देश एवं प्रदेश हर क्षेत्र में इसी प्रकार से तेजी से आगे बढ़ता रहे। 
प्रदर्शनी स्टालों का किया अवलोकन
समारोह स्थल पर गोयल ने विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने एक-एक स्टाल पर जाकर जानकारी हासिल की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकारी जन कल्याणकारी योजनाओं की अधिकाधिक जानकारी लोगों तक पहुंचाएं ताकि इन योजनाओं का लोग अधिकाधिक फायदा उठा सकें। उन्होंने जींद धरोहर का भी अवलोकन किया। उन्होंने धरोहरशाला में रखी वर्षों पुरानी वस्तुओं को काफी देर तक निहारा। राजा-महाराजाओं द्वारा लिखे गए पत्रों को भी पढ़ा। उन्होंने इन प्राचीन वस्तुओं के साथ फोटो भी बनवाए। वहीं कलाकारों एवं बच्चों ने मुख्यमंत्री के निजी सचिव के साथ सैल्फी भी ली। 
जब निजी सचिव ने सुनाया देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत गीत
सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। दर्शकों की मांग पर मुख्यमंत्री के निजी सचिव राजेश गोयल ने देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत एक गीत भी सुनाया। गीत के बोल कुछ इस तरह से रहे दम निकले इस देश की खातिर बस इतना अरमान है एक बार राह पै मरना सौ जन्मों के सम्मान है देख के वीरों की कुर्बानी अपना दिल भी डोला मेरा रंग दे बंसती चौला। वे जब इस गीत की प्रस्तुति दे रहे तब दर्शकों ने उनका पूरा साथ निभाते हुए उनके सुर में सुर मिलाया। 
निजी सचिव ने विजिटर बुक में लिखा एक्सीलैंट
गीता जयंती समारोह के हर दिन के कार्यक्रमों की शुरूआत करने के लिए मुख्य अतिथि को बुलाया जाता है। वीरवार के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के निजी सचिव को बुलाया गया। उन्होंने विजिटर बुक में हस्ताक्षर करते हुए कहा कि कुरूक्षेत्र के बाद जीन्द में मनाई गई गीता जयन्ती प्रदेश भर में सबसे शानदार रही है। इसके लिए उन्होंने विजिटर बुक में एक्सिलैंट शब्द भी लिखा। 
सांस्कृतिक समारोह कार्यक्रम में इन्होंने दी शानदार प्रस्तुतियां
कार्यक्रम में मोती लाल नेहरू वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ने समुह नृत्य, डीएवी सेंटेनरी स्कूल ने एकल नृत्य, गुरु द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल ने एकल नृत्य, गुरुकुल पांडू पिंडारा ने युगल नृत्य, जाट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जींद ने हरयाणवी ऑरकेस्ट्रा, गुरु द्रोएााचार्य पब्लिक स्कूल ने शिव एक्ट, महाराजा कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जींद ने समूह नृत्य, यदुवंशी समिति ईगराह द्वारा समूह नृत्य तथा अन्य कई स्कूलों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। 
 श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति जीन्द द्वारा गीता पाठ का किया गया आयोजन
श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति एवं श्री कृष्ण कृपा युवा मंच जींद द्वारा संयुक्त रूप से जयंती देवी मंदिर में गीता जयंती के पावन अवसर पर बहुत ही भव्य तरीके से अष्टादश श्लोकी गीता पाठ का आयोजन किया गया।  इस कार्यक्रम में 12 स्कूलों के लगभग हजार बच्चों एवं शहर के काफी गणमान्य व्यक्तियों ने बहुत ही उत्साह व खुशी से भाग लिया। सभी बच्चों एवं उपस्थित जनों ने सामूहिक रूप से गीता के अठारह अध्यायों में से एक एक श्लोक चुनकर तैयार किए गए गीता पाठ जिसे अष्टादश श्लोकी गीता पाठ का नाम दिया गया था का सभी ने बहुत आनंद लेते हुए गायन किया। समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में श्री राधे चरण पादुका सेवा समिति, विश्व हिन्दु परिषद, अन्न क्षेत्र जींद, गायत्री परिवार जीन्द आादि कईं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। आयोजित कार्यक्रम में शांति सदभाव प्रार्थना एवं गीता जी की आरती भी की गई। इस अवसर पर समिति के प्रधान कुंवर सुरेन्द्र सिंह एवं सरंक्षक मास्टर हरबंस लाल रल्हन ने सभी से गीता जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने एवं उसे अपने जीवन में अपनाने का आहवान किया। अंत में समिति द्वारा सभी में प्रसाद का वित्तरण किया गया। 
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर निकाली गई शोभा यात्रा 



अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के तीसरे दिन शहर में नगर शोभा यात्रा निकाली गई। इसमें शहर की दो दर्जन से अधिक प्रतिष्ठित सामाजिक संस्थाओं ने भाग लिया। डीसी अमित खत्री ने श्री जयंती देवी मन्दिर से नगर शोभा यात्रा में शामिल झांकियों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डीसी ने जयंती देवी मन्दिर में विजय की देवी की अराधना करने उपरान्त नगर शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने श्री लज्जा राम संस्कृति महाविद्यालय- गुरुकुल विद्यापीठ पांडू पिंडारा द्वारा तैयार की गई गीता की पालकी में श्री गीता ग्रंथ की आरती की। नगर शोभा यात्रा के दौरान शहीदे आजम युवा क्लब के सदस्यों ने श्रीकृष्ण सुदामा की झांकी निकाली। इसके साथ नगर शोभा यात्रा में लज्जा राम आश्रम की गीता पालकी में पवित्र ग्रंथ गीता को सुसज्जित कर रखा गया। ग्रंथ को पालकी में इस तरह से सजाया गया कि लोग इसके दर्शन कर सके। आश्रम के विद्यार्थी लगातार मंत्रोच्चारण कर रहे थे। सनातन धर्म, आर्दश रामलीला क्लब द्वारा तैयार की गइ झांकी में भगवान श्री कृष्ण को गीता का उपदेश देते हुए दिखाया गया। इसमें श्री कृष्ण की वेशभूषा में सजे कलाकार रास्ते में दिखाई देने वाले लोगों को अपना आर्शीवाद देते नजर आए। क्लब के प्रधान संतलाल चुघ व उसे साथियों द्वारा तैयार करवाया गया। भूतेश्वर तीर्थ विकास समिति द्वारा तैयार की गई झांकी में भगवान श्री कृष्ण व सुदामा के मिलन को दर्शाया गया। इसमें भीम सैनी व उनके साथियों ने सहयोग दिया। नगर शोभा यात्रा के दौरान शहीदे आजम भगत सिंह क्लब द्वारा निकाली गई झांकी में दूध पिलाती पूतना को दिखाया गया। श्री शिव रामलीला क्लब की झांकियों में कंस, वासुदेव तथा देवकी का चित्रण किया गया। वासुदेव कृष्ण और कृष्ण बलराम को झांकी के माध्यम से जीवंत किया गया। इसमें संत लाल शर्मा वं पंकज मदान की भूमिका सराहनीय रही। जींद कावड़ संघ के वेदप्रकाश, संत लाल चुघ द्वारा नगर शोभा यात्रा के दौरानफलों का वितरण किया गया। राधे चरण पादूका समिति की झांकी में महिलाओं ने भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं पर भजन संध्या का कार्यक्रम दिखाया। नगर शोभा यात्रा में गुरुकुल विद्यापीठ पाण्डु पिण्डारा के बच्चों ने यात्रा की अगवानी की और केसरी रंग ध्वज लेकर यात्रा के आगे-आगे चलकर इसे और भी आकर्षक बना दिया। शोभा यात्रा जयंती देवी मन्दिर से शुरू होकर पुरानी सब्जी मण्डी, शिव चौंक, झांज गेट, बैंड मार्किट, बैंक रोड़, टाऊन हाल, पालिका बाजार, रानी तालाब, शिव चौंक, गोहाना रोड़ बस अड्डा होते हुए डीसी कॉलोनी दिवान बाल कृष्ण रंगशाला में पहुंची।

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