Thursday, 23 November 2017

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर समारोह स्थल पर लगेंगे झूले

खाद्य पदार्थों की लगेंगी स्टाल 

जींद : डीसी कालोनी स्थित दीवान बाल कृष्ण रंगशाला के पास 28 से 30 नवम्बर तक मनाए जाने वाले गीता महोत्सव को देखने के लिए आने वाले लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। महोत्सव स्थल पर खाने की चीजों की 20 स्टाल लगवाई जाएंगी। कोई भी व्यक्ति स्टाल लगाने के लिए निर्धारित फीस जमा करवा सकता है। स्टाल स्थापित करने के लिए प्रशासन द्वारा जगह उपलब्ध करवाई जाएगी। अन्य व्यवस्थाएं इच्छुक व्यक्ति को स्वयं करनी होगी। महोत्सव में पहुंचने वाले बच्चों के मंनोरजन के लिए पटवार भवन और रंगशाला के बीच खाली पड़ी जमीन पर झूले लगाए जाएंगे।
एडीसी धीरेंद्र खडगटा ने वीरवार को गीता महोत्सव स्थल का दौरा किया। उन्होंने खाद्य पदार्थों के स्टाल और झूले स्थापित करने की जगह का मुआयना किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह यहां सफाई और अन्य प्रकार की व्यवस्थाओं को समय रहते पूरा कर लें। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के अनुभव के आधार पर गीता महोत्सव में काफी लोग पहुंचते हैं। जिला प्रशासन ने लोगों की सुविधा और मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए झूले और स्टाल लगाने का फैसला लिया है। इनके लिए जगह पहले आओ पहले पायो के आधार पर उपलब्ध करवा दी जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से एडीसी ने कहा कि यहां फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां रखी जाएगी। इसी प्रकार एडीसी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एम्बुलैंस जिसमें एक डॉक्टर और अन्य कर्मियों के साथ पर्याप्त दवाई इत्यादि के साथ उपलब्ध रहने के  लिए कहा। गीता महोत्सव स्थल पर शौचालयों की समुचित व्यवस्था करने के लिए नगर परिषद के अधिकारियों को कहा गया। पटवार भवन के साथ खाली पड़ी जमीन को समतल कर यहां पर लंगर बरताने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया। एडीसी ने कहा कि इस महोत्सव में काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं, इसलिए वाहनों की पार्किंग सही होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने उप पुलिस अधीक्षक को व्यवस्था करने के लिए कहा। एडीसी ने कार्यक्रम स्थल पर बनाये जा रहे घटोत्कच, शेषनाग स्थापित करने की प्रक्रिया को भी देखा। आयोजन स्थल पर पश्चिम की तरफ बने गोलाई के मंच पर वृद्वावन से आने वाले कलाकारों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण पर कार्यक्रम दिखाए जाएंगे। यहां एक ग्रामीण संस्कृति को दर्शाने वाला गांव बसाया जाएगा। इसमें ग्राम्य परिवेश के सभी आयामों को दर्शाया जाएगा। इसमें अखाड़े में अभ्यास करते पहलवानों को भी दर्शाया जाएगा। समारोह में एक परिवेश द्वार और निकासी का द्वार बनाया जाएगा। यहां अतिथियों के बैठने के लिए अतिथि गृह बनाया जाएगा, जिसे झोपड़ीनुमा घास फुस से तैयार किया जाएगा। एडीसी के साथ एसडीएम महाबीर प्रसाद, नगराधीश सत्यवान सिंह मान, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदीप कुमार समेत अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी साथ थे। 
गीता महोत्सव में लगाई जाएगी प्रदर्शनी 
विभिन्न विभागों द्वारा विकास को दर्शाती लगाई जाएंगी 24 प्रदर्शनी स्टाल 
जींद : डीसी अमित खत्री ने गीता महोत्सव को आकर्षक बनाने और इसमें जन सह भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए डीआरडीए सभागार में एक बैठक बुलाई। इसमें विभिन्न विभागों के साथ-साथ शहर की स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। 
डीसी ने कहा कि जींद जिला धर्म क्षेत्र कुरूक्षेत्र की 48 कोस की परिधि में आता है, इसलिए यहां पर कई ऐतिहासिक तीर्थ स्थल महाभारत से जुड़े हैं। इनके बारे में युवा पीढ़ी को गीता महोत्सव के माध्यम से जानकारी दी जा सकती है। इसलिए इस महोत्सव की उपयोगिता और भी बढ़ जाती है। प्रदर्शनी आयोजन को लेकर डीसी ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदीप कुमार की डयूटी लगाई। डीसी ने स्वयं सेवी संगठनों का आहवान किया कि वह इस गीता महोत्सव में भागीदारी से समाज का मार्गदर्शन करंे। उन्होंने कहा कि स्वयं सेवी संगठन शहर में गीता स्वागत द्वार बना सकते हैं। समारोह स्थल पर पीने के पानी की व्यवस्था में जिला प्रशासन का सहयोग कर सकते है। शहर को साफ-सुथरा बनाने में भी सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि हर रोज तीनों दिन महोत्सव स्थल पर लोक कलाकार जैसे बांसूरी, बीन, नगाड़ा, डेरू, जंगम जोगी की प्रस्तुति देकर लोगों का मनोरजन करेंगे।  गीता महोत्सव 28 से 30 नवम्बर तक चलेगा। 28 नवम्बर को प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा। प्रदर्शनी में जहां राज्य सरकार विकासात्मक गतिविधियां नजर आएगी। वहीं गीता पर आधारित साहित्य को भी संजोया जाएगा। प्रदर्शनी में स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए सामान को भी प्रदर्शित किया जाएगा। डीसी ने बताया कि 29 नवम्बर को जिला स्तरीय सैमीनार का आयोजन किया जाएगा। इसमें गीता का मेरे जीवन पर प्रभाव विषय पर विचारकों व्याख्यान दिए जाएंगे। 30 नवम्बर को नगर शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इसमें शहर की  सभी स्वयं सेवी संगठनों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने इस बैठक में उपस्थित स्वयं सेवी संगठनों से आहवान किया कि वह इस अंतरराष्ट्रीय महोत्सव को आकर्षक बनाने में जिला प्रशासन का सहयोग करें। नगर शोभा यात्रा सायं को 2 बजे जयंती देवी मंदिर से शुरू होगी और जयंती समारोह स्थल पर पहुंचेगीं। 30 नवम्बर को सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम होगा। इसमें मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण किया जाएगा। बैठक में जींद के एसडीएम महाबीर प्रसाद, नगराधीश सत्यवान सिंह मान, नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदीप कुमार समेत अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।  

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