तालाब पट्टे पर देने से पंचायतों को होगी अतिरिक्त आय
जींद
डीसी अमित खत्री ने मछली पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे ग्राम पंचायतों की आय बढ़ाने के लिए पंचायतों को तालाब मछली पालन पट्टे पर देने के लिए प्रोत्साहित करें। डीसी मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय में मछली पालन विभाग के अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि पंचायती तालाबों को मछली पालन के लिए पट्टे पर देकर ग्राम पंचायते अच्छी खासी आय प्राप्त कर सकती हैं। ऐसा करने से गांव के युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो जाएगा। डीसी ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि ग्राम पंचायतें गांव के कुछ तालाबों को तो मछली पालन के लिए पट्टे पर दे देती है और कई तालाब पट्टे पर देने से रह जाते है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को चाहिए कि अपनी आय बढ़ाने के लिए सभी तालाबों को पट्टे पर दें। इससे ग्राम पंचायतों को अतिरिक्त आमदनी होगी। जिससे गांव में अनेक विकास कार्य करवाये जा सकते है। उन्होंने कहा कि तालाबों को मछली पालन के लिए पट्टे पर देने पर लोगों को जहां रोजगार उपलब्ध होगा, वहीं मछली तालाबों में पानी को साफ भी करेगीं। जिससे पशुओं को पीने के लिए स्वच्छ पानी भी मुहैया हो जायेगा। उन्होंने बताया कि जिला में इस वर्ष निजी क्षेत्र में 6० एकड़ क्षेत्र में नये तालाब बनाये गये है। उन्होंने यह भी बताया कि जिला के 27 गांवों के 85 एकड़ क्षेत्र में फैले पंचायती तालाबों को मछली पालन के लिए पट्टे पर दिया जा चुका है। करेला गांव के पंचायती तालाब को पट्टे पर देने पर ग्राम पंचायत को 16 लाख 11 हजार, बुड़ायन गांव को 11 लाख 65 हजार तथा मेहरड़ा गांव की ग्राम पंचायत को 7 लाख 51 हजार रुपये की राशि की अतिरिक्त आमदनी हुई है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार से जिला की अनेक गांव की ग्राम पंचायतों ने तालाबों को पट्टे पर देकर अच्छी खासी आमदनी प्राप्त की है।
जिला मत्स्य अधिकारी युद्धवीर सांगवान ने बताया कि जिला के लोगों को मछली पालन व्यसाय अपनाने को लेकर जागरूक किया जा रहा है। अगर लोग खेती बाड़ी के साथ-साथ मछली पालन भी करे तो अच्छी खासी आमदनी कर सकते हैं। कुछ समय पहले तक माना जाता था कि मछली पालन मात्र मीठे पानी में ही किया जा सकता है, लेकिन अब खारे पानी में भी मछली पालन किया जा सकता है। यहीं नहीं मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा अनेक अनुदानीत योजनाएं भी लागू की है।
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